Saturday, 15 October 2016

जयललिता के स्वास्थ्य पर उठते सवाल

तमिलनाडु की मुख्यमंत्री जयललिता की बीमारी ने सभी को चक्कर में डाल दिया है। जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर तरह-तरह के सवाल उठ रहे हैं। बेशक अन्नाद्रमुक सुप्रीमो के स्वास्थ्य का हालचाल पूछने और हमदर्दी जताने का शिष्टाचार निभाने में सियासी पार्टियां कोई कोताही नहीं कर रहीं मगर अम्मा के भविष्य में सक्रिय रहने पर सवाल कर रहे हैं। प्रमुख विपक्षी दल डीएमके ने जयललिता के स्वास्थ्य पर कई सवाल खड़े किए हैं। द्रविड़ मुन्नेत्र कषगम (डीएमके) प्रमुख एम. करुणानिधि ने कहा है कि कई दिनों से अस्पताल में भर्ती जयललिता कैसे राज्यपाल को यह सलाह दे सकती हैं कि उनके सारे विभाग के कामकाज पनीरसेल्वम को सौंपे जाएं? जयललिता के सभी पोर्टफोलियो फाइनेंस मिनिस्टर ओ. पनीरसेल्वम को सौंप दिए गए हैं जिन्हें जयललिता का विश्वासपात्र माना जाता है। करुणानिधि ने सवाल किया कि जब कोई अस्पताल में जयललिता से मिल नहीं सकता तो राज्यपाल विद्या सागर राव ने यह कैसे तय कर लिया कि पनीरसेल्वम जयललिता का काम संभालेंगे? क्या मुख्यमंत्री ने अपने सभी पोर्टफोलियो पनीरसेल्वम को ट्रांसफर करने की सलाह देने वाले पत्र पर हस्ताक्षर किए हैं या नहीं? 20 दिन से ज्यादा समय से चेन्नई स्थित अपोलो हॉस्पिटल में एडमिट तमिलनाडु की सीएम जे. जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर हॉस्पिटल अधिकारियों ने अब तक कई मेडिकल बुलेटिन जारी किए हैं, हालांकि इनमें जयललिता की बीमारी का पूरा खुलासा नहीं किया, बस सीमित खुलासा ही किया है। राजनीतिक गलियारों से लेकर आम जनता इस कोशिश में है कि अगर जया की हालत में सुधार है तो फिर राज्य सरकार सार्वजनिक रूप से कोई बयान क्यों नहीं जारी करती? तमिलनाडु के राज्यपाल, केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी, केंद्रीय मंत्री एम. वेंकैया नायडू, भाजपा अध्यक्ष अमित शाह सहित कई नेताओं को अपोलो अस्पताल जाने पर जयललिता को देखने या उनसे मिलने नहीं दिया गया। जिस तरह से जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर अटकलों का दौर जारी है, आने वाला समय एआईडीएमके के लिए चुनौती भरा हो सकता है। मेडिकल बुलेटिन पहले ही बहस का विषय बना हुआ था, अब सीएम की सलाह पर विभाग आवंटन पर करुणानिधि ने सवालिया निशान लगाकर मामले को गंभीर बना दिया है। जाहिर है कि डीएमके चीफ किसी गड़बड़ी का इशारा कर रहे हैं। जया की स्पष्ट सूचना जारी किए बगैर राज्य सरकार के लिए इससे निपटना आसान नहीं होगा। चेन्नई के अपोलो अस्पताल में भर्ती जयललिता के स्वास्थ्य पर विशेषज्ञों की एक टीम लगातार निगरानी रखे हुए है। अपोलो अस्पताल की ओर से जारी स्वास्थ्य बुलेटिन के अनुसार सुश्री जयललिता को श्वसन संबंधी आवश्यक उपकरण, एंटीबायटिक दवाएं, पोषण सहायक चिकित्सा और फिजियोथैरेपी भी दी जा रही है।

-अनिल नरेन्द्र

No comments:

Post a Comment