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जून को वसंत विहार इलाके में स्थित वसंत अपार्टमेंट के फ्लैट संख्या
234 में दो बुजुर्गों सहित तीन लोगों की हत्या के मामले को दिल्ली पुलिस
ने कड़ी मेहनत के बाद आखिरकार सुलझा ही लिया। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा की टीम ने
72 घंटे में सीसीटीवी कैमरे, मोबाइल की कॉल डिटेल
और परिजनों के बयान से मिले सुरागों के बाद आरोपियों को दबोच लिया। 72 घंटे में ही इस हत्याकांड का खुलासा करने पर दिल्ली पुलिस को बधाई। इन बुजुर्गों
की हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपियों प्रीति व मनोज ने पुलिस की पूछताछ में चौंकाने
वाले खुलासे किए हैं। आरोपी प्रीति ने पुलिस को बताया है कि उसने मनोज के साथ मिलकर
एक व्यापार शुरू किया था जो किसी कारणवश घाटे में चला गया। घाटा पूरा करने के लिए दोनों
ने टीवी पर आने वाले अपराध के एक सीरियल को देखकर आठ दिन तक हत्याकांड की प्लानिंग
की। इस दौरान उन्होंने वारदात वाली जगह की दो दिन तक रेकी की और बाद में घटना को अंजाम
दिया। आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उन्होंने 15 जून से पीड़ितों
के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की। यह करने के बाद प्रीति 17 जून को उनके घर पहुंची, जहां उसने दोनों बुजुर्गों से
मुलाकात की। प्रीति ने 17 जून को बुजुर्ग दम्पति का विश्वास जीतने
के लिए उनकी बेटी से भी फोन पर बात की। बात होने के बाद वह पूरी रात बुजुर्गों के घर
में ही रुकी और दोस्ती की। घर की रेकी करने के लिए मनोज के साथ 21 जून को फिर पहुंची। लेकिन इस दिन वह बुजुर्गों के घर नहीं गई। पुलिस की जांच
में सामने आया है कि आरोपियों ने वारदात वाले दिन अपने फोन घर में ही छोड़ दिए। पुलिस
ने जब दोनों को गिरफ्तार किया तो आरोपियों ने उन्हें हत्या व लूट से इंकार कर दिया।
आरोपियों ने पुलिस से कहा कि कॉल डिटेल व लोकेशन देख लीजिए, हम
अपने घर पर ही थे। लेकिन वारदात में इस्तेमाल बाइक के चलते दोनों की प्लानिंग फेल हो
गई। सीसीटीवी में तीनों आरोपी बाइक पर थे, जो सीसीटीवी में कैद
हो गई। बाइक से उतरते ही तीनों ने अपने चेहरे ढक लिए। प्रीति ने खुशबू से गेट का दरवाजा
खुलवाया और जब वह अंदर पहुंची तो उसने पाया कि शशि माथुर भी जागी हुई थीं। प्रीति ने
दोनों से बात शुरू की और चाय बनवाई। चाय पीने के दौरान उसने मनोज के बारे में बताया।
शशि ने मनोज को घर बुलाने के लिए बोल दिया। प्रीति के बुलाने पर मनोज भी घर के अंदर
दाखिल हो गया। मनोज अपने साथ एक कोल्ड ड्रिंग की बोतल लेकर आया था। आरोपी मनोज ने कोल्ड
ड्रिंक में शराब मिलाई हुई थी। मनोज जब खुशबू के साथ कोल्ड ड्रिंक पी रहा था तो प्रीति
अपने लिए गिलास लेने के बहाने रसोई गई, जहां उसने वहां रखे दो
चाकुओं को उठाया और बाहर आ गई। प्रीति से चाकू लेकर मनोज ने खुशबू की हत्या कर दी।
दोनों ने प्रीति पर करीब 35 वार किए। बाद में दोनों बुजुर्गों
के बैडरूम में गए और उनकी हत्या कर दी। वारदात के दौरान कोई शोर न मचा दे इसलिए टीवी
चला दिया था। शनिवार को क्रिकेट विश्वकप में भारत व अफगानिस्तान का मैच था। मनोज ने
टीवी पर मैच लगाकर उसकी आवाज तेज कर दी ताकि लोगों को यह लगे कि घर में मौजूद लोग मैच
देख रहे हैं। प्रीति और मनोज को बुजुर्ग दम्पति की हत्या का आइडिया टीवी सीरियल से
आया।
-अनिल नरेन्द्र
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