Sunday, 3 June 2018

सत्येन्द्र जैन हमेशा विवादों में रहे हैं

मनी लाड्रिंग मामले में फिर केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री और पीडब्ल्यूडी मंत्री सत्येन्द्र जैन जो हमेशा से विवादों में रहे हैं। सीबीआई ने बुधवार को उनके घर व ठिकानों पर छापा मारा। जांच एजेंसी ने यह कार्रवाई पीडल्ब्यूडी में किएटिव टीम के 24 आर्किटेक्ट की भर्ती में भ्रष्टाचार के आरोप पर की। जैन ने खुद ट्वीट कर अपने घर पर छापेमारी की जानकारी दी। दिल्ली सरकार में सबसे विवादित मंत्री के रूप में सत्येन्द्र जैन की छवि बनती जा रही है। इस पर कई तरह के आरोप लग चुके हैं। इस कारण उन्हें मंत्री पद से हटाए जाने की भी मांग उठ चुकी है। कहा जा रहा है कि मुख्यमंत्री केजरीवाल के करीबी होने के चलते जैन अभी तक बचते आए हैं। अगर जिस तरह से उन पर विभिन्न जांच एजेंसियों का शिकंजा कस रहा है ऐसे में आने वाले समय में जैन के पद पर बना रहना आसान नहीं होगा। जैन के ठिकानों पर सीबीआई छापे की यह पहली घटना नहीं है, इससे पहले मनी लाड्रिंग मामले में भी जांच एजेंसी ने उनके ठिकानों पर छापामारी की थी। साथ ही सीबीआई दावा भी कर चुकी है कि उनके पास से बेनामी संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं। जैन के छापेमारी की ट्वीट करने के बाद सीएम, डिप्टी सीएम सहित कई आप नेताओं और विधायकों ने सैकड़ों ट्वीट और रि-ट्वीट किए। उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, सीबीआई रेड में कुछ निकला नहीं है। हो सकता है कि वहां जैन की खोई दो शर्ट निकल आएं सोफे के नीचे। उन्होंने कहा कि आप सरकार को पताड़ित किया जा रहा है। सिसोदिया ने कहा कि अब तो हमें आदत पड़ गई है। हर रोज पुलिस, सीबीआई और ईडी `आप' नेताओं के घर व दफ्तरों में बैठी रहती है। दो दिन पहले ही सीबीआई ने सत्येन्द्र जैन के खिलाफ एक मामला बंद किया है। वजह सीबीआई की नजर में वह मामला बन ही नहीं रहा था। उन्होंने अपनी बेटी को एक कार्यकर्ता के नाते काम दिया था, तो उनके खिलाफ भी सीबीआई जांच शुरू कर दी गई। उधर भाजपा पदेश अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा कि आप सरकार के काले चिट्ठों का लेखा-जोखा मंत्री सत्येन्द्र जैन के पास है। वे आप सरकार के एकाउंटेन्ट हैं। उन्होंने कहा कि यदि सत्येन्द्र जैन का मुंह खुलता है तो आप नेताओं पर कानूनी कार्रवाई तय है। पिछले 3 साल में आप नेताओं के यहां 5 बार छापेमारी हुई है। 5 अपैल, 2018, ईडी ने सत्येन्द्र जैन से पूछताछ की। 5 फरवरी, 201। को सीबीआई की रेड में दिल्ली डेंटल काउंसिल के रजिस्ट्रार डा. ऋषि राज के लाकर की जांच में सत्येन्द्र जैन के नाम की कुछ और तीन संपत्तियों के दस्तावेज मिले थे। 25 अगस्त, 2017-सीबीआई ने मनी लाड्रिंग मामले में जैन के यहां छापेमारी की। 19 जून, 2017 को सीबीआई ने 18 विशेषज्ञों की गलत तरीके से नियुfिक्त मामले में जैन के यहां छापा मारा। 16 जून, 2017-सीबीआई टॉक टू एके मामले में मनीष सिसोदिया से उनके घर पर पूछताछ की। 30 दिसंबर, 2016 जैन के ओएसडी निपुंज अग्रवाल के दफ्तर में छापा। 15 दिसंबर, 2015 ः सचिवालय में सीएम के पीएस राजेन्द्र कुमार के कार्यालय में छापा। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के सिविल लाइंस पर मुख्य सचिव अंशु पकाश के साथ मारपीट के बाद सत्येन्द्र जैन के छापों ने बेशक सियासी हलकों में हलचल मचा दी हो, पर दुख से कहना पड़ता है कि इस पार्टी में दबंगई करने वाले नेताओं और विधायकों की कमी नहीं है। आंकड़ों पर गौर करें तो इस पार्टी में 48 से ज्यादा विधायक हैं जिनके खिलाफ दिल्ली के विभिन्न थानों, सीबीआई व एसीबी में 100 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। वहीं आप नेताओं का कहना है कि सीबीआई, एसीबी राजनीति से पेरित छापे मार रही है। अगर इन सरकारी एजेंसियों के केसों में कोई दम होता तो इतने आप नेता अदालतों से बरी नहीं होते। आप के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के मुताबिक सुपीम कोर्ट ने कहा था कि सीबीआई तोते की तरह काम करती है। यह बात पूरी तरह से सही चरितार्थ हो रही है।

-अनिल नरेन्द्र

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