पाकिस्तान की अंदरुनी सियासत एक बार फिर खतरनाक मोड़
पर आ गई है। वैसे तो पाकिस्तान के अंदर क्या हो रहा है यह उसका अपना मामला है और किसी
को टीका-टिप्पणी, हस्तक्षेप करने का अधिकार नहीं है पर हम इसलिए चिंतित जरूर हैं कि वह भारत
का पड़ोसी है और वहां की सियासत का हमारे ऊपर सीधा प्रभाव पड़ता है। हम ही नहीं शेष
दुनिया भी चाहती है कि पाक में एक मजबूत स्थायी और लोकतांत्रिक सरकार हो। आज उसे ही
चुनौती मिल रही है, इसलिए मामला चिंता का हो रहा है। नवाज शरीफ
की सरकार के विरोध में दो रैलियों के नेताओं ने शनिवार को संकल्प लिया है कि वह तब
तक पीछे नहीं हटेंगे जब तक प्रधानमंत्री नवाज शरीफ इस्तीफा नहीं देंगे। विरोध प्रदर्शनों
की अगुवाई कर रहे विपक्षी नेता इमरान खान की गाड़ी पर शुक्रवार को गोलियां चलाई गईं
लेकिन वह बाल-बाल बच गए। इमरान का आरोप है कि हमला नवाज शरीफ
की पार्टी पीएमएनएन के लोगों ने किया। घटना गुजरांवाला जिले में हुई जब इमरान अपने
काफिले के साथ इस्लामाबाद जा रहे थे। हमले के बाद वह बुलैट प्रूफ गाड़ी में बैठ गए।
पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में इमरान खान के और कनाडा निवासी धार्मिक नेता ताहिर
उल कादरी के हजारों समर्थक इकट्ठे हो गए हैं और नवाज का इस्तीफा मांग रहे हैं। क्रिकेटर
से नेता बने इमरान की पार्टी तहरीक-ए-इंसाफ
के हजारों समर्थक व धार्मिक नेता ताहिर उल कादरी के नेतृत्व में विपक्षी समूह पिछले
साल के आम चुनावों में हेराफेरी किए जाने का आरोप लगाते हुए शरीफ पर दोबारा चुनाव कराने
का दबाव बनाने के लिए राजधानी इस्लामाबाद में प्रदर्शन कर रहे हैं। विपक्षी पाकिस्तान
तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी की अध्यक्षता करने
वाले इमरान खान ने कहा कि किसी भी स्थिति में हम यह (पिछला)
चुनाव स्वीकार नहीं करेंगे। मैं यहां बैठ रहा हूं, नवाज के पास एक विकल्प है। इस्तीफा दे दें और दोबारा चुनाव के आदेश दें। प्रदर्शनकारी
लाहौर से 35 घंटे से ज्यादा समय में 300 किलोमीटर से ज्यादा का सफर तय कर इस्लामाबाद पहुंचे हैं। कादरी के क्रांति
मार्च के हजारों समर्थक भी इस्लामाबाद में एक अलग आयोजन स्थल पर पहुंच गए हैं। कादरी
ने मीडिया को बताया कि सब कुछ शांतिपूर्ण ढंग से हो रहा है। सरकार को इस्तीफा देना
है, विधानसभाएं भंग की जानी हैं और नई व्यवस्था को उनकी जगह लेनी
है। पाकिस्तान की सियासत में यह अस्थिरता ऐसे समय में पैदा हुई है जब पाकिस्तान आतंकियों
के खिलाफ युद्ध लड़ रहा है, खासतौर पर अफगानिस्तान के साथ लगने
वाली सीमा पर स्थित अशांत कबीलाई इलाकों में। पाकिस्तान के उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार
को असैन्य सरकार को हटाने के किसी भी असंवैधानिक कदम के खिलाफ आदेश जारी किया था क्योंकि
विरोध प्रदर्शनों के परिणामस्वरूप सरकार को सत्ता से हटाए जाने का खतरा है और इससे
देश में सैन्य हस्तक्षेप का डर बना हुआ है। उधर नवाज शरीफ की चिंताएं बढ़ती जा रही
हैं। पाक की एक अदालत ने प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनके भाई एवं
पंजाब के मुख्यमंत्री शाहवाज शरीफ और 19 अन्य लोगों के खिलाफ
हत्या का आरोप दर्ज करने का आदेश दिया है। पाकिस्तान में बढ़ती सियासी अस्थिरता दुर्भाग्यपूर्ण
है और पाकिस्तान खतरनाक मोड़ पर फिर खड़ा है।
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