कुख्यात
आतंकी संगठन अलकायदा का वह वीडियो चिंतित करने वाला है जिसमें कश्मीर की आजादी के लिए
यहां के मुस्लिमों से संघर्ष छेड़ने की अपील की गई है और कहा गया है कि अफगानिस्तान
से इस काम के लिए जेहादी कश्मीर आ रहे हैं। हालांकि इस वीडियो में जो संदेश निहित है
उसका अंदेशा पहले से सुरक्षा जानकार जाहिर करते रहे हैं। बार-बार कहा जाता है कि अमेरिकी सेनाओं की
अफगानिस्तान से वापसी के बाद अलकायदा और तालिबान का सारा ध्यान भारत की तरफ होगा। रक्षा
मंत्री अरुण जेटली ने आतंकवादी संगठन अलकायदा के इस वीडियो से भारतीय सुरक्षा के लिए
दरपेश खतरे से आंख न चुराकर वाजिब सावधानी दिखाई है। इस बीच तालिबान के धन स्रोतों
के बारे में संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट चिंताए बढ़ाने वाली है। अलकायदा की अफगानिस्तान
इकाई ने सोशल मीडिया पर जारी वीडियो में भारत के खिलाफ पुरजोर जेहाद की अपील की है।
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में बताया गया है कि नशीली दवाओं की तस्करी, लूट-खसोट और प्राकृतिक संसाधनों के अवैध दोहन से तालिबान
की आमदनी में इजाफा हुआ है। जहां तक आतंक की बात है तो बात सिर्प भारत की ही नहीं है,
दुनिया के तमाम देशों में इस वक्त आतंकवाद का नया उद्यान देखने को मिल
रहा है। इराक में अलकायदा इस्लामिक मूवमेंट ऑफ इराक एंड लेवेंट के नाम पर पूरे देश
पर कब्जा करने की फिराक में है। नाइजीरिया में बोको हरम का आतंक बढ़ता जा रहा है। केन्या
के पेकेटोनी शहर में अत्याधुनिक हथियारों से लैस दर्जनों सोमाली आतंकियों ने रविवार
रात हमला कर 48 लोगों को मौत की नींद सुला दिया। हमले के समय
स्थानीय लोग फुटबाल विश्व कप देख रहे थे। आतंकियों ने दो होटल और एक पुलिस स्टेशन को
भी आग के हवाले कर दिया और सड़कों पर अंधाधुंध फायरिंग की। इस हमले के लिए अलकायदा
से संबंधित सोमालिया के आतंकी संगठन अल-शबाब को जिम्मेदार ठहराया
गया है। इराक में आईएसआईएल आतंकियों ने 1700 लोगों की नृशंस हत्या
करने का दावा किया है। केन्या से लेकर इराक तक दो महाद्वीपों में हो रहे अत्याचार से
बर्बर आतंक की काली छाया दुनिया में पांव पसारती नजर आ रही है। पिछले करीब एक महीने
में वैश्विक मीडिया में इराक, अफगानिस्तान, पाकिस्तान, कीनिया, फलस्तीन और
सीरिया को लेकर जो भी खबरें या तस्वीरें सामने आई हैं उनमें आतंकियों की बढ़ती ताकत
और बर्बरता दिखाई देती है। इससे दुनिया में आतंकवाद का एक नया घिनौना रूप उभरकर सामने
आया है। यह हालात देखकर यह कहने में कोई गुरेज नहीं है कि आतंकी सोच और संगठन दुनिया
की सिरदर्दी बढ़ाते लग रहे हैं। इराक में जिस तरीके से आईएसआईएल बढ़ रहा है उसने तो
ईरान और अमेरिका को करीब लाकर खड़ा कर दिया है। इराक की शिया नूरी अल मालिकी सरकार
को दोनों अमेरिका और ईरान बचाना चाहते हैं। अगर दोनों देश मिलकर काम करते हैं तो यह बड़ी बात होगी। खबरों के मुताबिक
खुफिया ब्यूरो ने गृहमंत्री राजनाथ सिंह को जो रिपोर्ट प्रस्तुत की है उससे निष्कर्ष
यही निकलता है कि अमेरिकी और नॉटो सैनिकों के जाने के बाद भारत के सामने यह जेहादी
सबसे बड़ी चुनौती के रूप में उपस्थित होंगे। भारत को खतरा दो मोर्चों पर है पहला तो
कश्मीर में जहां जेहादी नए सिरे से अशांति फैलाने की कोशिश करेंगे। साथ ही यह तत्व
भारत के विभिन्न हिस्सों में आतंकवादी गुटों को हथियार और धन मुहैया कराने की कोशिश
करेंगे ताकि देश की आर्थिक समृद्धि एवं सामाजिक सामंजस्य पर हमला किया जा सके। आतंकवादियों
की बढ़ती शक्ति भारत के लिए तो चुनौती है ही दुनिया के अन्य देशों में भी इनकी बढ़ती
ताकत चिंताजनक होती जा रही है।
-अनिल नरेन्द्र
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