Friday, 20 May 2011

राहुल गांधी का सनसनीखेज आरोप

Vir Arjun, Hindi Daily Newspaper Published from Delhi
Publish on 20 May 2011
अनिल नरेन्द्र
ग्रेटर नोएडा में भूमि अधिग्रहण के मुद्दे पर कांग्रेस के महासचिव राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से मिलकर अत्यंत गम्भीर आरोप लगाए हैं। प्रधानमंत्री के साथ करीब आधे घंटे की बैठक के बाद राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री ने किसानों के आठ सदस्यीय दल की बातों को ध्यान से सुना। उत्तर प्रदेश की स्थिति पर चर्चा के लिए राहुल गांधी के नेतृत्व में इस शिष्टमंडल ने मुलाकात में मनमोहन सिंह को बताया कि गांवों में चारों ओर जलने के निशान मौजूद हैं जहां किसान यूपी की मायावती सरकार से अपनी जमीन के मुआवजे की मांग कर रहे थे। राहुल ने प्रधानमंत्री को कथित जले हुए शव और किसानों एवं उनके परिवार के लोगों के खिलाफ हिंसा के चित्र भी दिखाए। कांग्रेस महासचिव ने संवाददाताओं से कहा, `गंभीर अत्याचार हो रहा है। वहां कम से कम 74 शवों की राख बिखरी पड़ी है। गांव के सभी लोगों को इसके बारे में जानकारी है। हम आपको इसकी तस्वीरें दिखा सकते हैं। महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहे हैं। लोगों को पीटा जा रहा है।'
राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश पुलिस और प्रशासन पर बहुत गम्भीर आरोप लगाए हैं। बसपा प्रवक्ता ने कहा कि राहुल गांधी निराधार आरोप लगा रहे हैं। वे घटना की आड़ में झूठ व अफवाह फैलाने की घटिया राजनीति कर रहे हैं। बसपा प्रवक्ता ने कहा कि कांग्रेस व अन्य विरोधी दल जनता को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राजनीतिक षड्यंत्र के तहत कुछ राजनीतिक दलों ने अराजक तत्वों को अवैध हथियार देकर उन्हें उकसाया और घटना को अंजाम दिया। वहीं राज्य सरकार के प्रवक्ता ने अलग बयान जारी कर दावा किया कि उत्तर प्रदेश में भूमि अधिग्रहण पर केंद्र सरकार से अधिक मुआवजा दिया जा रहा है। राहुल गांधी के इस सनसनीखेज बयान से प्रदेश सरकार में हड़कम्प मचना स्वाभाविक ही था। मंगलवार को मेरठ मंडल के कमिशनर व आईजी से प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि भट्टा में 74 लोगों के मारे जाने की बात झूठी है। वहां महिलाओं के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ। पुलिस व ग्रामीणों में संघर्ष में चार मौतें हुईं। दो पुलिसकर्मी थे जबकि दो असामाजिक तत्व थे। आईजी ने बताया कि बिटोरों से राख के नमूने लेकर आगरा की फोरेंसिक लैब में भेजे गए हैं। विपक्ष का कहना है कि राहुल गांधी ने जिस तरह भट्टा पारसौल में बड़े पैमाने पर किसानों की हत्या का आरोप लगाया है, अगर वह सही है तो उत्तर प्रदेश की सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए और अगर यह राजनीतिक बयान है तो कांग्रेस का दोहरा चरित्र एक बार फिर सामने आ रहा है।
राहुल गांधी के इतने गम्भीर आरोप पर बहस होना स्वाभाविक ही है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि बिना पुख्ता सबूत के वे इतने गम्भीर आरोप नहीं लगा सकते हैं। उधर राहुल अपनी बात पर पूरी तरह से डटे हुए हैं। बुधवार को वाराणसी में राज्य कांग्रेस समिति के अधिवेशन में राहुल ने कहा कि मैं खुद मायावती सरकार के खिलाफ जनता में संघर्ष का नेतृत्व करूंगा। मैं राज्य के हर कोने में जाऊंगा, न तो मेरे पास टाइम की कमी है और न ही यूपी में मुद्दों की। उत्तर प्रदेश की राजनीति में निश्चित रूप से कांग्रेस-बसपा की लड़ाई गम्भीर रूप लेती जा रही है। देखें कि बहन जी इस ताजे हमले का क्या जवाब देती हैं?

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