Friday 21 October 2016

आईएस के सफाए के लिए निर्णायक जंग

दुनिया में कभी अपने शैक्षिक संस्थानों के लिए प्रसिद्ध 3000 साल पुराना इराकी शहर मोसुल अब सबसे बड़ी जंग का मैदान बन गया है। आईएस (इस्लामिक स्टेट) का पूरी तरह से खात्मा कर वापस मोसुल पर कब्जा जमाने के लिए इराकी सेना ने शहर पर हमला बोल दिया है। शहर में मौजूद चार से आठ हजार आईएस आतंकियों को खदेड़ने के लिए इराक और कुर्द बलों के 30 हजार जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। रविवार रात से शहर पर हवाई हमले और बम बरसने शुरू हो गए हैं। इराकी सैनिक, कुर्दिश लड़ाके और पांच हजार अमेरिकी जवान भारी संख्या में हथियार और टैंक लेकर शहर में दाखिल होना शुरू हो चुके हैं। इराक ने शुरुआती सफलता हासिल करते हुए नौ गावों को आईएस के चुंगल से आजाद भी करा लिया है। बता दें कि दिसम्बर 2011 में यहां से अमेरिकी सेना ने घर लौटना शुरू किया था। फरवरी 2012 में इराक में शिया-सुन्नी विवाद बढ़ा। मार्च 2013 में सीरिया के पास वाले इराकी क्षेत्र में आईएस ने अपनी पैठ बनाना शुरू कर दी। जून 2014 में सरकार की निक्रियता की वजह से आईएस ने मोसुल पर अपना कब्जा कर लिया। कभी 25 लाख वाला यह शहर अब खंडर में तब्दील हो चुका है। अब भी 10 लाख लोग यहां फंसे हुए हैं। स्थानीय नागरिकों को आईएस के ठिकाने वाले क्षेत्र `अल-दायग' से दूर रहने की सलाह दी गई है। यूएन मौजूदा हालात पर चिन्ता जताते हुए कहा चुका है कि इस लड़ाई में शरणार्थी संकट और गहराएगा। सुरक्षित स्थान तक पहुंचने के लिए बच्चों को भूखे-प्यासे 36 घंटे तक पैदल चलना पड़ रहा है। आईएस आतंकियों ने मोसुल में कई बंकर बना रखे हैं। इसलिए इसे खत्म करने में समय लग सकता है। मोसुल को मुक्त कराने के बाद यहां सुरक्षा को लेकर फिर दिक्कतें पैदा न हों, इसलिए अमेरिका अभी से 15 हजार कुर्दिश लड़ाकों को ट्रEिनग दे रहा है। सेना के अभियान को कमजोर करने के इरादे से आईएस ने तेल के पुंओं में आग लगा दी है ताकि आसमान में काले धुएं की वजह से उन्हें परेशानी हो। इस शहर पर इराक का दोबारा नियंत्रण हो जाने से आईएस के खलीफा राज के दावे की हवा निकल जाएगी। संयुक्त राष्ट्र ने यह आशंका जताई है कि आईएस इराक में अपने अंतिम गढ़ को बचाने के लिए शहर के बचे 15 लाख नागरिकों को ढाल बना सकता है। आईएस ने मोसुल पर ही पहले कब्जा किया था। इसके बाद वह इराक और सीरिया के बड़े क्षेत्र तक फैल गया। इराकी बलों के मोसुल शहर से आईएस को खदेड़ने के अपने अभियान में आगे बढ़ने के साथ ही अमेरिका ने कहा कि आतंकी समूह की स्वघोषित राजधानी से उसे बाहर करना एक महत्वपूर्ण रणनीतिक घटनाक्रम है।

-अनिल नरेन्द्र

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