Saturday 29 October 2016

येदियुरप्पा के बरी होने का दूरगामी सियासी असर होगा

भाजपा के वरिष्ठ नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा को राहत देते हुए सीबीआई की विशेष अदालत ने बुधवार उन्हें, उनके दो पुत्रों व दामाद को अवैध खनन से जुड़े 40 करोड़ रुपए के दलाली मामले में बरी कर दिया। इस मामले के कारण ही येदियुरप्पा पर वर्ष 2011 में तत्कालीन लोकायुक्त न्यायमूर्ति संतोष होगड़े ने अभियोग चलाया था और उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ा था। अदालत ने जांच-पड़ताल के बाद येदियुरप्पा और उनके परिवार को भ्रष्टाचार, धोखाधड़ी और आपराधिक षड्यंत्र का दोषी पाया था। सिर्प यही नहीं कि येदियुरप्पा को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा था, बल्कि उन्हें कुछ दिन जेल में भी बिताने पड़े थे। सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश पर यह मामला सीबीआई ने अपने हाथ में लिया था। चर्चित बेल्लारी खदान रिश्वत कांड में बरी होने का न सिर्प उन्हें लाभ होगा बल्कि इसका दक्षिण भारत की राजनीति पर गहरा असर पड़ेगा। सीबीआई अदालत के फैसले से दक्षिण भारत में भाजपा की पहली सरकार बनवाने वाले येदियुरप्पा फिर ताकत के साथ उभर सकते हैं। संभव है कि येदियुरप्पा दक्षिण में फिर कांग्रेस की अकेली सरकार को 2018 के चुनाव में पराजित कर दक्षिण भारत को कांग्रेसमुक्त बना डालें। कांग्रेस क्या दूसरी विपक्षी पार्टियां इस मामले में केंद्र सरकार द्वारा फैसले को प्रभावित करने के जो आरोप लगा रही हैं, उसमें कुछ नया नहीं है। इसके बावजूद तत्कालीन लोकायुक्त संतोष हेगड़े के निष्कर्ष पर तो सवाल उठेंगे ही कि उन्होंने अपनी रिपोर्ट में येदियुरप्पा और उनके परिवार को दोषी कैसे ठहराया? फिर तब ऐसे कौन-कौन से अकाट्य तथ्य और सबूत थे जिस आधार पर मुख्यमंत्री को पद से इस्तीफा देकर जेल जाना पड़ा था? इस फैसले ने येदियुरप्पा को न सिर्प नया राजनीतिक जीवन ही दिया है, बल्कि वह फिर से कर्नाटक में भाजपा के सबसे बड़े नेता के तौर पर उभर सकते हैं। चूंकि पिछले विधानसभा चुनाव में भाजपा से बाहर हुए येदियुरप्पा ने भाजपा का काफी नुकसान किया था और कांग्रेस विजयी रही थी। ऐसे में उनके बरी होने से भाजपा स्वाभाविक ही काफी उत्साहित होगी। दरअसल उस लिंगयात समुदाय में येदियुरप्पा का खासा जनाधार बताया जाता है, जो राज्य की आबादी का करीब 17 प्रतिशत है। इसी साल स्थानीय विरोधों के बावजूद येदियुरप्पा को कर्नाटक भाजपा का अध्यक्ष बनाया गया था। जाहिर है, इस फैसले से उत्साहित भाजपा अब येदियुरप्पा के नेतृत्व में फिर से कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में जीत का ताना-बाना बुन रही होगी। येदियुरप्पा ने फैसले के बाद ट्वीट कियाöसत्यमेव जयते। न्याय हुआ। मेरी बात सही साबित हुई। बाद में उन्होंने संवाददाताओं से कहाöमैं इस बात से खुश हूं कि झूठे और राजनीतिक रूप से प्रेरित आरोप खारिज कर दिए गए।

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