Thursday, 11 April 2019

15 लाख हर खाते के वादे की हकीकत?

पिछले लोकसभा चुनाव पचार के दौरान क्या पधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यह वादा किया था कि कालाधन वापस लाकर हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए जमा कराए जाएंगे या नहीं? भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व पेंद्रीय मंत्री कलराज मिश्र ने शनिवार को चंडीगढ़ में इस विषय पर पूछे गए सवाल पर कहा, मैं स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि हमने 15 लाख रुपए का कोई वादा नहीं किया था। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी ने सभी के बैंक खातों में 15 लाख रुपए का वादा 2014 के लोकसभा से पहले नहीं किया था। मिश्र ने इस मुद्दे पर लोगों को भ्रमित करने के लिए दुष्पचार करने का विपक्षी दलें पर आरोप लगाया। रविवार 7 अपैल को छत्तीसगढ़ के बालोद दौरे से पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पधानमंत्री पर हमला करते हुए देश और पदेश की जनता से किए गए उनके वादों पर 20 सवाल पूछे। इनमें एक सवाल 15 लाख खाते में डाले जाने के बारे में था। इस पर पलटवार करते हुए भाजपा सांसद रामविचार नेताम ने सीएम बघेल समेत पूरी कांग्रेस को चुनौती दी थी कि अगर वे मोदी के ऐसे किसी भाषण का वीडियो लाते हैं तो भाजपा उन्हें एक करोड़ का इनाम देगी। कांग्रेस दावा कर रही है कि उन्होंने कांकेर का वह वीडियो ढूंढ़ लिया है पर भाजपा का इनाम जरूर ठुकरा दिया। भाजपा का कहना है कि इस वीडियो में हर खाते में 15 लाख रुपए आने की बात है, जमा करने की नहीं। बता दें कि कांकेर में 7 नवंबर 2013 को नरेन्द्र मोदी की सार्वजनिक रैली हुई थी। मोदी ने मंच से कहा था, `पूरी दुनिया कहती है कि भारत में सभी चोर-लुटेरे अपना पैसा बैंकों में जमा करते हैं। विदेशों के बैंकों में काला धन जमा है। कांकेर के मेरे भाइयों और बहनों ... मुझे बताओ, यह चोरी का पैसा वापस आना चाहिए या नहीं? यह कालाधन वापस आना चाहिए या नहीं? क्या हम इन बदमाशों द्वारा जमा किए गए हर पैसे को वापस लेना चाहिए या नहीं? क्या इस धन पर जनता का अधिकार नहीं है? क्या इस धन का उपयोग जनता के काम के लिए नहीं किया जाना चाहिए? अगर एक बार भी विदेशों के बैंकों में इन चोर-लुटेरों द्वारा जमा किया गया धन हम वापस लाते हैं तो हर गरीब भारतीय को 15 से 20 लाख रुपए तक मुफ्त मिलेगा। वहां इतना पैसा है।' पिछले लोकसभा  चुनाव के दौरान पीएम मोदी के देश के हर नागरिक के खाते में 15 लाख रुपए डालने संबंधी इस बयान के बाद राज्य  विधानसभा चुनाव में भी यह मुद्दा छाया रहा। इसी दौरान 2016 में आरटीआई एक्टिविस्ट मोहन कुमार शर्मा ने पीएमओ में आरटीआई लगाकर पूछा था कि हर खाते में 15 लाख रुपए जमा करने का मोदी का वादा कब पूरा होगा? जवाब नहीं मिलने पर मामला केन्द्राrय सूचना आयोग पहुंचा। तब पधानमंत्री कार्यालय ने 26 नवंबर 2016 को आयोग को भेजे जवाब में कहा था कि हर खाते में 15 लाख रुपए जमा होने के वादे को पूरा करने की तारीख बताना सूचना के अधिकार कानून के तहत सूचना के दायरे में नहीं आता, लिहाजा इस बारे में कोई जवाब नहीं दिया जा सकता।

-अनिल नरेन्द्र

No comments:

Post a Comment