दीवाली
से ठीक पहले दिल्लीवासियों को खूबसूरत सिग्नेचर ब्रिज का तोहफा मिला। राजधानी की नई
पहचान बने इस पुल को सोमवार से आम लोगों के लिए खोल दिया गया। शीला दीक्षित सरकार की
ओर से 2004 में शुरू किए गए इस पुल
के निर्माण कार्य को करीब 15 साल की अवधि में लगभग
1500 करोड़ रुपए की लागत से पूरा किया गया है। इसकी ऊंचाई कुतुब मीनार
से दोगुनी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने इस 154 मीटर ऊंचे देश के सबसे ऊंचे पुल का उद्घाटन किया। इस पुल के बन जाने से उत्तर
व उत्तर-पूर्व दिल्ली के लाखों लोगों को फायदा होगा और वर्तमान
वजीराबाद पुल पर लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी। यमुना पर बना यह पुल अपनी खूबसूरती
के लिए चर्चा में है इसका मुख्य आकर्षण 154 मीटर ऊंचा मुख्य पिलर
और उस पर बना शीशे का बक्सा है जिस पर चढ़कर लोग दिल्ली को निहार सकेंगे। पिलर के ऊपरी
22 मीटर के भाग में चारों तरफ शीशे लगाकर बक्सा बनाने का काम चल रहा
है जो 31 मार्च 2019 तक पूरा होने की संभावना
है। ऊपर जाने के लिए यहां पर चार लिफ्ट भी लगाई गई हैं जिनके जरिये लोग ऊपर पहुंच कर
दिल्ली कि विहंगम दृश्य देख सकेंगे। पुल पर प्रत्यावर्ती बाण के आकार में
15 स्टे केबल्स हैं जिन पर पुल का आकार 350 मीटर
बगैर किसी पिलर के रोका गया है। ब्रिज की कुल लंबाई 675 मीटर
और चौड़ाई 35.2 मीटर है। इस पुल के बनने से जहां लोगों का रोजाना
वजीराबाद पुल से सफर करने में आधे से एक घंटे का समय जाम के कारण लग जाता है अब वह
10 मिनट में यह दूरी तय कर लेंगे। इस पुल का डिजाइन, निर्माण कार्य शीला दीक्षित की सरकार ने किया और पूरा किया केजरीवाल सरकार
ने। करीब 15 साल लंबे इंतजार के बाद रविवार शाम सिग्नेचर ब्रिज
का उद्घाटन तो हुआ पर बेहद हंगामेदार। बिना बुलाए उद्घाटन कार्यक्रम में पहुंचे भाजपा
के अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी मंच की ओर बढ़े तो पुलिस वालों ने रोका। नाराज तिवारी
की पहले तो पुलिस कर्मियों से धक्का-मुक्की हुई और इसके बाद जब
तिवारी मंच की ओर बढ़े
तो आम आदमी पार्टी के ओखला से विधायक अमानतुल्ला खान ने स्टेज से हटाने के लिए उन्हें
धक्का दे दिया। इस घटना के बाद माहौल गरमा गया। मंच के साइड पर खड़े कार्यकर्ताओं ने
भाषण दे रहे मुख्यमंत्री केजरीवाल पर पानी की बोतलें भी फेंकीं। कार्यक्रम खत्म होने
तक माहौल गरमाया रहा। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल शेर हैं,
जिन्होंने मोदी द्वारा उत्पन्न बाधाओं के बावजूद ब्रिज का उद्घाटन किया।
अब अड़चनें पैदा करने वाले खिसियानी बिल्ली की तरह खम्भा नोंच रहे हैं। प्रधानमंत्री
ब्रिज के लिए एक रुपया भी देते तो मैं खुद उन्हें उद्घाटन के लिए बुलाता। मनोज तिवारी
का कहना था कि केजरीवाल, सिसोदिया की शह पर विधायक अमानतुल्ला
खान ने मुझ पर कातिलाना हमला किया। मुझे धक्का दिया गया ताकि मैं स्टेज से गिरकर मर
जाऊं। खुद अरविन्द केजरीवाल ने अपने भाषण में कहा कि मंदिर-मस्जिद
और विश्व में सबसे ऊंचा स्टैच्यू बनाने से विकास नहीं होगा, बल्कि
स्कूल, अस्पताल व सिग्नेचर ब्रिज बनाने की जरूरत है तभी आधुनिक
भारत की नींव रखी जाएगी। दिल्ली में इस लैंडमार्प ब्रिज पर सभी को बधाई।
-अनिल नरेन्द्र
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