Wednesday, 14 December 2016

इन काला धन कारोबारियों को मान गए भाई

क्या नोटबंदी के इस दौर में कुछ भ्रष्ट बैंक कर्मियों और पोस्ट ऑफिस कर्मियों ने नई करेंसी पब्लिक में पहुंचाने की जगह काले धन वालों को सौंप दी है... यह सवाल विदेश में रहने वाले मेरे एक करीबी रिश्तेदार ने मुझसे किया? उनको लगता है कि जो नई करेंसी सरकार ने बैंकों को दी या रिजर्व बैंक ने देश के विभिन्न बैंकों में पहुंचाई इसलिए कि आम लोगों तक पहुंचकर बाजार में फ्लो बने, वह थोक के काले धन वालों को पुराने नोट बदलने में खपा दी गई... क्योंकि जिस तरह एक्सिस बैंक में 40 करोड़ का काला धन नई करेंसी में बदलने का मामला सामने आया है, दो मैनेजर पकड़े गए हैं, सोने की ईंटें मिलीं उससे इनकी पुष्टि होती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 500 और 1000 हजार के पुराने नोटों को बंद करने के फैसले ने सरकारी दृष्टिकोण से भले ही नकली नोटों के गोरख-धंधे की कमर तोड़ दी हो, लेकिन देश में दिल्ली इस काले कारोबार का गढ़ बनी हुई है। अब नजर डालते हैं कि राजधानी में कब-कब और कहां-कहां से अब तक कितनी बरामदगी हो चुकी है। 24 नवम्बर 2016 को निजामुद्दीन से 27 लाख रुपए के नए नोट पकड़े। 22 नवम्बर 2016 को कश्मीरी गेट में तीन लोगों से 3.5 करोड़ रुपए बरामद हुए। 19 नवम्बर 2016 को आनंद विहार बस अड्डे पर 97 लाख रुपए बरामद हुए। 17 नवम्बर 2016 को पहाड़गंज में डाक्टर से 67.86 लाख रुपए बरामद हुए। 12 नवम्बर 2016 को गीता कॉलोनी में दो लोगों से 50 लाख रुपए बरामद हुए पर सबसे बड़ी बरामदगी तो दिल्ली के ग्रेटर कैलाश पार्ट-एक स्थित टी एंड टी लॉ फर्म से हुई है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने शनिवार रात छापेमारी में 13 करोड़ 56 लाख रुपए नकद बरामद किए। इनमें दो करोड़ 61 लाख के नए नोट थे। इसके अलावा लॉ कंपनी के चार अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की गई। इस कार्रवाई में फर्म के मालिक और जाने-माने वकील रोहित टंडन का छतरपुर स्थित घर भी शामिल है। हालांकि अभी तक रोहित का पता नहीं चला है। क्राइम ब्रांच सूत्रों की मानें तो इन ठिकानों से कई महत्वपूर्ण तथ्य छापेमारी करने वाली टीम के हाथ लगे हैं। आयकर विभाग के सूत्रों के मुताबिक इस फर्म के मालिक वकील रोहित ने दो महीने पहले ही 125 करोड़ रुपए की बेहिसाब आय की घोषणा भी की थी। माना जा रहा है कि इसके बाद से ही फर्म की आर्थिक गतिविधियों पर जांच एजेंसियों की नजरें थीं। यह भी बताया जा रहा है कि टंडन ने रूइया परिवार से करीब सौ करोड़ रुपए का एक बंगला भी खरीदा था। यह आशंका जताई जा रही है कि वकील रोहित टंडन कमीशन के आधार पर नए नोट मुहैया कराता था। हालांकि पुलिस का कहना है कि यह तभी साफ हो पाएगा जब रोहित टंडन से पूछताछ की जाएगी। नोटबंदी के लगभग 40 दिन बीतने के बाद भी बैंकों और एटीएम के बाहर कतारें कम होने की जगह और ज्यादा लंबी होती जा रही हैं। वहीं दूसरी ओर ऐसे भी मामले सामने आ रहे हैं जहां दिल्ली के अलावा देश के अन्य भागों से भी करोड़ों की नकदी पकड़ी जा रही है। 10 दिसम्बर को चेन्नई में आयकर विभाग ने छापा मारकर 106 करोड़ रुपए की नकदी और 127 किलो सोना पकड़ा। इसमें 10 करोड़ के नए नोट रिजर्व बैंक के ओरिजनल कार्टन में पैक थे। उत्तरी गोवा में सात दिसम्बर को एक स्कूटर पर जा रहे दो लोगों से 70 लाख रुपए की नई करेंसी मिली और उस दिन इनको मिलाकर गोवा के विभिन्न क्षेत्रों से कुल 1.5 करोड़ रुपए के नए नोट मिले। 29 नवम्बर को तमिलनाडु के कोयम्बटूर में तीन लोगों को एक कार में एक करोड़ की नई नकदी के साथ पकड़ा गया। नौ दिसम्बर को सूरत में होंडा कार के अंदर 76 लाख रुपए के 2000 के नए नोट मिले। सात दिसम्बर को कर्नाटक के उडुपी में एक कार से 71 लाख के नए नोट मिले। अधिकांश नोट 2000 रुपए के थे। नौ दिसम्बर को मुंबई के बाहरी इलाके में 72 लाख के 2000 के नए नोट मिले। मध्य प्रदेश के होशंगाबाद जिले में एक सफेद इनोवा कार से 40 लाख रुपए के नोट मिले। गुड़गांव के इस्लामपुरा इलाके में तीन आदमियों से आठ दिसम्बर को 2000 और 100 के नोटों में 17 लाख रुपए की नई नकदी पकड़ी गई। एक तरफ जहां देश की जनता कैश की किल्लत के चलते बैंक की लाइनों में खड़ी है, वहीं आए दिन इस तरह के खुलासे से सरकार के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है। अंत में दो दुखद समाचार। आगरा में सीआरपीएफ में सर्विस कर चुके जवान राकेश चन्द (54) ने इसलिए आत्महत्या कर ली क्योंकि वह सात दिनों से सीबीआई की ताजगंज ब्रांच पर चक्कर लगाकर कैश के लिए हताश हो चुका थे। बता दें कि राकेश चन्द ने कश्मीर में बारामूला में आतंकियों से लोहा लिया था और इस मुठभेड़ में उसे पांच गोलियां भी लगी थीं। वह बैंक में पैसों के लिए इसलिए लगा था ताकि वह अपना इलाज करवा सके। बड़ौत क्षेत्र (यूपी) के कोताना गांव में बैंक की लाइन में रुपए निकालने के लिए गए किसान की मौत हो गई। वह कई दिनों से बैंक की शाखा पर पहुंच रहा था। वह रात्रि में ही बैंक के गेट के पास बैठ गया था। रातभर खड़े रहने की वजह से सुबह करीब 10 बजे अचानक लाइन में गिर गया। वहीं दम तोड़ दिया।

-अनिल नरेन्द्र

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