Saturday, 15 June 2019

आगरा कचहरी परिसर में ही हत्या कर डाली

अपराधियों के घुटने तोड़ने के  जिस संकल्प के साथ योगी आदित्यनाथ सरकार ने सत्ता संभाली थी, वह बीच राह यानि बीच राह लगभग ढाई साल बाद ही लड़खड़ाती नजर आ रही है। आए दिन वह भी दिनदहाड़े मर्डर हो रहे हैं। ताजा घटना ताज नगरी के दीवानी परिसर में उत्तर प्रदेश बार काउंसिल अध्यक्ष दरवेश यादव की गोली मारकर हत्या करने की है। दरवेश (37) को बुधवार को गोली मार दी गई। दरअसल बुधवार दोपहर करीब तीन बजे उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के अध्यक्ष दरवेश सिंह यादव और अधिवक्ता मनीष शर्मा के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। आगरा के एडीजे अजय आनंद ने बताया कि विवाद इतना बढ़ गया कि अधिवक्ता मनीष शर्मा ने दरवेश यादव को लगातार तीन गोलियां मारीं। गोली चलने से दीवानी परिसर में अफरातफरी मच गई। इसके  बाद मनीष शर्मा ने खुद को भी गोली मार ली। पुलिस ने दोनों को दिल्ली गेट स्थित पुष्पांजलि अस्पताल में भर्ती कराया। वारदात दीवानी कचहरी में वकील अरविन्द मिश्रा के चैंबर में दोपहर तीन बजे के करीब हुई। दरवेश को तीन गोलियां लगीं, एक गोली दरवेश के भतीजे मनोज को भी मारी, पर वह बच गया। दरवेज के भतीजे सनी यादव ने मनीष के खिलाफ रिपोर्ट में आरोप लगाया कि उसने दरवेश का चैंबर, पैसा और जेवरात हड़प लिए। मनीष की पत्नी वंदना कई दिनों से हत्या की धमकी दे रही थी। बुधवार को कचहरी में दरवेश का स्वागत समारोह था। मनीष के नहीं आने पर कुछ अधिवक्ताओं ने फोन करके बुलाया ताकि दोनों गिले-शिकवे भूल जाएं। इसके लिए अरविन्द मिश्रा के चैंबर में भी मीटिंग बुलाई गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार मीटिंग में दरवेश और मनीष में कहासुनी हुई। दरवेश के रिश्तेदार मनोज बीच में बोले तो मनीष भड़क गया। उसने पहले से लोड पिस्टल निकालकर मनोज पर फायर कर दिया, पर वह किसी तरह बच गया। इसके बाद तीन गोलियां दरवेश और एक खुद को मारी। दरवेश को अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत बताया। वहीं मनीष को दिल्ली रैफर कर दिया। बता दें कि दो दिन पहले ही दरवेश यादव उत्तर प्रदेश बार काउंसिल की अध्यक्ष निर्वाचित हुई थीं। उत्तर प्रदेश बार काउंसिल के इतिहास में वह पहली महिला अध्यक्ष बनी थीं। उत्तर प्रदेश बार काउंसिल का चुनाव रविवार को प्रयागराज में हुआ था। दरवेश सिंह के नाम एक रिकॉर्ड यह भी है कि बार काउंसिल के 24 सदस्यों में वह अकेली महिला हैं। दरवेश सिंह मूल रूप से एटा की रहने वाली हैं। दरवेश को पहले से ही हत्या की आशंका थी। उन्होंने साथी वकीलों से कहा था कि मनीष के इरादे ठीक नहीं हैं, वह धमकी दे रहा है। कभी भी मेरी हत्या कर सकता है। दरवेश ने अपने कुछ रिश्तेदारों को भी इसकी जानकारी दी थी। उत्तर प्रदेश में कानून-व्यवस्था तार-तार हो गई है। दरवेश की हत्या कचहरी परिसर में हुई है। अगर हमारी अदालतें भी सेफ नहीं हैं तो व्यक्ति कहीं भी सेफ नहीं है। उत्तर प्रदेश की पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने में बुरी तरह फेल हुई है। ऐसा लगता है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार कानून-व्यवस्था पर काबू पाने में फेल हो रही है।

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