Sunday, 7 April 2019

आईपीएल का चस्का भारी पड़ रहा है चुनाव प्रचार पर : जाम की दिक्कत अलग

पूरा देश आईपीएल फीवर का शिकार हो गया है। शाम आठ बजे सब अपने टीवी के सामने बैठ कर लगभग तीन घंटे मैच का लुत्फ उठाते हैं। आईपीएल लगभग दो महीने चलेगा यानि 12 मई को फाइनल मैच खेले जाने तक क्रिकेटप्रेमी इन मैचों की दीवानगी में खोये रहेंगे। यहां तक कि पता नहीं चल रहा, आईपीएल से कहीं बड़ा मैच लोकसभा चुनाव की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। क्रिकेटप्रेमियों का ज्यादा ध्यान आईपीएल पर है। खास बात यह है कि इन्हीं दो महीनों में लोकतंत्र का सबसे बड़ा त्यौहार यानि भारत का आम चुनाव भी सात चरणों में सम्पन्न होना है। पहले चरण की वोटिंग को मुश्किल से चार दिन बचे हैं, 11 अप्रैल को पहला मतदान होगा। आईपीएल के इतिहास में यह पहला मौका है जब भारत में आईपीएल मैच और चुनाव दोनों साथ-साथ हो रहे हैं। स्वाभाविक है कि चुनाव प्रचार तेज होने के साथ ही देश का तापमान भी बढ़ेगा। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि जब दिल्ली की सातों सीटों के लिए नामों की घोषणा होगी उसके बाद क्रिकेट के प्रति लोगों की दीवानगी चुनावी माहौल को किस रूप से प्रभावित करेगी। प्रभावित होने की बात से फिरोज शाह कोटला स्टेडियम में हो रहे आईपीएल मैच के दौरान पूरा आईटीओ जाम के हालात से गुजरने पर मजबूर हो जाता है। दफ्तरों में आने-जाने वाले लोगों के लिए मैच बड़ी मुसीबत बन गए हैं। खासतौर से बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्टेडियम से सटे दफ्तरों में आने-जाने वालों को इसके चलते खासी परेशानी उठानी पड़ रही है। स्टेडियम के आसपास पार्किंग को रोकने के लिए बहादुर शाह जफर मार्ग की सर्विस लेन के दोनों ओर बैरिकेड लगाकर सर्विस लेन में गाड़ियों की एंट्री बंद कर दी जाती है। मैं खुद इसका शिकार हो चुका हूं। एक मैच के दौरान मुझे इंडियन एक्सप्रेस बिल्डिंग से पैदल चलकर अपने दफ्तर प्रताप भवन जाना पड़ा। जाम में मैच देखने वालों की भीड़ से एम्बुलेंस तक के फंसने का भी खतरा बना रहता है। वजह यह है कि कुछ ही मीटर के फासले पर दो बड़े अस्पताल हैं। मैच की वजह से शाम के समय नई दिल्ली, इंडिया गेट, आईटीओ, विकास मार्ग, राजघाट और दिल्ली गेट के आसपास ट्रैफिक बाधित रहता है। बाधित होने से एक और मुश्किल बहादुर शाह जफर मार्ग से आने-जाने वालों को होती है। खासतौर से जब से भाजपा का नया मुख्यालय डीडीयू मार्ग पर आया है। यहां एक तरफ भाजपा का नया मुख्यालय है तो उसी के नजदीक आम आदमी पार्टी और दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी का दफ्तर भी है। यहां आजकल दिनभर चहल-पहल रहती है। इससे डीडीयू मार्ग और उसके आसपास के रास्तों पर भी असर पड़ता है। लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी तब होती है जब प्रधानमंत्री भाजपा मुख्यालय आते हैं। उनके आने-जाने से पहले दिल्ली पुलिस और ट्रैफिक पुलिस को पूरे इलाके में सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने पड़ते हैं। मीटिंग ज्यादातर शाम को होती है और इसकी जानकारी पब्लिक को नहीं होती। इससे पीक आवर में पीएम की मूवमेंट के लिए वीआईपी रूट लगाने से काफी देर के लिए ट्रैफिक रोकना पड़ता है। अगर आपको इस रास्ते से जरूरी जाना पड़े तो आपको बहुत समय तक इंतजार करना पड़ेगा। उन पुलिस वालों के साथ हमारी पूरी हमदर्दी है जो घंटों सड़कों के दोनों कोनों में खड़े रहने पर मजबूर होते हैं इस वीआईपी मूवमेंट पर।

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