उत्तर
प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार बेशक कई अच्छे काम कर रही है पर जहां तक कानून व्यवस्था
का सवाल है वह नियंत्रण में अभी नहीं आई। चाहे मामला मथुरा में दो सर्राफा कारोबारियोंöमेघ अग्रवाल और विकास अग्रवाल की हत्या
व चार करोड़ रुपए की लूट का हो, चाहे मामला प्रदेश में विभिन्न
स्थानों पर दलित-सवर्णों में संघर्ष का हो, दोनों ही प्रशासन की कमजोर पकड़ को दर्शाते हैं। लोपत के गांव केशोपुर जौधरी
में एक नाली के विवाद में सवर्ण-दलित आमने-सामने आ गए। सवर्णों ने दलितों पर हमला बोल दिया और जमकर मारपीट और पथराव हुआ।
घरों में घुसकर तोड़फोड़ की गई। इस दौरान हमलावरों की ओर से फायEिरग तक हुई। पुलिस के सामने भी छतों पर चढ़कर फायरिंग की जाती रही। उत्तर प्रदेश
में खराब कानून व्यवस्था को लेकर परेशान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अब कानून व्यवस्था
खुद संभालने का ऐलान किया है। उन्होंने कहा कि अब किसी भी तरह का कोई समझौता नहीं किया
जाएगा। हर हाल में प्रदेश की कानून व्यवस्था को पटरी पर लाया जाएगा। मथुरा में दो आभूषण
व्यापारियों की हत्या को गंभीर मामला बताते हुए योगी ने कहा कि अपराध को लेकर जरा भी
बर्दाश्त नहीं करने की जीरो टालरेंस की नीति अपनाई जाएगी और अपराधियों को कोई राजनीतिक
संरक्षण नहीं मिलेगा। योगी ने विधानसभा में शून्यकाल के दौरान यह बात कही। विपक्षी
दलों ने मथुरा घटना का हवाला देते हुए कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पर
चर्चा होनी चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहाöजाति, धर्म, मत और मजहब के नाम पर कोई भेदभाव नहीं किया जाएगा...मामलों के निस्तारण के लिए समय सीमा तय की गई है। कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
योगी ने विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी की इस बात का प्रतिवाद किया कि प्रदेश जल
रहा है। मुख्यमंत्री ने कहाöजो आप कह रहे हैं, वैसा नहीं है। साथ ही कहा कि पूर्ववर्ती सपा सरकार के समय मथुरा में हुए जवाहर
बाग कांड का स्मरण करना चाहिए और सहारनपुर में हाल ही की जातीय हिंसा पर योगी ने कहा
कि इसमें शामिल कुछ समूहों की पहचान कर ली गई है। एक राजनीतिक दल के पूर्व विधायक का
नाम भी आया है। सरकार ने तय किया है कि अपराधियों से निपटते समय नियमों में कोई शिथिलता
नहीं की जाएगी। उधर चौधरी ने दावा किया कि आए दिन उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ
सरकार की आंख के नीचे हत्या, लूट और डकैती की घटनाएं हो रही हैं
और प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति निरंतर गिरती जा रही है। मुख्यमंत्री योगी
व उनकी सरकार के लिए उत्तर प्रदेश में बिगड़ती कानून व्यवस्था एक बड़ी चुनौती है। उम्मीद
की जाती है कि इस पर जल्द सुधार नजर आएगा।
-अनिल नरेन्द्र
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