Sunday 25 August 2013

दुनिया का नम्बर वन उसैन बोल्ट और सुशील का सनसनीखेज खुलासा

ओलंपिक इतिहास के सबसे सफल प्रिट किंग उसैन बोल्ट रविवार को 4 गुणा 100 मीटर रिले दौड़ का स्वर्ण जीतने के साथ विश्व चैंपियनशिप इतिहास के भी सबसे सफल एथलीट बन गए। इस स्वर्ण के साथ बोल्ट ने अमेरिका के महानतम एथलीट कार्ल लुइस को पीछे छोड़ दिया। कार्ल लुइस के पास आठ स्वर्ण के अलावा एक रजत और एक कांस्य पदक है, जबकि दीगुर (2011) में गलत शुरुआत की वजह से 100 मीटर दौड़ का स्वर्ण गंवा देने वाले उसैन बोल्ट के पास आठ स्वर्णों के अलावा दो रजत पदक  हैं। जमैका की 26 वर्षीय बोल्ट की शैली-एन फ्रेजर-प्रीसी ने भी तीन गोल्ड जीतकर कैरेबियन आइलैंड में खुशी की लहर दौड़ा दी। 6 फुट पांच इंच कद के बोल्ट ने शेष दुनिया के माने जाने वाले एथलीटों को धूल चटा दी। मास्को वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में रविवार को स्टेडियम में ट्रैक के तीन मैडल (गोल्ड) के साथ कोसाक डांस करते हुए 50,000 दर्शकों का अभिवादन स्वीकार किया। इतने लम्बे कद के व्यक्ति के लिए यह डांस कर पाना बहुत मुश्किल माना जाता है। लेकिन बोल्ट ने तो पूरी दुनिया फतह कर ली। इसका जश्न भी तो सबसे अलग ही होना चाहिए था न। मेजबान रूस ने अमेरिका को पछाड़ते हुए सबसे अधिक 7 गोल्ड मैडल जीतकर मैडल टेबल पर टॉप किया। अमेरिका के ओवरआल मैडल टैली ज्यादा थी पर रूस से एक गोल्ड मैडल कम था। अमेरिका ने 6 गोल्ड, 14 सिल्वर के साथ कुल 25 मैडल जीतकर दूसरा स्थान हासिल किया। जमैका ने 6, केन्या ने 5, जर्मनी ने 4, इथोपिया और ब्रिटेन ने तीन-तीन गोल्ड मैडल हासिल किए। बात खेलों की हो रही है और रूस की तो भारत के लिए ओलंपिक मैडल जीत चुके पहलवान सुशील कुमार ने सनसनीखेज आरोप लगाया है कि 2010 में वर्ल्ड चैंपियनशिप के फाइनल मुकाबले में हारने के लिए उन्हें करोड़ों ऑफर किए गए थे। सुशील ने खुद इस बात का खुलासा मीडिया को दिया है। उनका कहना है कि मास्को में हो रहे चैंपियनशिप के फाइनल में हार जाने के लिए रूसी कोच की ओर से यह पेशकश की गई थी। सुशील कुमार को इस मुकाबले में रूस के एलन गोगोव से भिड़ना था। उनके अनुसार मुकाबले से ठीक पहले किसी ने उन्हें इस ऑफर के बारे में बताया। यह ऑफर (पेशकश) रूसी पक्ष की ओर से थी और भारतीय टीम के विदेशी कोचों के जरिये पहुंचाया गया था। सुशील ने कहा कि जब उन्हें यह बात पता चली तो उन्हें यकीन नहीं हुआ। बात करोड़ों रुपए की थी, किसी भी पहलवान के लिए यह बहुत बड़ी रकम थी। रूसियों का कहना था कि उनके देश (रूस) में हो रही चैंपियनशिप में उन्हीं का पहलवान जीतना चाहिए। सुशील ने इस ऑफर को फौरन ठुकरा दिया। सुशील कहते हैं कि बात दो-चार करोड़ की नहीं, इज्जत की थी। बाद में सुशील ने इस मुकाबले में गोगोव को
3-1 से हराकर भारत को रेसलिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप का पहला गोल्ड मैडल दिलाया था। क्रिकेट मैच फिक्सिंग, बाक्सिंग मैच फिक्सिंग व फुटबाल मैच फिक्सिंग की बात तो पहले ही सामने आई है पर रेसलिंग में भी अब इस प्रकार का घिनौना खेल चलता है पहली बार सुना है। सुशील ने तो ठुकरा दिया पर और पहलवान लालच में आ सकते हैं। मुश्किल यह है कि इस प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोकने के लिए कोई मैक्सिम नहीं है।

-अनिल नरेन्द्र

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