ईरान ने सोमवार को दावा
किया कि उसने अमेरिकी खुफिया एजेंसी सीआईए के 17 जासूसों को अपने कब्जे में ले लिया है। ईरान के सरकारी समाचार चैनल ने देश
के खुफिया मंत्रालय के हवाले से यह भी कहा है कि कब्जे में लिए गए अमेरिकी जासूसों
को फांसी भी दे दी गई है। खुफिया मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि पकड़े
गए सभी जासूस संवेदनशील, निजी आर्थिक केंद्रों, सेना और साइबर क्षेत्र में नौकरी कर रहे थे। ये जासूस देश के संवेदनशील क्षेत्रों
समेत कुछ निजी सेक्टरों में काम कर रहे थे, जिनमें आर्थिक परमाणु,
इंफ्रास्ट्रक्चर, सेना और साइबर क्लासीफाइड जानकारियां
चुरे रहे थे। यह घोषणा अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ तीन माह पहले से शुरू हुए टकराव
के बाद अब की गई है। ईरान द्वारा शुक्रवार को जब्त किए गए ब्रिटिश टैंकर के सभी चालक
दल सुरक्षित हैं और वे अभी पोत पर ही हैं। बता दें कि स्टेना इम्पेटो नामक इस टैंकर
के चालक दल के सदस्यों की कुल संख्या 23 है, जिनमें 18 भारतीय हैं। फिलहाल सभी सदस्य स्वस्थ हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के इन दावों को खारिज करते हुए कहा है
कि यह रिपोर्ट पूरी तरह से झूठी है। हाल के दिनों में वाशिंगटन और तेहरान के बीच तनाव
काफी बढ़े हैं। इस तनाव की शुरुआत बीते साल तब हुई जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
ने अमेरिका को ईरान के साथ हुए परमाणु समझौते से बाहर कर दिया था। ट्रंप ने समझौता
तोड़ते हुए कहा था कि ईरान के हित के लिए है। ट्रंप ने बीते साल नवम्बर में यह ईरान
पर कड़े प्रतिबंध (आर्थिक) लगा दिए। इसके
बाद से लगातार दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ता जा रहा है। ट्रंप ने अमेरिका
को ईरान के साथ 2015 में हुए परमाणु समझौते से बाहर करते हुए
कहा कि ईरान आतंकवादी राष्ट्र है और अमेरिका उससे समझौता नहीं करेगा। वहीं ईरानी धर्मगुरु
अयातुल्लाह खोमैनी ने कहा कि हम अमेरिका पर न भरोसा करते हैं, न करेंगे। इसी साल ट्रंप ने कहा कि जो देश ईरान के साथ व्यापार करेंगे उन पर
भी अमेरिकी प्रतिबंध लगेंगे। इसी दौरान अमेरिका ने अपने युद्धपोत अब्राह्म लिंकन होर्मूज
की खाड़ी के पास भेज दिए। बता दें कि होर्मूज की खाड़ी दुनिया का सबसे महत्वपूर्ण और
सामरिक महत्व का रास्ता है। अमेरिका और ईरान के बीच भारी तनाव के कारण इसका महत्व और
बढ़ गया है। होर्मूज में अब सैन्य गतिविधियां बढ़ गई हैं। होर्मूज की खाड़ी से ही ईरान
ने शुक्रवार को बर्तानी तेल टैंकर को जब्त किया। ईरान की इस कार्रवाई के बाद ब्रिटेन
और ईरान भी आमने-सामने आ गए हैं और ब्रिटेन ने ईरान को गंभीर
परिणाम भुगतने की चेतावनी दी है। कुल मिलाकर मध्य पूर्व में स्थिति विस्फोटक बनती जा
रही है, किसी भी समय यह लड़ाई में बदल सकती है।
-अनिल नरेन्द्र
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