Wednesday 13 June 2018

दिल्ली में अब तक का सबसे बड़ा एनकाउंटर

राजधानी का छतरपुर इलाका गत शनिवार दोपहर करीब एक बजे अचानक गोलियों से थर्रा उठा। छतरपुर के खड़क-चन्दनहौला रोड पर जबरदस्त मुठभेड़ चल रही थी। दिल्ली-एनसीआर में बीते दो दशक से आतंक का पर्याय बने दो लाख के इनामी बदमाश राजेश भारती समेत चार गैंगस्टरों को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मुठभेड़ में मारा गिराया। दिल्ली और हरियाणा में इन बदमाशों पर हत्या, लूटपाट, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली समेत दर्जनों मामले दर्ज थे। तीन मिनट तक चली इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से 150 गोलियां चलीं। मुठभेड़ में आठ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। हालांकि दो बदमाश भाग निकलने में कामयाब हो गए। पुलिस को शनिवार सुबह सूचना मिली थी कि राजेश भारती अपने गिरोह के साथ खड़क गांव की तरफ आ रहा है। उसे किसी फार्म हाउस पर जाना है। इसके बाद पुलिस ने नाकेबंदी की। दोपहर करीब एक बजे बदमाश सफेद फोर्ड एंडेबर और आई ट्वंटी गाड़ी से पहुंचे। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ने की कोशिश की तो बदमाश फायरिंग करने लगे। पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग की जिसमें पांच बदमाशों को गोली लगी। इनमें कुख्यात बदमाश राजेश भारती, संजीत विद्रोही, उमेश डॉन और वीरेश राणा उर्प भीखू ने मौके पर ही दम तोड़ दिया जबकि एक बदमाश कपिल जख्मी हो गया। उसे एम्स में भर्ती कराया गया है। हालांकि दिल्ली में पहले कई एनकाउंटर हो चुके हैं। 19 सितम्बर 2008 को दिल्ली पुलिस ने जामिया नगर में छापे में इंडियन मुजाहिद्दीन के दो संदिग्ध आतंकियों आतिफ अमीन और मोहम्मद साजिद को मार गिराया, जबकि सैफ मोहम्मद तथा आरिज खान भागने में कामयाब हो गए। इसे बाटला हाउस मुठभेड़ के नाम से जाना जाता है। अभी कुछ दिन पहले ही पांच जून 2018 को शाहदरा के विवेक विहार में पुलिस ने मुठभेड़ में वाहन चोर नूर मोहम्मद को ढेर कर दिया, जबकि गोली लगने से उसका साथी रवि कुलदीप घायल हो गया। हालांकि इनका तीसरा साथी भागने में सफल रहा। छतरपुर के इस ताजा एनकाउंटर का दिल्ली में अब तक का सबसे बड़ा एनकाउंटर बताया जा रहा है। जानकारों के मुताबिक अब तक एक साथ इतनी बड़ी संख्या में बदमाश पहले कभी नहीं मारे गए। राजेश भारती और संजीव विद्रोही हरियाणा के टॉप गैंगस्टरों में शामिल थे। राजेश पर हरियाणा और दिल्ली में एक-एक लाख का इनाम था। मुठभेड़ के दौरान हैड कांस्टेबल गिरधर को चार गोलियां लगीं जिससे वह घायल हो गए। फोर्टिस अस्पताल में भर्ती गिरधर की हालत खतरे से बाहर है। वहीं कांस्टेबल गुरदीप एम्स ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं। उनकी छाती में उल्टी तरफ और हाथ में गोलियां लगी हैं। वहीं एसआई कृष्ण कुमार भी अस्पताल में हैं। एएसआई हरिकिशन भी ट्रॉमा सेंटर में भर्ती हैं। पुलिस उपायुक्त प्रमोद सिंह कुशवाह मुठभेड़ कर रही टीम को निर्देश दे रहे थे। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल को इस शानदार कार्रवाई के लिए बधाई।

-अनिल नरेन्द्र

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