जैसा शक था वैसा ही सही साबित होता दिख रहा है। केन्द्राrय मंत्री शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर थरूर की मौत जहर
खाने की वजह से भी हो सकती है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सुनंदा पुष्कर की मौत के पीछे
विषाक्तता मुख्य कारण बताए जाने के बाद दिल्ली पुलिस को एसडीएम ने आदेश दिया है कि
वह इस रहस्यमयी मौत की जांच हत्या और आत्महत्या दोनों कारणों से करे। सुनंदा एक तगड़ी
स्वभाव की महिला थी। वह यूं ही अपने जीवन का अंत नहीं कर सकती थी। फिर वह और शशि थरूर
एक ऐसी सोसायटी में शामिल थे जो पेज थ्री संस्कृति की थी। वहां पर पति का किसी और महिला
से और महिला का किसी और पुरूष से अफेयर होना बहुत बड़ी बात नहीं मानी जाती फिर वह इतना
बड़ा कदम क्यों उठातीं? ऐसा नहीं है कि व्यक्ति जब अशान्त और
डिपेसेड होता है तो वह खुद का जीवन अन्त नहीं कर सकता पर इसके लिए स्पष्ट संकेत आने
लगते हैं। यह मुश्किल है कि सुनंदा दोपहर को होटल लाबी में टहलतीं नजर आएं,
सिगरेट मांगें और रात को नींद की गोलियां खाकर जीवन का अंत कर लें?
सुनंदा बहुत अमीर महिला थीं। वह 100 करोड़ रुपए
से अधिक की संपत्ति की मालिक थीं। सात करोड़ से ज्यादा के तो सुनंदा के बैंक डिपाजिट,
शेयर, फिक्स्ड डिपाजिट इत्यादि थे। कनाडा में एक
मकान था जिसकी कीमत लगभग 1.85 करोड़ रुपए है। जम्मू में
2 कनाल जमीन थी। दुबई में सुनंदा के नाम 12 अपार्टमेंट
थे। जिसकी कीमत 79.5 करोड़ थी। 5 करोड़
की तो 25 विदेशी घड़ियां थीं। उनके पास दो करोड़ से ज्यादा की
ज्वैलरी थी। शाहतूश शाल, हुमायूं के समय की तलवार इत्यादि
30 लाख रुपए से ज्यादा का सामान था। कहने का भाव यह है कि सुनंदा पैसे
से बहुत मजबूत थीं। उनकी अगर हत्या हुई है तो पैसा भी एक मोटिब हो सकता है। सुनंदा
ने अपने ट्वीट में मेहर
तरार को आईएसआई एजेंट कहा था। मरने के कुछ घंटे पहले सुनंदा ने पत्रकार नलिनी सिंह
को फोन पर कहा था कि वह कुछ रहस्योद्घाटन करना चाहती हैं पर वह यह बातें पुलिस को ही
बताएंगी। यह बात नलिनी सिंह ने मीडिया को बताई। ऐसी कौन सी बात थी जो सुनंदा केवल पुलिस
को ही बताना चाहती थी? क्या सुनंदा की मौत का दाउद इब्राहिम के
अंडरवर्ल्ड से कोई कनेक्शन हो सकता है? आप को याद होगा कि आईपीएल
में कोच्चि की एक टीम होती थी। मैच फिक्सिंग के आरोप लगने पर टीम को आईपीएल से बाहर
कर दिया गया था। यह टीम सुनंदा और शशि थरूर की थी। आरोप लगा था कि दाउद और उनके गुर्गें
ने मैच फिक्सिंग की थी। क्या यह संभव है कि सुनंदा ने अंडरवर्ल्ड और भारतीय कनेक्शनों
के नाम बताने की धमकी दी थी और यह सारा किस्सा वह पुलिस के सामने बताना चाहती थी?
क्योंकि जब वह मेहर तरार को आईएसआई एजेंट कह रही थीं तो इसका मतलब आईएसआई-दाउद, अंडरवर्ल्ड भी हो सकता था? सारा मामला दब जाता क्योंकि पहली
पोस्टमार्टम रिपोर्ट
में तो यही आया था कि नींद की गोलियों के ओवरडोज से मौत हुई है। यह तो एसडीएम द्वारा
आलोक शर्मा की ड्यूटी लगाई गई है कि मामले की छानबीन कर रिपोर्ट दें। दरअसल आईपीसी
की धारा 176 के तहत पुलिस व एसडीएम को हर उस मौत की बारीकी से
जांच करनी होती है जिसमें शादी के सात साल के अंदर रहस्यमय कारणों से मौत हो जाए। देखें,
जांच में क्या निकलता है? चूंकि मामला बहुत हाईपोफाइल
है इसलिए संभव है कि सारा मामला दबा दिया जाए और सुनंदा पुष्कर थरूर की मौत की असलियत
कभी सामने न आए। उम्मीद करते हैं कि पुलिस बारीकी से छानबीन करेगी और यह नहीं देखेगी
कि पति एक पभावशाली केन्द्राrय मंत्री है।
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