Tuesday 3 January 2017

कार्यकाल के अंत में ओबामा ने रूस पर तगड़ी कार्रवाई की

20 जनवरी को राष्ट्रपति बराक ओबामा अमेरिका के राष्ट्रपति पद से रिटायर हो रहे हैं। उन्होंने अपने कार्यकाल के अंत में कई फैसले ऐसे किए हैं जिनका दूरगामी प्रभाव हो सकता है और नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए कड़ी चुनौती होगी इनके परिणामों से भुगतना। ताजा फैसले अमेरिका और रूस के आपसी संबंधों पर असर डाल सकते हैं। ओबामा ने रूस के 35 अधिकारियों को देश छोड़ने का आदेश दिया है। दो रूसी परिसर बंद करने के अलावा नौ इकाइयों पर प्रतिबंध भी लगाए हैं। राष्ट्रपति चुनाव के दौरान रूसी हैकिंग के जवाब में ओबामा ने यह कदम उठाए हैं। ओबामा ने रूस के खिलाफ कार्रवाई का ऐलान गत गुरुवार को हवाई से किया, जहां वे परिवार के साथ सालाना छुट्टियां मना रहे हैं। दरअसल मामला यह हैöअमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के दौरान डेमोक्रेटिक पार्टी और उसकी उम्मीदवार हिलेरी क्लिंटन पर साइबर हमले हुए थे। अमेरिकी अधिकारियों का दावा है कि रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा किया गया था। अमेरिकी एजेंसियां इसमें रूसी संलिप्तता का पर्याप्त सबूत होने का दावा कर रही हैं। खुद ओबामा कह चुके हैं कि पुतिन की शह पर साइबर हमले हुए। अमेरिकी राजनीतिक वेबसाइट और ई-मेल खातों को हैक कर राष्ट्रपति चुनाव को प्रभावित करने के रूसी प्रयासों पर अमेरिका ने एक विस्तृत रिपोर्ट भी जारी की है। 13 पन्नों की यह रिपोर्ट गृह सुरक्षा मंत्रालय और एफबीआई के संयुक्त विश्लेषण पर आधारित है। यह किसी देश या उससे जुड़े लोगों द्वारा अंजाम दी गई दुर्भावनापूर्ण साइबर गतिविधि से जुड़ी अपनी तरह की पहली रिपोर्ट है। रूसी विदेश मंत्रालय ने ओबामा की कार्रवाई करने हेतु रूसी राष्ट्रपति से उसी ढंग से जवाबी कार्रवाई करने की सिफारिश की। पर राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन ने इसे खारिज कर दिया। लेकिन 20 जनवरी को राष्ट्रपति बनने जा रहे डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों के मद्देनजर पुतिन ने फिलहाल अमेरिका के खिलाफ बदले की कार्रवाई नहीं करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि रूस बदले की कार्रवाई नहीं करेगा। अमेरिकी राजनयिकों को किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। उधर डोनाल्ड ट्रंप ने शुक्रवार रात ट्वीट किया कि पुतिन के जवाबी कार्रवाई न करने के फैसले का वह स्वागत करते हैं। ट्रंप ने कहा कि उन्हें हमेशा से पता था कि रूसी राष्ट्रपति काफी समझदार हैं। ट्रंप ने चुनाव में कथित हस्तक्षेप के मामले में रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों पर प्रतिक्रिया जताते हुए देश से आगे बढ़ने की अपील की और उन अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के प्रमुखों से मुलाकात करने का फैसला किया जिनकी उन्होंने कड़ी आलोचना की थी। 2017 का साल अमेरिका-रूस में तनातनी से शुरू हुआ है। देखें, ट्रंप क्या करते हैं?

-अनिल नरेन्द्र

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