Vir Arjun, Hindi Daily Newspaper Published from Delhi |
Published on 5th July 2011
अनिल रेन्द्र
हमारे मंदिरों की अकूत सम्पत्ति इतिहास में कई विदेशी लुटेरों की हवस का शिकार बने हैं। मंदिरों में इतनी लूटपाट के बाद भी आज भी अरबों की सम्पत्ति है। इस दृष्टि से दक्षिण भारत के मंदिर तब भी विदेशी लुटेरों से बचे रहे। केरल के एक मंदिर श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर में आजकल सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त समिति के सात सदस्य मंदिर के खजाने की सूची बनाने के काम में जुटे हुए हैं। पहले इस मंदिर की देखरेख की जिम्मेदारी त्रावणकोर के शाही परिवार की थी। मंदिर के छह गुप्त कक्षों पर ए, से एफ तक पहचान अंकित किया गया है। हाल ही में टीपी सुन्दर राजन नाम के एक वकील ने मंदिर के कुप्रबंधन को लेकर सुप्रीम कोर्ट में एक याचिका दाखिल की थी। उसी के बाद कोर्ट ने इन सभी कमरों को खोलने का आदेश दिया था। इनमें से ए और बी 1874 से बन्द पड़े थे। गत सोमवार को सी, डी और एफ कक्षों को खोला गया था, जिसमें से एक हजार करोड़ रुपये की सम्पत्ति मिली थी। केरल का यह मंदिर देश का सबसे धनी मंदिर हो सकता है। गैर सरकारी आंकलन के अनुसार, इस मंदिर के कक्षों में रखे गए सोने, हीरे और अन्य बहुमूल्य रत्नों की कीमत करीब एक लाख करोड़ रुपये तक पहुंच चुकी है।
गत गुरुवार को एक टीम ने श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर के बेसमेंट में बनी तिजोरी ए खोली। मंदिर में ए से एफ तक इस तरह की कुल छह तिजोरियां हैं। तिजोरी ए से हजारों साल पुराने सिक्के, 2.5 किलो वजनी नौ फुट लम्बे नेक्लेस, कान की बालियां के आकार में एक टन सोना, सोने की छड़ें, हीरे-जवाहरातों से भरे बोरे, सोने की रस्सियां, हीरे-पन्ने जड़े प्राचीन गहनें, मुकुट और दूसरी चीजें मिली हैं। शुक्रवार को ईस्ट इंडिया कम्पनी के युग के 17 किलो सोने के सिक्के मिले। इसके अलावा नेपोलियन के समय के 18 सिक्के, रेशम में लिपटे कीमती जवाहरात, सिक्कों और गहनों के रूप में एक हजार किलो सोना, सोने का एक छोटा हाथी मिला है। कुछ चीजों पर 1772 लिखा हुआ था जिससे पता चलता है कि वे राजा कार्तिक तिरुनल रामा वर्मा के समय की हैं।
इन छह तिजोरियों में से ए और बी को 1882 के बाद से नहीं खोला गया है। फिलहाल सिर्फ तिजोरी ए की ही सम्पत्ति की मौजूदा कीमत का अनुमान लगाया गया है। अभी इनकी एंटीक वैल्यू का आंकलन नहीं किया गया है। फिर भी ऐसा माना जा रहा है कि यह मंदिर तिरुपति बालाजी मंदिर को पीछे छोड़कर देश का सबसे धनवान मंदिर बन गया है। प्रशासन ने मंदिर की सुरक्षा बढ़ी दी है। चारों तरफ सिक्यूरिटी कैमरे और अलार्म सेट कर दिए गए हैं। केरल के डीजीपी का कहना है कि मंदिर की सुरक्षा के लिए एक कमांडो फोर्स का गठन किया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट की तरफ से पर्यवेक्षक नियुक्त किए गए केरल हाई कोर्ट के पूर्व न्यायमूर्ति सीएस राजन और न्यायमूर्ति एन. कृष्णा ने कहा, `हम सामान की सूची तैयार कर रहे हैं, कीमत का सही अनुमान लगाना काफी मुश्किल है। कक्ष बी और ई का खुलना अभी बाकी है, हमें लगता है कि इसमें एक हफ्ता लग सकता है।'
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