Friday, 3 June 2011

एक और बहादुर कलम का सिपाही आतंक की बलि चढ़ा

Vir Arjun, Hindi Daily Newspaper Published from Delhi
Published on 3rd June 2011
अनिल नरेन्द्र
एक और कलम का सिपाही आतंकवाद की बलि चढ़ गया। पाकिस्तान का एक बहादुर पत्रकार सैयद सलीम शहजाद हफ्ते भर से लापता था। मंगलवार को पंजाब पांत से उसका शव बरामद हुआ। शव की हालत देखकर स्पष्ट हो रहा है कि हत्या से पहले उन्हें बुरी तरह से पताड़ित किया गया। लापता होने से दो दिन पहले शहजाद ने एक लेख में पाकिस्तान की नौसेना के कुछ अफसरों और आतंकी संगठन अलकायदा की साठगांठ का जिक किया था। सैयद सलीम शहजाद 40 वर्ष के थे। वह अपने पीछे बीवी अनिला, दो लड़के फहाद (14) और सैयद (8) व एक बेटी अमीना (12) को छोड़कर आतंकवाद की बलि चढ़ गए। शहजाद एशिया टाइम्स (आनलाइन) अखबार हांगकांग के पाकिस्तान ब्यूरो चीफ थे। शहजाद ने दो पुस्तकें इनसाइड अलकायदा एंड तालिबान द बियौंड बिन लादेन एंड 9/11 भी लिखी थी। शहजाद ने कुछ समय के लिए टाइम्स ऑफ इंडिया के लिए भी रिपोर्टिंग की थी।
सैयद सलीम शहजाद का शव मंगलवार सुबह लाहौर से करीब दो सौ किलोमीटर झेलम कस्बे के सराय आलमगीर इलाके में एक नगर से मिला। पास ही में उनकी कार भी लावारिस हालत में खड़ी मिली। शव पर टार्चर के निशान साफ थे। इतालवी न्यूज एजेंसी के लिए भी काम करने वाले शहजाद अकसर अपनी रिपोर्टिंग में पाकिस्तान व अफगानिस्तान के आतंकवादियों और पाकिस्तानी पतिष्ठानों के साथ उनके सम्पर्कों के बारे में लिखते रहते थे। लापता होने से दो दिन पहले शहजाद ने एक लेख में पाकिस्तान की नौसेना के कुछ अफसरों और आतंकी संगठन अलकायदा की साठगांठ का जिक किया था। शहजाद आईएसआई की हिट लिस्ट पर काफी समय से थे और उन्हें जान से मारने की धमकी भी आईएसआई दे चुका था। जियो टीवी ने एक ब्लैक एंड व्हाइट तस्वीर दिखाई जिसमें शहजाद के चेहरे पर पताड़ना की झलक साफ नजर आ रही थी। 27 मई को शहजाद ने एक लेख जिसका शीर्षक था अलकायदा हैड वार्नड आफ पाकिस्तान स्ट्राइक एशिया टाइम्स ऑन लाइन में लिखा था। इस लेख में उन्होंने बताया था कि पीएनएस मेहरान नेवल बेस पर 22 मई को अलकायदा का जो हमला हुआ वह तब हुआ जब अलकायदा और नेवी के अफसरों के बीच बातचीत के दौर टूटने के बाद हुआ था। अलकायदा चाहता था कि पाकिस्तानी नेवी अफसर उनके कुछ समर्थक जो पाक नौसेना के कब्जे में हैं को रिहा किया जाए। अलकायदा आतंकी सम्पर्कों के चलते गिरफ्तार किए गए नौसेना कर्मियों की रिहाई चाहता था। रविवार शाम को इस्लामाबाद स्थित अपने घर से निकलने के बाद लापता हो गए थे। वह नौसेना के मेहरान नेवल बेस पर आतंकी हमले से संबंधित एक टीवी कार्यकम में हिस्सा लेने के लिए `दुनिया' न्यूज चैनल के दफ्तर जा रहे थे। पाकिस्तानी मीडिया में ऐसी खबरें आई थीं कि मुल्क की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उन्हें अगवा कर लिया है। कई अंतर्राष्ट्रीय पत्रकार संगठनों व मानवाधिकार संगठनों ने पाक सरकार से शहजाद का पता लगाने की अपील भी की थी। शहजाद की हत्या की जिम्मेदारी अभी तक किसी आतंकी संगठन ने नहीं ली है। शहजाद की मौत से पता चलता है कि पाकिस्तान में कलम के सिपाही अपनी जान हथेली पर लेकर जी रहे हैं। हम श्री सैयद सलीम शहजाद को सलाम करते हैं और उनके परिवार वालों को कहना चाहते हैं कि दुख की इस बेला में वह अकेले नहीं हैं।
Tags: Anil Narendra, Daily Pratap, ISI, Islamabad, Journalist Killed in Pakistan, Pakistan, Vir Arjun

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