Sunday 5 July 2015

छोटा राजन जहां मिलेगा, मार डालूंगा

भारतीय इंटेलीजेंस एजेंसियों ने दाउद इब्राहिम का दायां हाथ माने जाने वाले छोटा शकील और छोटा राजन के एक गुर्गे के बीच अप्रैल में कराची में हुई फोन कॉल इंटरसेप्ट की थी। बातचीत में शकील, राजन के गुर्गे को उसकी लोकेशन से जुड़ी जानकारी देने के बदले में पैसों की पेशकश कर रहा था। छोटा शकील ने अपने दुश्मन छोटा राजन को खत्म करने का फाइनल प्लान बनाया था। कई बार राजन को मारने में असफल रहे शकील ने उस जगह का भी पता लगा लिया था जहां `हिन्दू डॉन' छिपा हुआ था। मगर आखिरी वक्त में उसका प्लान फेल हो गया। राजन को किसी ने इस बारे में जानकारी दे दी कि डी कंपनी एक बार फिर उसी तरह का हमला करवाने की तैयारी में है जैसा कुछ साल पहले बैंकाक में किया गया था। खबर मिलते ही छोटा राजन एक बार अंडर-ग्राउंड हो गया। खुफिया जानकारी के अनुसार छोटा शकील किस तरह से राजन की हत्या करके अपने बॉस दाउद का सपना पूरा करने की फिराक में था। शकील ने राजन को मारने के लिए अपनी एक बेस्ट शूटरों की टीम आस्ट्रेलिया भेजी थी। क्योंकि उसे यह जानकारी मिली थी कि राजन आस्ट्रेलिया में छिपा हुआ है। डी कंपनी के शूटरों के राजन के न्यू कैसल के ठिकाने पर पहुंचने से पहले वो वहां से बच निकलने में कामयाब रहा। सवाल उठ रहा है कि शकील को राजन के ठिकाने के बारे में किसने जानकारी दी? कुछ महीने पहले मीडिया में खबर आई थी कि छोटा राजू किडनी की प्रॉब्लम की वजह से मर गया है। क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि यह खबर छोटा शकील के कहने पर उसके लोगों द्वारा जानबूझ कर फैलाई गई थी, क्योंकि शकील को राजन के बारे में कुछ पता नहीं चल रहा था। जैसे ही राजन की मौत की खबर फैली, राजन ने जिन्दा होने की सूचना देते हुए कई करीबियों को फोन किया था और खुद के आस्ट्रेलिया में होने की सूचना दी थी। इन्हीं करीबियों में एक ने छोटा शकील को राजन का पता बता दिया। छोटा राजन पर छोटा शकील ने 15 साल पहले भी गोलियां चलाई थीं। उस शूटआउट में छोटा राजन का साथी रोहित वर्मा मारा गया था पर राजन बुरी तरह घायल होने के बावजूद इसमें जिन्दा बच गया था। राजन के आस्ट्रेलिया के न्यूकैसल में होने की खबर पाते ही शकील ने मिडिल-ईस्ट के एक देश से शूटर्स आस्ट्रेलिया रवाना कर दिए। शकील का इरादा पक्का था कि इस बार राजन को किसी कीमत पर खत्म करना है। मगर इस बार भी किस्मत ने शकील का साथ नहीं दिया, क्योंकि राजन का कोई रहस्यीय शुभचिन्तक भी शकील के इरादों की जानकारी रख रहा था। उसने राजन को खबर दे दी और वह अंडर-ग्राउंड हो गया। कुछ ही घंटों में छोटा राजन आस्ट्रेलिया छोड़कर ऐसी जगह चला गया जिसके बारे में शकील को जानकारी देने वाले भेदिया को भी जानकारी नहीं थी। उल्लेखनीय है कि मुंबई के सीरियल ब्लास्ट को लेकर दाउद और छोटा राजन के मतभेद हो गए थे क्योंकि राजन नहीं चाहता था कि मुंबई में इस प्रकार के ब्लास्ट हों। तभी से दाउद राजन की हत्या करने के प्रयास में लगा हुआ है। अब शकील कह रहा है कि छोटा राजन जहां मिलेगा मार डालूंगा।

-अनिल नरेन्द्र

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