ईरान के अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमले के ठीक बाद तेहरान
से यूकेन जा रहा यात्री विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। वहीं ईरान के परमाणु ठिकाने
के पास भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे। ईरान ने दोनों घटनाओं में किसी तरह की साजिश
से इंकार किया था लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो से पूरे मामले का रहस्य गहरा गया।
ईरान की एक न्यूज एजेंसी ने तेहरान अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के एक अधिकारी के हवाले
से कहा कि तकनीकी वजह से विमान इंजन में आग लग गई थी। दूसरी तरफ विशेषज्ञ दावा कर रहे
थे कि विमान मिसाइल का शिकार हुआ है। उधर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन टुडो ने कहा
कि अनेक खुफिया जानकारी इस ओर इशारा कर रही हैं कि ईरान ने विमान को मार गिराया और
बुधवार को हुए इस हादसे में 176 लोगों की मौत हो गई थी। इस हादसे में कनाडा के 63 नागरिक
थे। इस विमान में ईरान के 63, यूकेन के 11, स्वीडन के 10, अफगानिस्तान के चार, जर्मनी के तीन और ब्रिटेन के तीन और अन्य देशों के नागरिक सवार थे। कनाडा और
ब्रिटेन के साथ ही कई देशों का मानना था कि यह विमान ईरान की मिसाइल की चपेट में आने
से गिरा था। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने कहा है कि अब ऐसी जानकारी मिली
है कि ईरान में दुर्घटनाग्रस्त हुआ यूकेन का बोइंग 747 विमान
ईरान की मिसाइल की चपेट में आ गया था। जॉनसन ने इस हादसे पर एक बयान जारी करते हुए
कहाöऐसी जानकारी है कि सतह से हवा में मार करने वाली ईरान की
मिसाइल ने यह विमान गिराया है। यह हो सकता है कि ऐसा जानबूझ कर नहीं किया गया हो। सोशल
मीडिया में ऐसे अनेक वीडियो डाले गए हैं जिनमें दावा किया जा रहा है कि यह विमान को
गिराए जाने के समय के हैं। न्यूयार्प टाइम्स ने अपनी एक रिपोर्ट में कहाöउसने एक वीडियो का सत्यापन किया है, जिसमें वीडियो में
कोई वस्तु आकाश की तरफ उठती दिखाई दे रही है और इसके बाद इसका प्रकाश मद्धिम होता है
और यह तेजी से आगे बढ़ती जा रही है और कुछ सेकेंड के बाद तेज धमाके की आवाज सुनाई देती
है। तमाम आरोपों के बाद पहले मना करने वाले ईरान को अंतत मानना पड़ा कि विमान ईरानी
मिसाइलों से ही विमान को गलती से निशाना बनाया था। ईरान ने कनाडा, आस्ट्रेलिया और ब्रिटेन के दावे के बीच शुक्रवार को कहा था कि उसकी मिसाइल
से यूकेन का विमान नहीं गिरा था। बता दें कि कमांडर कासिम सुलेमानी के एयर स्ट्राइक
में मारे जाने के बाद बदले की कार्रवाई करते हुए ईरान ने इराक में मौजूद अमेरिकी एयरबेस
को निशाना बनाने के लिए मिसाइलें दागी थीं। उसी दौरान यूकेन का एक बोइंग 747
विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। अब ईरान ने स्वीकार किया है कि यह विमान
मानवीय चूक के कारण ईरान की मिसाइल से ही गिरा। सवाल उठता है कि विमान में सवार निर्दोष
176 लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है, क्या ईरान उनके परिजनों को अब मुआवजा देने को तैयार है?
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