Saturday 11 July 2015

दुनिया के सौ सबसे अमीर खिलाड़ियों में धोनी

प्रतिष्ठित फोर्ब्स मैगजीन ने हाल में सालाना कमाई के मामले में दुनिया के सौ सबसे अमीर खिलाड़ियों की जारी सूची से पता चलता है कि खेलों में पैसा कितना बढ़ गया है। इस सूची में जगह बनाने वाले भारतीय वनडे के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी एकमात्र भारतीय हैं। धोनी 198 करोड़ रुपए की कमाई के साथ 23वें स्थान पर हैं जबकि अमेरिकी बॉक्सर फ्लाइंड मेवेदर रिकार्ड 1915 करोड़ रुपए के साथ शीर्ष पर बने हुए हैं। इसके अलावा रोजर फेडरर, टाइगर वुड्स, क्रिस्टियानो रोनाल्डो भी सूची में शामिल हैं। धोनी पिछले साल इस सूची में 22वें स्थान पर थे। भारतीय वनडे क्रिकेट टीम के कप्तान धोनी को 198 करोड़ रुपए की कमाई में से करीब 173 करोड़ रुपए विज्ञापनों के जरिए मिले हैं जबकि 25 करोड़ रुपए उन्हें सैलरी या जीत के जरिए हासिल हुए हैं। इस सूची में खिलाड़ियों की जून 2014 से जून 2015 के बीच सैलरी, पुरस्कार राशि, बोनस और प्रायोजकों, विज्ञापनों से होने वाली आय को शामिल किया गया है। महिलाओं में रूसी टेनिस सुंदरी मारिया शारापोवा 190 करोड़ रुपए की कमाई के साथ 26वें स्थान पर है जबकि अमेरिकी टेनिस दिग्गज सेरेना विलियम्स 47वें स्थान पर 153 करोड़ रुपए की कमाई के साथ हैं। खेलों में इतने पैसों से प्रभावित होकर भारतीय बॉक्सिंग स्टार बिजेन्द्र सिंह ने भी अब प्रोफेशनल बनने का फैसला किया है। बॉक्सिंग तो होगी लेकिन साथ-साथ होगी करोड़ों डॉलर की चमक-दमक और शोहरत। इसी चमक-दमक के कारण बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने एमेच्योर बॉक्सिंग को अलविदा कह प्रो बॉक्सिंग का रुख कर लिया है। यह आसान नहीं होगा। क्योंकि प्रोफेशनल बॉक्सिंग में बॉक्सर के पंच ही उसकी शोहरत तय करते आए हैं। पैसों की बात करें तो आईओएस और न ही क्वींसबरी ने डील की रकम का खुलासा किया है लेकिन मिली जानकारी के मुताबिक बिजेन्द्र अगर अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो वह हर साल चार से छह करोड़ कमा लेंगे। वह प्रो बाक्सिंग में अगर कोई चैंपियनशिप जीत जाते हैं तो रकम 20 से 25 करोड़ तक जा सकती है। हालांकि इसमें क्वींसबरी और आईओएस का भी हिस्सा होगा जो कि विजेन्द्र की प्रमोटर कंपनियां हैं। इस दौरान उनकी ट्रेनिंग का खर्चा उनकी प्रमोटर कंपनी आईओएस उठाएगी। अभी विजेन्द्र की सालाना कमाई करीब 30 से 40 लाख तक है। इस लिहाज से यह करार विजेन्द्र के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकता है। अगर वह ठीक से परफार्म करते हैं। इससे दूसरे बॉक्सरों व खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। भारत के पहले प्रो बॉक्सर राजकुमार सांगवान कहते हैं कि अगर मुक्केबाज में दमखम है तो पैसों के बरसने से कोई नहीं रोक सकता।

-अनिल नरेन्द्र

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