Sunday 19 February 2017

कैदी नम्बर 9435, अर्श से जेल के फर्श तक

तमिलनाडु में मुख्यमंत्री बनने का इंतजार कर रही अन्नाद्रमुक महासचिव शशिकला की नई पहचान बेंगलुरु सेंट्रल जेल में कैदी नम्बर 9435 है। यहां पर 61 वर्षीय शशिकला तमिलनाडु की सत्ता के शीर्ष पर पहुंचने का ख्वाब देखते-देखते 8द्ध10 की एक कालकोठरी में पहुंच गई हैं। शशिकला ने अपनी पहली रात फर्श पर सोकर बिताई। उन्होंने जज से खास सुविधाओं वाली कोठरी मांगी थी जो नामंजूर हो गई। दिलचस्प बात तो यह है कि वह साल 2014 में भी परपन्ना अगराहा जेल में 21 दिन बिता चुकी हैं। शशिकला के साथ जेल की उस कोठरी में दो और महिलाएं भी हैं जिनमें से एक खून के आरोप में सजा काट रही है। उसने छह खून किए थे। जेल यात्रा करने से पहले शशिकला जयललिता की समाधि पर गई थीं। यहां शशिकला ने कुछ ऐसा व्यवहार किया जिससे लोग हतप्रभ रह गए। बेंगलुरु की अदालत में आत्मसमर्पण करने के लिए जाते समय शशिकला मरीना बीच स्थित जयललिता की समाधि पर श्रद्धांजलि अर्पित करने के लिए कुछ देर रुकीं। इस दौरान उन्होंने समाधि पर तीन बार हाथ मारा। उस समय उनकी आंखों में आंसू थे और वह लगातार कुछ बुदबुदा रही थीं जिसे सुना नहीं जा सका। शशिकला के समर्थकों का कहना है कि उन्होंने समाधि पर तीन बार हाथ मारकर तीन शपथ ली हैं। अन्नाद्रमुक की ओर से ट्वीट कर कहा गया है कि शशिकला ने बाधा, कपट और अपने खिलाफ साजिश से पार पाने का संकल्प लिया है। कुछ लोग इस पर अटकलें लगा रहे हैं कि जयललिता की पार्टी और सरकार पर तो शशिकला नटराजन का कब्जा हो गया है पर जयललिता की बेहिसाब दौलत का क्या होगा? क्या यह बेहिसाब दौलत जो इस समय कर्नाटक सरकार के पास जमा है, तमिलनाडु के खजाने में जाएगी? बता दें कि कर्नाटक के सरकारी खजाने में जमा छह करोड़ रुपए की गोल्ड और डायमंड ज्वैलरी, 20 लाख रुपए की चांदी की कलाकृतियां, 2140 साड़ियां, 750 जोड़ी जूतियां और चप्पलें और 15 लाख रुपए से ज्यादा कीमत की 91 रिस्टवॉच अब तमिलनाडु सरकार के हवाले की जाएगी। सुप्रीम कोर्ट ने आय से अधिक सम्पत्ति के मामले में अपने ऑर्डर में कहा है कि तमिलनाडु की भूतपूर्व सीएम जे. जयललिता पर लगाए गए 100 करोड़ के जुर्माने की रकम उनकी प्रॉपर्टी से वसूल की जाएगी। जयललिता पर लगाए गए 100 करोड़ रुपए के जुर्माने से पांच करोड़ रुपए कर्नाटक सरकार को मिलेंगे जो जयललिता, उनकी करीबी सहयोगी शशिकला, सुधाकरन और इलावरासी के खिलाफ चले मुकदमे में खर्च हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट के फैसले में शशिकला, सुधाकरन और इलावरासी तीनों पर 10-10 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया है, जिनकी रिकवरी इनके कैश डिपॉजिट और इनकी जब्त सम्पत्ति से होगी। शशिकला फिलहाल जेल में मोमबत्ती बनाएंगी जिसकी एवज में उन्हें 50 रुपए मजदूरी मिलेगी।

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