Friday 12 February 2016

दुनिया को ठेंगा दिखाता उत्तर कोरिया

चौथा परमाणु परीक्षण करने के एक महीने बाद लंबी दूरी का रॉकेट दागकर उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन ने दुनिया को ठेंगा दिखा दिया है। उत्तर कोरिया ने कहा कि उसने रॉकेट परीक्षण के जरिए एक उपग्रह को सफलतापूर्वक कक्षा में स्थापित कर दिया है। प्योंगयांग के राकेट परीक्षण की निंदा बैलेस्टिक मिसाइल के परीक्षण के तौर पर की जा रही है, जिसकी जद में अमेरिका तक आता है। उत्तर कोरिया ने इस पक्षेपण के जरिए संयुक्त राष्ट्र संघ के पस्तावों का उल्लंघन तो किया ही है, साथ ही प्योंगयांग के पिछले महीने के परमाणु परीक्षण पर उसे दंडित करने के लिए संघर्ष कर रहे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की ओर से और अधिक नाराजगी का जोखिम भी उठाया है। उपग्रह ले जा रहे रॉकेट के सफलतापूर्वक कक्षा में पवेश करने की तत्काल पुष्टि नहीं की गई थी लेकिन अमेरिका के एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि यह पक्षेपण वाहन अंतरिक्ष में पहुंच चुका पतीत होता है। लंबी दूरी का रॉकेट दागकर उत्तर कोरिया ने फिर से जिस दुस्साहस का परिचय दिया है वह चिंता का विषय तो है ही, विश्व समुदाय को प्योंगयांग के इरादों पर अंकुश लगाने के लिए अविलम्ब सकीय होना पड़ेगा। पसंगत उल्लेखनीय है कि उत्तर कोरिया की यह परमाणु आकामकता चीन के साथ-साथ पड़ोसी पाकिस्तान की भी मदद का नतीजा है। यह किसी से छिपा नहीं है कि प्योंगयांग पिछले कुछ समय से ऐसे परमाणु हथियार विकसित करने की कोशिश कर रहा है , जिनकी पहुंच अमेरिका तक हो। यह विडंबना ही है कि जिस देश की जनता भीषण गरीबी में जी रही हो वहां के तानाशाह शासक उसकी बेहतरी के लिए कदम उठाने के बजाय निरतंर ऐसे सनक भरे फैसले ले रहे हैं जिनसे दुनिया के विनाश और अस्थिरता की ओर जाने की आशंका बढ़ती है। दुख से यह मानना पड़ता है कि अब उत्तर कोरिया एक परमाणु सम्पन्न देश है। पमुख अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी यह स्वीकार करने से डर रहे हैं क्योंकि उत्तर कोरिया को परमाणु क्षमता सम्पन्न राज्य की मान्यता देने से वे एक खतरनाक मिसाल पैदा करेंगे। फिर पतिबंध की बात उठेगी। मगर हमें नहीं लगता कि आर्थिक पतिबंध से उत्तर कोरिया को ज्यादा फर्प पड़ने वाला है। उत्तर कोरिया न तो विदेशी कारोबार पर निर्भर है और न ही उसे अपनी गरीब जनता की फिक है। तानाशाही है और जो भी आवाज उठाने का पयास करता है उसे पूरता से कुचल दिया जाता है। गरीब आवाम दाने-दाने को मोहताज है पर तानाशाह किम जोंग-उन अपने ही एजेंडे पर चल रहे हैं। उत्तर कोरिया की परमाणु आकामकता की पतिकिया में पड़ोसी दक्षिण कोfिरया ने अपनी सेना को तो हाई अलर्ट पर रखा ही है, इस घटना ने अमेरिका और जापान सहित संयुक्त राष्ट्र संघ को भी चिंतित कर दिया है। पर जिस ढंग से उत्तर कोरिया परमाणु परीक्षण कर रहा है उससे साफ है कि उसे दुनिया की परवाह नहीं।
-अनिल नरेन्द्र

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