Tuesday 17 July 2012

लव, प्रॉपर्टी और धोखा लैला की सच्ची फिल्मी कहानी

बीते जमाने के सुपर स्टार राजेश खन्ना के साथ 2008 में फिल्म `वफा' में दिखी लैला खान का फिल्मी कैरियर जितना छोटा रहा, उतनी ही छोटी उनकी जिंदगी भी रही। इस हत्याकांड में न केवल लैला और उनकी मां ने जान गंवाई बल्कि परिवार के चार अन्य सदस्य भी मारे गए। मुंबई क्राइम ब्रांच ने डेढ़ साल से लापता पाकिस्तानी मूल की बॉलीवुड अभिनेत्री लैला खान और उनके परिवार की हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा किया है। पुलिस ने नासिक के रंगतपुरी में लैला के फार्म हाउस में मिले 6 नरकंकालों की बरामदगी के बाद यह दावा किया है। मिले 6 नरकंकालों में से 5 महिलाओं के और एक पुरुष का है। इनमें से तीन के सिर पर निशान हैं। इस्तेमाल हुए धारदार चाकू और लोहे की रॉड भी बरामद हुई है। लैला के तीसरे पति परवेज टाक ने पुलिस को बताया कि पिछले साल सात फरवरी की रात को रंगतपुरी फार्म हाउस पर उनका सलीना (57) से जोरदार झगड़ा हुआ। गुस्से में उसने एक ठोस चीज सलीना के सिर पर दे मारी जो उनकी मौत का कारण बनी। सलीना पर हुए जोरदार वार और उनकी चीख सुनकर फार्म हाउस पर मौजूद परिवार के बाकी सदस्य लैला (30) उनकी बड़ी बहन अजमीना (32) उनके जुड़वा भाई-बहन जारा और इमरान (25) और एक रिश्तेदार रेशमा घटनास्थल पर दौड़े चले आए। यह देख परवेज ने चौकीदार शाकिर हुसैन वानी (जो किश्तवाड़ का रहने वाला है) को अंदर बुलाया। शाकिर को परवेज ने दो महीने पहले फार्म हाउस पर रखा था। दोनों ने मिलकर पहले इमरान पर लोहे की रॉड से हमला किया। बाद में उन्होंने महिलाओं को एक-एक कर रॉड और चाकू से हमला करके मार डाला। टाक के अनुसार उसने कालीन, चादर और कपड़ों से ढंक कर शवों को दफनाया था जिससे जानवरों तक उनकी गंध न पहुंचे और उन्हें बाहर न निकाल लें। बाद में उन्होंने सबूत मिटाने के लिए फार्म हाउस के एक हिस्से को जला डाला। हत्या का मकसद था लैला की प्रॉपर्टी। लैला की मां सलीना ने अपने दूसरे पति आसिफ शेख को रंगतपुरी के फार्म हाउस और मुंबई स्थित सम्पत्ति का केयरटेकर बनाने का फैसला कर लिया था। यह बात उनके तीसरे पति परवेज को अच्छी नहीं लगी। इसलिए उसने हत्याकांड को अंजाम दिया। तीन शादियां करने वाली लैला की मां का दुबई में बसने का इरादा, उनके परिवार के पास बड़ी प्रॉपर्टी और हत्या करने वाले परवेज को यह लगने लगा कि उसे धोखा दिया जा रहा है। कुल मिलाकर एक क्राइम थ्रिलर फिल्म के लिए जो मसाला चाहिए, वह असल जिंदगी की इस कहानी में है। वैसे अपने आपको कड़ी सजा से बचाने के लिए परवेज टाक पुलिस को यह कह रहा है कि उसने सम्पत्ति पाने के लिए किसी षड्यंत्र के तहत हत्याएं नहीं कीं। उसका फार्म हाउस पर सलीना से झगड़ा हुआ था और उसने गुस्से में हत्याएं कीं। लेकिन यह तर्प पुलिस के गले शायद ही उतरे। लैला खान के मर्डर का राज खुल गया पर कम लोगों को मालूम है कि इस गुत्थी को सुलझाने में लैला की दो बिल्लियों ने पुलिस की मदद की। लैला कभी भी इन बिल्लियों से अलग नहीं रहती थी। जब पड़ोसियों ने इन बिल्लियों को खाने के लिए भटकते देखा तो उन्हें शक हुआ और राज खुला।

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