Saturday, 23 May 2015

दुनिया की सबसे खूंखार महिला आतंकवादी

पिछले कुछ सालों में विभिन्न आतंकी गुट महिलाओं का ज्यादा प्रयोग करने लगे हैं। यहां तक कि छोटी बच्चियों को भी आत्मघाती बम बनाने से कतराते नहीं। गत दिनों नाइजीरिया के उत्तरी प्रांत योबे में आत्मघाती बम विस्फोट में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई और 27 अन्य घायल हो गए और इसे अंजाम दिया एक 10 वर्षीय किशोरी ने। वह एक बस पड़ाव पर पहुंची और शरीर से बंधे बम में विस्फोट कर दिया। नाइजीरिया के बोको हराम आत्मघाती हमलों में अब बच्चों का इस्तेमाल खुलेआम करता है। एक चौंकाने वाली दास्तान एक 13 वर्षीय बच्ची ने सुनाई। बच्ची ने बताया कि मेरे पिता ही मुझे बोको हराम आतंकियों के पास ले गए थे। आतंकियों ने मुझसे पूछा जन्नत देखनी है? मैंने कहा हां। उसके बाद वह मुझे साथ ले गए। मुझे विस्फोटकों से भरी जैकेट पहनने को दी। कहा भीड़ वाली जगह जाकर इसका बटन दबा देना। मैं डर गई, कहा ऐसे तो मैं मर जाऊंगी। उन्होंने कहा जन्नत जाने के लिए मरना ही होता है। मेरे मना करने पर उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी। डर से मैंने शरीर से जैकेट बांधने की हामी भर दी। उन्होंने मुझे कानो शहर में भेज दिया। मेरे साथ दो और लड़कियां थीं। उन्होंने कानो टेक्सटाइल मार्केट में खुद को उड़ा दिया। मुझे लगा कि ऐसे तो बहुत निर्दोष मारे जाएंगे। मैंने बटन नहीं दबाया। लेकिन धमाकों में घायल हो गई। मेरे पैर जख्मी हो गए। एक टैक्सी वाले से मैंने अस्पताल पहुंचाने को कहा। वहां से पुलिस ने मुझे गिरफ्तार कर लिया। बच्ची ने पुलिस की मौजूदगी में अपनी कहानी सुनाई। ब्रिटेन की मोस्ट वांटेड फीमेल टेरेरिस्ट ल्यूकवेट उर्प वाइट विंडो को 200 देशों की पुलिस ढूंढ रही है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वह सोमालिया और केन्या में अब तक 400 लोगों को मौत के घाट उतार चुकी है। आतंकी हमलों से लेकर आत्मघाती हमलों और कार बम धमाकों के जरिये यह लोग मारे गए हैं। 32 साल की समंता चार बच्चों की मां है। उसके पिता नार्दर्न आयरलैंड में सैनिक रहे थे। उसका पति जमैन लिंडसे था जो 2005 के लंदन हमलों में शामिल था और आत्मघाती हमलावरों में से एक था। इन हमलों में 52 लोग मारे गए थे। इसी के बाद वह ब्रिटेन से फरार हो गई थी और चार साल तक छिपती रही। सोमालिया के वरिष्ठ एंटी टेरर अफसर के मुताबिक समंता अब अल-शबाब के नेता अहमद उमर का दाहिना हाथ बन चुकी है। अल-शबाब में प्रमुख पद पर आने के बाद से वह 400 लोगों की जान ले चुकी है। इंटरपोल उसके नाम पर रेड कॉर्नर वारंट जारी कर चुकी है और दुनिया के 200 देशों की पुलिस उसका पीछा कर रही है। समंता लंदन यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएट है। पिछले महीने पेन्या यूनिवर्सिटी में हुए हमले के पीछे भी उसी का हाथ माना जा रहा है। इस हमले में 148 लोग मारे गए थे। माना जाता है कि उसने 15 साल की उम्र के कई लड़कों का ब्रेन वॉश कर और उन्हें हेरोइन के नशे में धुत्त बनाकर आत्मघाती हमलों में इस्तेमाल किया है।

-अनिल नरेन्द्र

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