Saturday, 7 May 2011

एक और मुख्यमंत्री विमान हादसे का शिकार हो गया

Vir Arjun, Hindi Daily Newspaper Published from Delhi
 प्रकाशित: 07 मई 2011
-अनिल नरेन्द्र

हेलीकॉप्टर से टीम के साथ रवाना होने के बाद से लापता अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री दोरजी खांडू का शव चार दिनों की तलाशी के बाद आखिरकार बुधवार को तवांग जिले के लोबोथांग में मिल गया। दुर्घटनाग्रस्त हेलीकॉप्टर के मलबे के साथ चार अन्य शव भी मिले हैं। हादसा दुर्गम इलाके में होने और खराब मौसम के कारण इन्हें वहां से इटानगर ले जाने में मुश्किलें आ रही हैं। सेला दर्रे और जंग जल प्रांत के पास हेलीकॉप्टर हादसे का शिकार हुआ। शनिवार सुबह 9ः50 बजे खांडू अपनी टीम के साथ पवन हंस हेलीकॉप्टर एएस 350 बी-3 से तवांग से रवाना हुए।  लेकिन चन्द मिनटों के बाद ही हेलीकॉप्टर का सम्पर्प टूट गया। पहाड़ों से टकराकर यह दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस तरह एक और विमान दुर्घटना में एक राजनेता की मौत हो गई। इस घटना ने एक बार फिर उड़न खटोले की सुरक्षित यात्रा की कलाई खोल दी है।
हाल के वर्षों में हेलीकॉप्टर दुर्घटना के कारण कई प्रमुख राजनीतिक हस्तियों का निधन हुआ। तीन सितम्बर 2009 को आंध्र प्रदेश के अत्यंत लोकप्रिय मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस राजशेखर रेड्डी के हेलीकॉप्टर की चित्तूर जिले के घने जंगलों में दुर्घटनाग्रस्त होने से मौत हो गई थी। कारण था खराब मौसम। राजशेखर रेड्डी की मृत्यु से आंध्र में इतना उथल-पुथल हुआ कि आज तक वहां राजनीतिक माहौल सम्भल नहीं सका। 2002 में तीन मार्च को लोकसभा अध्यक्ष और तेलुगूदेशम, पार्टी के नेता जीएमसी बालयोगी का भी आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले में हेलीकॉप्टर गिर गया और उनका निधन हो गया। इस बार दुर्घटना का कारण था तकनीकी खराबी। हरियाणा के दो मंत्रियों ओपी जिन्दल और सुरेन्द्र सिंह का हेलीकॉप्टर 2005 में उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले में इंजन की खराबी के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया था और हादसे में दोनों की मौत हो गई थी। श्री ओपी जिन्दल मशहूर उद्योगपति थे और श्री नवीन जिन्दल के पिता थे। श्री सुरेन्द्र सिंह हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व केंद्रीय मंत्री रहे चौधरी बंसी लाल के सुपुत्र थे। उनकी पत्नी श्रीमती किरण चौधरी ने अपने पति की विरासत सम्भाल ली और इस समय वह हरियाणा की मंत्री हैं। उस हादसे को कौन भूल सकता है जब अत्यंत लोकप्रिय श्री माधव राव सिंधिया हमसे बिछुड़ गए। बात 30 सितम्बर 2001 की है जब सिंधिया का विमान उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले में खराब मौसम के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो गया और हादसे में उनकी मौत हो गई। श्री संजय गांधी की मौत को भला कौन भूल सकता है। 23 जून 1980 को प्रधानमंत्री इन्दिरा गांधी के छोटे बेटे और उनके राजनीतिक उत्तराधिकारी माने जाने वाले संजय गांधी की दिल्ली में एक विमान दुर्घटना में मौत हो गई थी। वह स्वयं विमान चला रहे थे। `जाको राखे साइयां मार सके न कोय' की कहावत कभी-कभी बिल्कुल फिट बैठती है। चार नवम्बर 1977 को प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई ने दिल्ली के पालम एयरफोर्स स्टेशन से असम के लिए उड़ान भरी। करीब ढाई घंटे बाद असम में जोहराहट के निकट उनके विमान में तकनीकी खराबी आ गई। पायलटों ने उन्हें बचाने के लिए सबसे पहले विमान के कॉकपिट को धान के एक खेत में गिरा दिया। इससे पिछले हिस्से में सवार मोरारजी विमान से सुरक्षित कूद कर बाहर निकल आए। पायलटों ने जांबाजी दिखाकर, अपना जीवन नष्ट कर दिया पर मोरारजी भाई को बचा लिया।

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