Thursday, 30 August 2018

लालू को दोहरा झटका, परिवार भी मुश्किलों में

राजद प्रमुख लालू प्रसाद और उनके परिवार की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के साथ ही उनकी पत्नी एवं पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी, उनके पुत्र तथा नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के खिलाफ भी आरोप पत्र दाखिल कर दिया है। रेलवे होटल टेंडर में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है। अब उन्हें दिल्ली स्थित न्यायालय में ट्रायल का सामना करना पड़ेगा। वहीं झारखंड उच्च न्यायालय द्वारा लालू प्रसाद यादव को स्वास्थ्य के आधार पर मिली औपबंधिक जमानत का विस्तार नहीं किए जाने से यह संकट और गहरा गया है। अब लालू को इसी 30 अगस्त को सरेंडर करना होगा। इलाज कराने को आधार बनाकर डाली गई अंतरिम जमानत बढ़ाने की अर्जी पर सुनवाई करते हुए जस्टिस अपरेश कुमार सिंह ने राज्य सरकार को जरूरत पड़ने पर लालू प्रसाद को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने का भी निर्देश दिया। प्रवर्तन निदेशालय ने आईआरसीटीसी होटल आवंटन मनी लांड्रिंग में शुक्रवार को लालू प्रसाद यादव, राबड़ी देवी एवं बेटे तेजस्वी यादव समेत अन्य के खिलाफ पटियाला हाउस कोर्ट के विशेष जज अरविन्द कुमार सिंह की कोर्ट में जो मनी लांड्रिंग केस दर्ज किया है उसमें लारा प्रोजेक्ट्स नाम की एक कंपनी एवं 10 अन्य के खिलाफ धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की धाराओं के तहत चार्जशीट में शामिल है। रेलवे टेंडर मामले में त्वरित ट्रायल की स्थिति में वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव और वर्ष 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव को देखते हुए राष्ट्रीय जनता दल के समक्ष नेतृत्व का संकट खड़ा हो सकता है। पार्टी में प्रथम पंक्ति के वरिष्ठ नेताओं को किनारे कर तेजस्वी और तेज प्रताप को लालू ने आगे किया था, लेकिन परिस्थितियां यदि विषम रूप लेती हैं तो संगठन में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की भूमिका ही अहम होगी। ऐसे में राजद का आधार वोट संभालना मुश्किल हो सकता है। उस सूरत में राजद के वरिष्ठ नेता जगतानन्द सिंह, रघुवंश प्रसाद सिंह, शिवानंद तिवारी, जयप्रकाश नारायण यादव, डॉ. राजचन्द्र पूर्वे व अब्दुल बारी सिद्दीकी पर जिम्मेदारी आ जाएगी। चारा घोटाला मामले में सजा से पूर्व लालू प्रसाद ने संगठनात्मक रणनीति के तहत पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव को आगे कर दिया था। साथ ही लालू प्रसाद ने तब राजद के प्रथम व दूसरी पंक्ति के नेताओं को मिलाकर पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में राष्ट्रीय संघर्ष समिति के गठन की घोषणा की। पर ईडी की चार्जशीट से तेजस्वी व राबड़ी देवी के साथ ही संगठन की परेशानी बढ़ सकती है। लालू प्रसाद की अस्वस्थता के कारण उनका परिवार और संगठन पहले से ही परेशानी में है। अब इस नए केस से यह संकट और बढ़ गया है।
-अनिल नरेन्द्र


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