Friday 7 October 2016

इस दीपावली में `चीनी' होगी थोड़ी कम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीपावली के शुभ अवसर पर देशवासियों के लिए अपने संदेश में कहा हैöमेरे प्यारे भारतवासियों! आप सब इस बार इतना करें कि आने वाले दीपावली पर्व पर अपने घरों में रोशनी, सजावट, मिठाई इन सब में केवल भारत में बनी सामग्री का प्रयोग करें। आशा करता हूं कि आप इस प्रधान सेवक की बात को जरूर मानेंगे, आप छोटे-छोटे कदमों में अगर मेरा साथ दें तो मैं आपसे वादा करता हूं, हमारे भारत को दुनिया की सबसे आगे वाली पंक्ति में प्रथम स्थान पर खड़ा पाओगे। वंदे मातरम! नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री। त्यौहारों का महीना है, लेकिन यह दीपावली पहले जैसी नहीं होगी क्योंकि इस दीपावली में `चीनी' थोड़ी कम होगी। चीनी यानि दीपावली के मौके पर बाजारों में दिखाई देने वाले चीनी सामान का बहिष्कार करना अति आवश्यक है। सोशल मीडिया में भी यह अपील की जा रही है। चीनी सामान के बहिष्कार को लेकर कई संस्थाओं ने आंदोलन का भी ऐलान कर दिया है। यह सब इसलिए कि भारत को चीन को सबक सिखाना है। चीन सिर्प पैसे की मार को समझता है। यह सब इसलिए जरूरी है क्योंकि हिन्दुस्तान के बाजारों में अरबों का कारोबार करने वाला चीन अब खुलकर पाकिस्तान का समर्थन कर रहा है। पाकिस्तान पर भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक के जवाब में चीन ने भारत के खिलाफ आर्थिक स्ट्राइक की है। चीनी उत्पादों का बहिष्कार इसलिए होना चाहिए ताकि हिन्दुस्तानियों का पैसा किसी ऐसे मुल्क में न जाए, जो न केवल भारत की जमीन हड़पे बैठा है, बल्कि जो भारत के मोस्ट वांटेड मसूद अजहर की तरफदारी करता है, ब्रह्मपुत्र नदी का पानी रोकता है। पिछले कुछ वर्षों में दीपावली के मौके पर चीनी सामानों का कितना कारोबार हुआ, इसका आंकड़ा देखें तो आप जीरो ही गिनते रह जाएंगे। 2006 में दीपावली में चीनी सामानों का कारोबार 11 हजार करोड़ का था, जो 2012 में बढ़कर 33 हजार करोड़ से भी ज्यादा हो गया यानि तीन गुना। एक अनुमान के मुताबिक चीनी सामानों की वजह से भारतीय बाजार को तकरीबन 200 फीसदी का नुकसान उठाना पड़ा है। सिर्प ये संस्थाएं ही नहीं, बल्कि चीनी सामान के बहिष्कार के लिए सोशल मीडिया पर भी लंबी मुहिम जारी है। लोग भारत में चीनी सामानों पर बैन लगाने की मांग कर रहे हैं। जितना गुस्सा भारत की जनता को पाकिस्तान से है उतना ही गुस्सा चीन के खिलाफ भी है, क्योंकि हिन्दुस्तान का सबसे बड़ा दुश्मन अब चीन का सबसे बड़ा दोस्त है। इस दीपावली पर चीनी सामान का बहिष्कार जरूर करें।

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