पाकिस्तानी मूल के गायक अदनान सामी को पद्मश्री के लिए चुने जाने को लेकर राजनीतिक
बहस शुरू हो गई है। राजनीतिक दलों में 2016
में भारतीय नागरिक बने सामी के भारत में योगदान को लेकर बहस छिड़ना स्वाभाविक
ही है। कांग्रेस और एनसीपी ने जहां उन्हें यह सम्मान देने का विरोध किया वहीं भाजपा
और उसके सहयोगियों ने कहा कि अदनान इस सम्मान के अत्याधिक हकदार हैं। कांग्रेस पार्टी
के प्रवक्ता जयवीर शेरगिल ने सामी को पाक सेना के पूर्व अफसर अरशद सामी खान का बेटा
बताया। अदनान के पायलट पिता ने 1965 में भारत के खिलाफ जंग लड़ी
थी। 1965 के भारत-पाक युद्ध में सामी के
पिता पाकिस्तानी एयरफोर्स के पायलट थे। पाकिस्तानी एयरफोर्स म्यूजियम की आधिकारिक वेबसाइट
पर लिखा है, फ्लाइट लेफ्टिनेंट खान ने भारत के साथ युद्ध के दौरान
अधिकतम युद्धक अभियानों में उड़ानें भरी थीं। उन्होंने प्रेरणादायी निश्चय से युद्ध
क्षेत्र में हवाई टुकड़ी का नेतृत्व किया और बेजोड़ परिणाम हासिल किए। पाकिस्तान के
फील्ड मार्शल अयूब खान ने 1965 के युद्ध में अदम्य साहस का परिचय
देने के लिए अदनान के पिता को सितारा-ए-जुर्रत से नवाजा था। यह पुरस्कार पाकिस्तान का तीसरा सबसे बड़ा सैन्य पुरस्कार
है। अदनान के पिता ने बाद में तीन पाकिस्तानी राष्ट्रपतियों के सहायक के रूप में काम
किया और डिप्लोमेट भी बने। अदनान के पिता की साल 2009 में कैंसर
से मौत हो गई। महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक विकास मंत्री और राकांपा प्रवक्ता नवाब मलिक
ने चुटीले अंदाज में कहा कि अब कोई भी पाकिस्तानी गायक भारत की नागरिकता ले सकता है।
लंदन में पाकिस्तान वायुसेना के एक पूर्व अधिकारी के यहां जन्मे अदनान सामी ने 2015
में भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन किया था और वह जनवरी 2016 में भारत के नागरिक बन गए थे। मलिक ने कहाöभारत के अनेक
मुस्लिम इस पुरस्कार के हकदार हैं। अदनान सामी को प्रतिष्ठित पद्मश्री पुरस्कार प्रदान
करना 130 करोड़ भारतीयों का अपमान है। एनडीए सरकार सीएए,
एनआरसी तथा एनपीआर के मुद्दों पर भारतीयों और दुनियाभर के लोगों के सवालों
पर क्षतिपूर्ति की कोशिश कर रही है। मलिक ने कहा कि अब कोई भी पाकिस्तानी गायक जय मोदी
का नारा लगाकर भारत की नागरिकता ले सकता है। शनिवार को पद्म पुरस्कार के लिए घोषित
118 लोगों की सूची में उनका भी नाम है। गृह मंत्रालय की सूची
में उनका गृह राज्य महाराष्ट्र बताया गया है। मलिक ने कहाöअगर
पाकिस्तान से आकर कोई जय मोदी का नारा लगाता है तो वह भारत की नागरिकता के साथ-साथ देश का प्रतिष्ठित सम्मान पद्मश्री भी पा सकता है।
-अनिल नरेन्द्र
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