Saturday, 2 January 2016

छत्तीसगढ़ उपचुनाव में सौदेबाजीः आयोग ने मांगी रिपोर्ट

छत्तीसगढ़ में पिछले साल हुए उपचुनाव के दौरान कांग्रेस के एक उम्मीदवार को चुनाव मैदान से हटने के बदले धन की पेशकश करने वाले टेप के सामने आने से बुधवार को राजनीतिक हलचल तेज हो गई। कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी मंतूराम पवार की नामांकन वापसी को लेकर मीडिया में टेप में दावा किया गया है कि पवार की नामांकन वापसी के लिए कांग्रेस के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी, उनके पुत्र अमित जोगी, मुख्यमंत्री रमन सिंह (भाजपा) के दामाद डॉ. पुनीत गुप्ता व अन्य के बीच फोन पर बातचीत हुई थी। इसी बातचीत को टेप किया गया था। मामला 2014 में हुए विधानसभा उपचुनाव का है। गौरतलब है कि एक अखबार ने टेप का खुलासा किया है जिसमें कथित रूप से रमन सिंह के करीबी रिश्तेदार और कांग्रेस के नेता अजीत जोगी, उनके विधायक पुत्र अमित जोगी व कुछ अन्य लोगों की बातचीत है। खबर के अनुसार अटागंज विधानसभा उपचुनाव में पैसे के दम पर कांग्रेस अधिकृत उम्मीदवार मंतूराम पवार को बिठा दिया गया था। बाद में पवार भाजपा में शामिल हो गए थे। इधर बुधवार को चुनाव आयोग ने छत्तीसगढ़ के मुख्य स]िचव को निर्देश दिया कि वे इस मामले में तत्काल उचित जांच कर सात जनवरी तक तथ्यात्मक रिपोर्ट भेजें। आयोग ने कहा कि कोई भी कार्रवाई करने से पहले वह राज्य सरकार की रिपोर्ट का इंतजार करेगा। इस बीच कांग्रेस ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन Eिसह को बर्खास्त करने और इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से कराने की मांग की है। छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने अमित जोगी को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही कांग्रेस ने अजीत जोगी से भी इस मामले में स्पष्टीकरण मांगा है। लगातार किसी न किसी बहाने सरकार पर आक्रामक विपक्ष ने अब छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन Eिसह का इस्तीफा मांग लिया है। उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार को प्रलोभन देने के कथित टेप के खुलासे के बाद कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह साबित हो चुका है कि राज्य के मुख्यमंत्री ने पैसे का दुरुपयोग कर विधानसभा सीट खरीदी है। इसकी पूरी जांच होनी चाहिए और तब तक मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए। कांग्रेस की तो आदत सी बन गई है कि हर बात का प्रधानमंत्री जवाब दें और संबंधित मुख्यमंत्री इस्तीफा दें। पहले इस तथाकथित टेप की प्रमाणिकता तो सिद्ध हो, उसमें कितनी सच्चाई है यह स्थापित हो फिर ही किसी प्रकार की कार्रवाई का सवाल आता है। रमन सिंह ने इन आरोपों का खंडन किया है और कहा कि मैं और मेरा परिवार कहीं भी इसमें शामिल नहीं है।
-अनिल नरेन्द्र



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