दिल
थामकर बैठ जाइए पेशेवर बॉक्सिंग (मुक्केबाजी) शनिवार को अमेरिका के एमजीएम ग्रेंड एरिना
(लास वेगास) में रात आठ बजे (भारतीय समय रविवार सुबह 8.30 बजे) बॉक्सिंग इतिहास की सबसे महंगी फाइट हुई। यह बॉक्सिंग मैच अमेरिका के फ्लाइड
मेवेदर और फिलीपींस के मैनी पैकियाओ के बीच थी। दिलचस्प है कि किसे इस फाइट के लिए
कितने पैसे मिलने हैं यह पहले से तय था। मेवेदर को मिलने थे 1142 करोड़ रुपए और पैकियाओ को 761 करोड़ रुपए। चाहे हारें
या जीतें। वैसे जीतने वाले को 6.34 करोड़ रुपए की हीरों से जड़ी
बैल्ट भी मिली। इस मुकाबले को देखने के लिए एक्टर्स, सिंगर्स
और रसूखदारों में होड़ मची हुई थी। मैच पर 20 हजार करोड़ रुपए
का सट्टा भी लगा था। मेवेदर ने अपने 19 साल के कैरियर में पेशेवर
बॉक्सिंग के सभी 47 मुकाबले जीते हैं। दूसरी ओर फिलीपींस के पैकियाओ
के दांव पेच के आगे अच्छे-अच्छे मुक्केबाज सहम जाते हैं। फाइट
ऑफ द सेंचुरी के नाम से प्रचारित किए जा रहे इस मुकाबले में टिकटों और सीधे प्रसारण
से करीब 2500 करोड़ रुपए की कमाई का अनुमान लगाया गया है। मतलब
हर पंच (मुक्के) पर डॉलरों की बरसात हुई।
पाठकों को बता दें कि इतिहास की इस सबसे महंगी फाइट के लिए पैसा आ कहां से रहा है?
60 फीसद पैसा टिकटों से मिला। लास वेगास के एमजीएम ग्रैंड एरिना में
16 हजार 500 लोग बैठ सकते हैं। 15 हजार 500 सीटें वीआईपी के लिए हैं। आम आदमी के लिए
1000 सीटें हैं, जो 60 सैकेंड
में ही बिक गईं। सबसे सस्ता टिकट 13 लाख रुपए और सबसे महंगा टिकट
95 लाख रुपए का बिका। बाकी 40 फीसद पैसा प्रायोजकों
से मिलेगा। जैसे पैकियाओ ने जो शर्ट्स पहनी उन पर आधा दर्जन कंपनियों के लोगो लगे थे।
इनसे उन्हें 15.83 करोड़ रुपए मिलेंगे। मेवेदर कभी नहीं हारे।
पांच श्रेणियों में वर्ल्ड चैंपियन बने। उनकी सालाना कमाई साढ़े छह हजार करोड़ रुपए
है। फोर्ब्स लिस्ट में वह अव्वल नम्बर पर हैं। खास बात यह है कि उन्होंने सारा पैसा
खिताब जीतकर कमाया विज्ञापन से नहीं। वह कारों के बहुत शौकीन हैं। मेवेदर के कारों
के बेड़े में फेरारी, पोर्श, रॉल्स रॉयल
और बुगाती जैसी अत्याधिक महंगी कारें शामिल हैं। जिनमें सबसे सस्ती कार डेढ़ करोड़
की पोर्श टर्बी एस है। उनके पास करीब 300 करोड़ रुपए के निजी
विमान भी हैं। शनिवार रात की यह फाइट करीब 40 मिनट तक चली और
मेवेदर ने अपने प्रतिद्वंद्वी पैकियाओ को आसानी से हरा दिया, जिससे रोमांचक मुकाबला देखने आए एमजीएम ग्रैंड एरिना में पहुंचे करीब
17000 दर्शकों को निराशा हाथ लगी। पैकियाओ ने शुरू से आक्रामक तेवर अपनाए
और उन्होंने पहले राउंड में मेवेदर की ठुड्डी पर करारे मुक्के जड़े। लेकिन वह अपनी
इस तेजी से 12 राउंड के मुकाबले में बरकरार नहीं रख पाए। मेवेदर
ने अपने लम्बे कद का फायदा भी उठाया और वह फाइटर पंच लगाने में सफल रहे। मेवेदर ने
148 पंच मारे जबकि पैकियाओ कुल 81 पंच ही मार सके।
अमेरिकी खेल जगत में पैसे का बोलबाला है। चाहे वह बॉक्सिंग हो, वेस्ट बॉल हो, बॉस्केट बॉल हो सारा खेल पैसे का है।
-अनिल नरेन्द्र
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