Saturday 2 May 2015

क्या वाकई ही आईएस प्रमुख बगदादी मारा गया है?

खबर आई है कि इराक और सीरिया के खूंखार आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आईएस) का सरगना अबू बकर अल बगदादी का खेल आखिरकार खत्म हो गया है। मार्च में अमेरिका की अगुवाई वाले हवाई हमलों में  बुरी तरह जख्मी हो चुके बगदादी की मौत हो गई है। इन हमलों में घायल होने के बाद से ही उसके बचने की उम्मीद बेहद कम बताई जा रही थी। अब रेडियो ईरान ने भी बगदादी की मौत पर मुहर लगा दी है। अबू बकर अल बगदादी ने इराक और सीरिया में बड़े पैमाने पर कत्लेआम मचा कर बड़े इलाके पर कब्जा कर लिया था। वहां खलीफा का राज्य कायम कर खुद को खलीफा घोषित कर रखा था। अमेरिका ने उस पर एक करोड़ डॉलर का इनाम रखा था। अल बगदादी के मारे जाने का दावा रेडियो ईरान ने सोमवार को किया। कुछ दिन पहले सूचना आई थी कि 18 मार्च को अमेरिकी ड्रोन हमले में  बगदादी बुरी तरह घायल हो गया है। इस्लामी स्टेट के आतंकियों ने इस खबर को गलत बताया था। ईरान रेडियो के अनुसार बगदादी 18 मार्च को ड्रोन हमले में बुरी तरह घायल हो गया था। उसे सीरिया की गोलान पहाड़ी के एक अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। रिपोर्ट के अनुसार अब इस्लामी स्टेट अपने उत्तराधिकारी की तलाश में जुट गया है। वैसे यह पहली बार नहीं है जब बगदादी की मौत की खबरें आई हैं। इससे पहले पिछले साल भी आईएस प्रमुख के अमेरिकी नेतृत्व वाले हवाई हमले में गंभीर रूप से घायल होने की खबरें आई थीं। लेकिन उनकी आधिकारिक तौर पर पुष्टि नहीं हो सकी थी। हालांकि इस खबर की अमेरिका ने पुष्टि नहीं की है। हाल में ब्रिटिश अखबार गार्जियन की रिपोर्ट में भी दावा किया गया था कि 18 मार्च को बगदादी अमेरिकी हवाई हमले का निशाना बन गया था। बगदादी सीरियाई सीमा के पास निनेवेह जिले के अल बाज में बुरी तरह घायल हो गया था। अल बाज सुन्नी बहुल इलाका है, जहां सरकार का नियंत्रण नहीं है। यह इलाका आतंकियों की पनाहगाह माना जाता है। यह भी कहा गया था कि उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा है। उसके जख्मी होने की पुष्टि एक इराकी सलाहकार और पश्चिमी राजनयिक ने भी की थी। अमेरिका ने बगदादी को जिन्दा या मुर्दा पकड़ने पर करीब 60 करोड़ का इनाम घोषित कर रखा है। मौजूदा समय में आईएस को दुनिया का सबसे धनी आतंकी संगठन माना जा रहा है। बताते हैं कि इराक के अलावा इस संगठन का दायरा किसी न किसी रूप में जॉर्डन, इजरायल, फिलस्तीन, कुवैत, लेबनान, साइप्रस तथा दक्षिणी तुर्की तक है। दुनिया के दो दर्जन से अधिक देशों की कट्टरपंथी जमात उसे सहयोग देती हैं। यह अलकायदा को पीछे छोड़ चुका है और बड़े पैमाने पर अलकायदा के लोग भी आईएस से जुड़ गए हैं। बताते हैं कि इस संगठन का बजट करीब सवा दो अरब डॉलर का है और तेल की बिक्री इसकी आय का एक बड़ा जरिया है। आईएस ने तेल बहुल इराक और सीरिया की कई बड़ी तेल रिफाइनरियों पर कब्जा कर रखा है। बगदादी जिन्दा है या मर गया है, यह रहस्य अभी भी बना हुआ है। जल्द सच्चाई सामने आ जाएगी।

-अनिल नरेन्द्र

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