15 मई को मुंबई की एंटी एक्सटार्शन सेलर
(एईसी) ने बुकी सोनू जलान के चार साथियों की गिरफ्तारी
कर आईपीएल सट्टेबाजी रैकेट का भंडाफोड़ किया। 29 मई को गिरफ्त
में आए सोनू की डायरी में फिल्म अभिनेता और सलमान खान के बड़े भाई अरबाज खान समेत कई
बॉलीवुड हस्तियों, ठेकेदारों और बिल्डरों के नाम दर्ज पाए गए।
इनमें पमुख नाम अरबाज खान का था। अरबाज खान ने यह स्वीकार भी कर लिया है कि वह पांच-छह साल से आईपीएल मैंचों पर सट्टा ला रहे थे। अरबाज के मुताबिक सट्टे की लत
के कारण ही मलाइका अरोड़ा से उनका तलाक हुआ। पुलिस ने अब तक अरबाज के खिलाफ कोई मामला
दर्ज नहीं किया। अरबाज ने माना कि उन्होंने बुकी सोनू जलान के जरिए सट्टा लगाया और
वह पिछले तीन साल में 2.80 करोड़ रुपए हार चुके हैं। काफी कर्ज
हो गया था। लोग परेशान कर रहे थे। कई लोग उनकी पत्नी मलाइका को भी फोन करने लगे,
जिससे दोनों के बीच रोज झगड़े होने लगे। दोनों का पिछले साल तलाक हो
गया। भाई सलमान खान भी अरबाज से नाराज थे। हालांकि अरबाज ने ठाणे पुलिस को बताया कि
आईपीएल 2018 के किसी मैच पर उन्होंने सट्टा नहीं लगाया। शुकवार
को ठाणे पुलिस ने अरबाज को समन जारी किया था। शनिवार सुबह अरबाज के पहुंचते ही सोनू
जलान को भी पूछताछ के लिए बुलाया गया। दोनों का आमना-सामना कराकर
4 घंटे तक पूछताछ की गई। पूछताछ करने वालों में एनकाउंटर स्पेशलिस्ट
व एईसी के मुखिया पदीप शर्मा भी थे। जलान ने पैसा वसूलने के लिए अरबाज को धमकाया भी
था। पुलिस का कहना है कि अरबाज के बैंक खातों की भी जांच की जाएगी। किकेट के दौरान
सट्टेबाजी कोई नई बात नहीं है। न जाने कितनी बार सट्टेबाज पकड़े जाते हैं। सट्टेबाजी
करने के उसके उपकरण जब्त होते हैं। कभी-कभी कुछ रुपए भी पुलिस
बरामदगी में दिखाती है। हो सकता है कि उनमें से कुछ को सजा भी हुई है। किंतु सट्टेबाजी
बंद नहीं होती। देश में और देश के बाहर एक-दूसरे से जुड़े हुए
सटोरियों की एक बड़ी जमात खड़ी हो गई है। भारत में यह गैर-कानूनी
है लेकिन कई देशें में इसे कानूनी मान्यता पाप्त है, यह सट्टेबाज
अपनी कमाई के लिए किसी किकेटर को भी फंसाने की कोशिश करते हैं, जिनमें वे एकाध बार सफल भी हो गए हैं। अरबाज खान जिस परिवार से आते हैं, वहां धन की कमी नहीं होनी चाहिए। हां फिल्म न मिलने के कारण अरबाज की निजी
आय काफी कम हो गई होगी और बढ़ते खर्चों के कारण उन्होंने भी सट्टेबाजी का रास्ता पकड़ा।
सट्टेबाजी कैसे किसी को बर्बाद कर देती है, इसका पमाण अरबाज हैं।
देखा जाए तो अरबाज हर स्तर पर लुट गए। गैर कानूनी होते हुए भी सट्टेबाजी का जाल फैलना
हमारी कानूनी व्यवस्था की भी विफलता है।
-अनिल नरेन्द्र
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