Sunday, 21 July 2019

आखिर जमीन पर आया पाकिस्तान, खोला अपना एयर स्पेस

आखिरकार पाकिस्तान भारत के असैन्य विमानों के लिए अपने हवाई क्षेत्र जिसे उसने बालाकोट एयर स्ट्राइक के बाद अचानक बंद कर दिया था खोलने के लिए मजबूर हो गया। बालाकोट की स्ट्राइक के बाद उसने 26 फरवरी से यह पाबंदी लगा रखी थी। हाल में पाकिस्तान ने कहा था कि भारत जब तक सीमा के नजदीक हवाई अड्डों से अपने लड़ाकू विमानों को नहीं हटाता, यह प्रतिबंध जारी रहेगा। हालांकि इस प्रतिबंध की वजह से उसको काफी आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ा था। एक अनुमान के मुताबिक पाक को करीब 100 मिलियन डॉलर (688 करोड़ रुपए) की चपत लगी है। फरवरी से जून तक करीब 400 उड़ानों पर पाक एयर स्पेस बंद होने का असर पड़ा था। इस करीब पांच महीने में पाकिस्तान ने पांच बार एयर स्पेस बंद रखने की मियाद बढ़ाई थी। यही नहीं, उसने अपने हवाई क्षेत्र को बंद रखने की समय सीमा आखिरी बार 26 जुलाई तक बढ़ा भी दी थी। चूंकि भारत ने पाकिस्तान की मांग पर गौर करने से इंकार कर दिया था। इसलिए यह माना जा रहा था कि वह भारतीय विमानों के लिए अपना एयर स्पेस बंद ही रखेगा, लेकिन अब उसने यकायक अपने फैसले को बदलना बेहतर समझा। निस्संदेह इस पाबंदी के चलते भारतीय विमानों को अधिक दूरी तय करनी पड़ रही थी। सबसे बड़ा नुकसान हमारी एयर इंडिया को हुआ। पाकिस्तानी एयर स्पेस बंद होने के कारण भारतीय विमानन कंपनियों को जून मध्य तक करीब 550 करोड़ रुपए का नुकसान उठाना पड़ा। इसमें सबसे ज्यादा नुकसान 491 करोड़ रुपए का एयर इंडिया को उठाना पड़ा। एयर स्पेस बंद होने की वजह से यूरोप जाने वाले विमानों को अधिक दूरी तय करनी पड़ रही थी। बेशक पाकिस्तान के इस कदम से पाकिस्तान खुद भी परेशान था। उसे हवाई पथ संबंधी शुल्क से वंचित होना पड़ रहा था। यह किसी से छिपा नहीं है कि बीते कुछ समय से पाकिस्तान किस तरह गंभीर आर्थिक संकट से गुजर रहा है। यह मानने के इसलिए अच्छे-भले कारण हैं कि इसी आर्थिक संकट ने पाकिस्तान को भारतीय विमानों के लिए अपना हवाई क्षेत्र खोलने के लिए मजबूर किया। बीते 26 फरवरी से अब तक पाक हवाई क्षेत्र बंद होने से भारतीय विमानन कंपनियों की परिचालन तो बढ़ ही गई थी पर समय भी ज्यादा लग रहा था। दिल्ली-दुबई सेक्टर की ही बात करें तो दिल्ली से उड़ान भरने वाला विमान अमृतसर होते हुए पाकिस्तान के ऊपर से उड़ान भरते हुए दुबई निकल जाता था। लेकिन प्रतिबंध के बाद वह मुंबई के ऊपर से उड़ते हुए अरब सागर होते हुए दुबई जाता था। इससे विमान को 40 से 45 मिनट ज्यादा समय लगता था। इस प्रतिबंध के कारण एयर इंडिया को सिर्प खाड़ी देशों की उड़ान के लिए वैकल्पिक मार्ग लेना पड़ रहा था बल्कि अमेरिका और यूरोपीय मार्गों के लिए भी लंबा रास्ता चुनना पड़ रहा था। विमानन मंत्री हरदीप पुरी ने बीती तीन जुलाई को संसद में बताया था कि दो जुलाई तक ही एयर इंडिया को 491 करोड़ रुपए का नुकसान हो चुका है। अब तो यह नुकसान 500 करोड़ से भी ऊपर पहुंच गया होगा। यह अच्छा हुआ कि अंतत पाकिस्तान को सद्बुद्धि आई और उसने स्वेच्छा से अपना एयर स्पेस खोल दिया।

-अनिल नरेन्द्र

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