Vir Arjun, Hindi Daily Newspaper Published from Delhi |
प्रकाशित: 30 अप्रैल 2011
-अनिल नरेन्द्र
-अनिल नरेन्द्र
26/11 हमलों में एक अमेरिकी अदालत में दूसरा आरोप पत्र दाखिल किया गया है। इससे इस बात की पुष्टि होती है कि 26/11 मुंबई हमलों में पाकिस्तान और आईएसआई सीधी जुड़ी हुई थी। सोमवार को शिकागो की संघीय अदालत में दूसरी बार आरोप पत्र दाखिल किया गया। इस नए आरोप पत्र के मुताबिक 26/11 हमले के साजिशकर्ताओं में चार नए नाम जुड़ गए हैं। इनमें से एक पाकिस्तानी सेना का मेजर इकबाल भी है। मेजर इकबाल के अलावा साजिद मीर, मजहर इकबाल और अबू कहाफा को भी इस केस में शामिल किया गया है। इन सबके अलावा लश्कर-ए-तोयबा के एक अन्य अनाम आदमी `मेम्बर डी' पर भी आरोप लगाए गए हैं। यह सभी पाकिस्तान में रहने वाले हैं। इन पर भारत में अमेरिकी नागरिकों की हत्या में मदद करने और आतंकवादियों को उकसाने का आरोप है।
नए आरोपों में कहा गया है कि मुंबई हमले के दौरान हमलावर (अजमल कसाब एण्ड कम्पनी) सैटेलाइट फोन के जरिये पाकिस्तान में मौजूद साजिद मीर, अबू कहाफा और मजहर इकबाल से सीधे सम्पर्प में थे। आरोप पत्र के मुताबिक हमले के आखिरी समय तक उन्होंने मुंबई में मौजूद आतंकवादियों को बंधकों को मारने, आग लगाने और ग्रैनेड फेंकने जैसे आदेश भी दिए। फरवरी 2010 में पाकिस्तान को सौंपे गए एक डोजियर में भारत ने भी पाकिस्तान सेना के दो अफसरों `मेजर इकबाल' और `मेजर समीर अली' पर मुंबई हमले में संलिप्त होने का आरोप लगाया था। यह डोजियर 25 फरवरी 2010 को भारत-पाक विदेश सचिवों की नई दिल्ली में हुई वार्ता के दौरान सौंपा गया था।
मेजर इकबाल का नाम पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी नागरिक डेविड हेडली से एफबीआई की पूछताछ में सामने आया है। इन चारों का नाम पहले भी मामले में आया था, हालांकि अभियोग में इनके नामों को नहीं जोड़ा गया था। पहले केवल अमेरिका में शुरू होने वाले मुंबई हमले के केस में केवल डेविड हेडली और पाकिस्तानी मूल के कनाडा निवासी तहव्वुर हुसैन राणा पर अभियोग लगाए गए थे। 26/11 हमलों में छह अमेरिकी नागरिक मारे गए थे चूंकि यह अदालती अमेरिकी अदालत में चल रही है इसलिए इसका महत्व ज्यादा हो जाता है। मुकदमे के दौरान कई डिटेल्स पेश होंगी जिससे 26/11 में पाकिस्तान की सीधी इन्वालमेंट साबित होगी। चूंकि यह अमेरिकी अदालत में होगा इसलिए पाकिस्तान इतनी आसानी से इससे अपना पल्ला झाड़ भी नहीं पाएगा। अब तो पाकिस्तान भी यह मानने लगा है कि 2008 के मुंबई हमलों में इन आतंकियों का हाथ था। पाक गृहमंत्री रहमान मलिक ने कहा है कि उनके देश की जांच एजेंसियों ने कहा है कि वर्ष 2008 के मुंबई हमले के साजिशकर्ताओं को दोषी ठहराने के लिए पर्याप्त सबूत हैं और उन्हें विश्वास है कि कोर्ट इन्हें जरूर दोषी ठहराएगी। मलिक ने कहा, `मुझे इन मामलों में इसलिए भी यकीन है, क्योंकि सबूतों को एकत्र कर कोर्ट में पेश किया जा चुका है।' पाक अदालत में तो केस चल ही रहा है पर ज्यादा जरूरी शिकागो अदालत का मुकदमा है। यह पाकिस्तान और आईएसआई को पूरी तरह बेनकाब कर देगा।
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