Tuesday, 30 December 2014

आईएम के निशाने पर राजस्थान

कुख्यात आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन ने राजस्थान की जमीं को सिलसिलेवार धमाकों से रक्तरंजित करने की धमकी दी है। राजस्थान में इसे देखते हुए फुल अलर्ट कर दिया गया है। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चन्द कटारिया सहित 16 मंत्रियों को मिले धमकी भरे मेल के बाद डीजीपी ओमेन्द्र भारद्वाज ने एटीएस, खुफिया तंत्र और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के मुखियाओं के साथ खास बैठक कर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। डीजीपी ने गूगल और एनआई से संदिग्धों की तलाश में इंटरपोल से भी सम्पर्प साधा है। गौरतलब है कि इंडियन मुजाहिद्दीन ने राजस्थान की राजधानी जयपुर सहित अन्य जिलों में सिलीपर सेल के रूप में आतंकियों की फौज खड़ी की थी। दरिन्दे रेकी कर प्रदेश में धमाकों की योजना बना चुके थे मगर दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को मिली सूचना पर एटीएस ने राजस्थान में  पल रही दहशतगर्दों की फौज को दबोच कर उनकी कमर तोड़ दी थी। करीब छह माह पहले सुरक्षा एजेंसियों ने जयपुर, सीकर, अजमेर और जोधपुर से आईएम के करीब 16 गुर्गों को गिरफ्तार कर लिया था। आतंकियों से पूछताछ पर उजागर हुए उनके मंसूबों के आधार पर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। राजधानी के धार्मिक स्थलों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, बड़े मॉल, प्रतिष्ठित स्कूल और एयरपोर्ट के अलावा पूरे प्रदेश के प्रमुख स्थानों को चिन्हित कर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। होटल, धर्मशाला और सरायों की सघन तलाशी का अभियान चलाकर संदिग्धों पर सीसीटीवी कैमरों से भी निगरानी रखी जा रही है। अंग्रेजी भाषा में मिले मेल का हिन्दी अनुवाद में लिखा हैöप्रिय मित्रो, हम इंडियन मुजाहिद्दीन (आईएम) हैं। हम आपको सूचना दे रहे हैं कि हम आपको बिग बैंग सरप्राइज देने वाले हैं। आप अच्छी तरह समझ सकते हैं, हमारा मकसद क्या है। इसलिए आप जो अच्छा कर सकते हो कर लो। हम आपको खुली चेतावनी देते हैं कि हमारा एक्शन राजस्थान में अनेक स्थानों पर होगा। यदि तुम इसको रोक सको तो... तुम इसको रोक लो। हमारी प्रतिक्रिया दिवस 26 जनवरी 2015 है। नोटिस बाई आईएम। डीजीपी ओमेन्द्र भारद्वाज ने प्रदेशवासियों को चिंतित नहीं होने की नसीहत देते हुए सुरक्षा के माकूल इंतजामात करने का आश्वासन दिया है। उन्होंने मेल को अफवाह फैलाने की नजर से देखते हुए किसी शरारती तत्व की कारगुजारी भी बताया है। डीजीपी के अनुसार मेल से पहले भी आतंकियों के गड़बड़ी फैलाने के इनपुट मिल चुके हैं। आतंकियों के धमाके करने की तारीख और स्थानों का स्पष्ट पता नहीं चला है। पुलिस के अलावा एटीएस, बीडीएस, सीआईडी व आईबी सहित अन्य खुफिया तंत्र सक्रिय हो गए हैं। सीमा पार से आने और जाने वाले फोन कॉल्स के अलावा सैटेलाइट फोनधारकों को भी रॉडार पर  लेकर जांच में जुटी है। इस बीच मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाते हुए सचिवालय को भी सुरक्षा के घेरे में लिया है। सचिवालय में कैमरा आदि पर रोक लगाते हुए मोबाइल से भी फोटो लेने पर रोक लगाई गई है। उम्मीद करते हैं कि यह गीदड़ भभकी है और आतंकी अपने मंसूबों में कामयाब नहीं होंगे।

-अनिल नरेन्द्र

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