Saturday, 29 October 2016

पाकिस्तान के लिए अगले 10 दिन महत्वपूर्ण होंगे

पाकिस्तान में सेना और नवाज शरीफ सरकार मिलकर काम कर रहे हैं या दोनों में टकराव है इसका फैसला आने वाले चन्द दिनों में हो जाएगा। मसला है पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल राहील शरीफ के वर्तमान कार्यकाल को बढ़ाने का। वर्तमान सेना प्रमुख राहील शरीफ नवम्बर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं और वह एक्सटेंशन जरूर चाहेंगे। हालांकि पब्लिक में वह कह रहे हैं कि मैं दूसरे कार्यकाल के पक्ष में नहीं हूं। उन्होंने कहा कि वे अपने पूर्ववर्ती जनरल अशफाक कयानी की तरह दूसरा कार्यकाल नहीं लेंगे। पाकिस्तान सरकार के एक मंत्री ने कहा है कि हफ्ता, 10 दिन में पाक सरकार नए सेना प्रमुख का ऐलान कर देगी। लेकिन राहील का स्थान कौन लेगा अभी इस पर कोई टिप्पणी नहीं की गई है। पाक समाचार एजेंसी एसोसिएटिड प्रेस ऑफ पाकिस्तान (एपीपी) ने वरिष्ठ मंत्री तारिक फजल चौधरी के हवाले से कहा है कि सरकार ने अब तक इस बारे में फैसला नहीं किया है कि कौन नया सेना प्रमुख होगा, लेकिन जल्द ही उनके नाम की घोषणा कर दी जाएगी। आंतरिक और बाहरी सुरक्षा चुनौतियों के बीच पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की सरकार पर जनरल राहील शरीफ के उत्तराधिकारी के नाम को लेकर अनिश्चितता खत्म करने का दबाव है। कानून के तहत प्रधानमंत्री को नए सेना प्रमुख की नियुक्ति का विशेषाधिकार है। इस संबंध में उनकी शक्ति असीमित है। लेकिन पद से मुक्त हो रहे सेना प्रमुख उन्हें परामर्श दे सकते हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री किसी भी वरिष्ठ लेफ्टिनेंट जनरल को सेना प्रमुख के तौर पर चुन सकते हैं और वह अधिकारियों की वरिष्ठता मानने के लिए बाध्य नहीं हैं। पाक मंत्री द्वारा नए सेना प्रमुख के नाम का हफ्ता, 10 दिन में खुलासा करने का बयान इस्लामाबाद हाई कोर्ट के उस फैसले के ठीक बाद में आया है जिसमें जनरल राहील शरीफ को फील्ड मार्शल का दर्जा देने की मांग संबंधी याचिका खारिज कर दी गई थी। प्रमुख समाचार पत्र एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक न्यायमूर्ति आमेर शेख ने कहा कि अदालत के पास इस बारे में विधायिका को निर्देश देने का अधिकार नहीं है। उन्होंने अपने आदेश में कहा कि याचिका अयोग्य थी इसलिए इसे खारिज कर दिया गया। याचिका 16 अक्तूबर को लगाई गई थी। इधर इमरान खान ने चेतावनी दी है कि अगर तीसरी ताकत ने तख्ता पलट किया तो इसके लिए नवाज शरीफ सरकार जिम्मेदार होगी। दरअसल इमरान की पार्टी राजधानी इस्लामाबाद में घेराव कर बड़ा प्रदर्शन करने की तैयारी में है। पनामा पेपर्स में भ्रष्टाचार के आरोपों के खुलासे के बाद इमरान खान प्रधानमंत्री से इस्तीफे की मांग कर रहे हैं। आने वाले दिन पाकिस्तान के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे। देखें, क्या होता है?

-अनिल नरेन्द्र

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