नजफगढ़ स्थित अभिनंदन
वाटिका में पूर्व विधायक भरत सिंह की हत्या की साजिश के मास्टर माइंड उदयवीर सिंह उर्प
काले को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की टीम ने अलीपुर इलाके से गिरफ्तार कर लिया
है। उदयवीर के साथ इस हत्याकांड में शामिल सुनील प्रधान, सूबे पहलवान और मोहित नागर को भी गिरफ्तार किया गया है। तीनों
उदयवीर गिरोह के शॉर्प शूटर हैं। पुलिस ने इनके कब्जे से नाइन एमएम की ऑटोमैटिक कारबाइन,
नाइन एमएम की दो अत्याधुनिक पिस्टल, चार मैगजीन
और 20 जिन्दा कारतूस बरामद किए हैं। बाहरी दिल्ली में दो दशकों
से भी ज्यादा समय से चली आ रही गैंगवार की वजह से भरत सिंह की हत्या की गई।
90 के दशक में कृष्ण पहलवान व अनूप-बलराज गैंग
के बीच गैंगवार चल रही थी। इसी गैंगवार में वर्ष 2002 में उदयवीर
उर्प काले के पिता सूरजमल व उसके भाई सुखबीर समेत तीन लोगों की हत्या कर दी गई थी।
सुखबीर की हत्या के समय उसका बेटा हेमंत सिर्प नौ साल का था। इधर धीरे-धीरे कृष्ण पहलवान के गैंग ने अनूप गैंग के ज्यादातर लोगों की हत्या कर दी।
तभी से उदयवीर व हेमंत कृष्ण पहलवान व भरत से बदला लेना चाहते थे। पुलिस की मानें तो
इस गैंगवार में अब तक करीब तीन दर्जन लोग भेंट चढ़ चुके हैं। भरत सिंह की हत्या के
बाद एक बार फिर बाहरी दिल्ली में गैंगवार की शुरुआत हो गई। नजफगढ़ ही नहीं आसपास के
इलाकों में भी दहशत का माहौल है। अनूप की हत्या के बाद से इस गैंग का सरगना बने मंजीत
सिंह उर्प महाल के भरत की हत्या में शामिल होने की बात सामने आ गई है। पुलिस का कहना
है कि मंजीत ने इसमें घायल हुए हमलावरों का इलाज करवाया और उन्हें सुरक्षित स्थान पर
पहुंचाने में मदद की। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि फिर से पुराने गैंग आमने-सामने आ गए हैं। जून 2012 में विक्की, कुलदीप, सतीश, वीरेन्द्र उर्प भोलू,
नवीन, रविन्द्र उर्प मोनू और पदम डागर ने भरत सिंह
पर जानलेवा हमला किया भी था। लेकिन कई गोलियां लगने के बाद वह बच गया था। इस हमले के
ज्यादातर आरोपी जेल में बंद हैं। इधर हेमंत हर हाल में अपने पिता की हत्या का बदला
लेना चाहता था। उदयवीर ने हेमंत से भरत की हत्या का इंतजाम करने के लिए कहा। उदयवीर
व हेमंत ने मिलकर नए लड़कों का इंतजाम किया। घटना को अंजाम देने के लिए हथियारों का
इंतजाम करने के बाद हेमंत ने अपने रिश्तेदार की स्कार्पियो गाड़ी का इंतजाम किया। घटना
वाले दिन नितिन और मोनू पहले बाइक से पहुंचे। बाकी सभी आरोपी अनाज मंडी नजफगढ़ के पास
इकट्ठा हो गए। उदयवीर घर पर ही मौजूद रहा। नितिन व मोनू का इशारा मिलते ही हेमंत व
उसके साथियों ने वारदात को अंजाम दिया। बाद में सभी फरार हो गए। वारदात में उदयवीर
और हेमंत का नाम आने के बाद अब गैंगवार की आशंका बढ़ गई है।
-अनिल नरेन्द्र
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