Thursday 9 January 2014

कांग्रेस और आप की मिलीभगत के सबूत सामने आने लगे हैं

भारतीय जनता पाटी के पूर्व अध्यक्ष नितिन गडकरी ने कुछ दिन पहले दिल्ली में पाटी के एक कार्यकम में सनसनीखेज बयान दिया था। उन्हेंने कहा था कि आम आदमी पाटी और कांग्रेस के बीच एक डील हो रही है और यह डील एक बड़े बिजनेसमैन ने पंचतारा होटल में करवाई। इस मीटिंग में दोनों पार्टियें के दिग्गज नेता मौजूद थे। मीटिंग का मकसद था नरेन्द्र मोदी और भाजपा को किसी भी तरह लोकसभा चुनाव में सरकार बनाने से रोकना। श्री गडकरी ने यह भी कहा कि उनके पास इस मीटिंग के सबूत हैं जो सही समय आने पर जनता के सामने रखे जाएंगे। एक साक्षात्कार में गडकरी से जब यह पूछा गया कि आपने कांग्रेस और आम आदमी पाटी के बीच डील का बयान तो दिया लेकिन पूरा खुलासा नहीं किया। अगर डील की बात सच है तो उसका खुलासा क्यों नहीं करते? गडकरी ः जमीनी हकीकत देखिए, कांग्रेस के सहयोग से दिल्ली में आम आदमी पाटी ने सरकार बना ली है। कांग्रेस कोई चैरिटेबल संस्था नहीं है जो बिना किसी मंशा के समर्थन दे। दोनों दलों की साठगांठ का इसी से पता चलता है। जहां तक जांच के खुलासे की बात है, ऐसा करने की जरूरत नहीं है क्योंकि मेरे बयान के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर डील में शामिल लोगों के नाम और मीटिंग की जगह का खुलासा हो चुका है। मैं खुद इसलिए नाम नहीं लेना चाहता क्येंकि मुझे गिरी हुई राजनीति नहीं करनी। अब आम आदमी पाटी ने घोषणा की है कि वह देश के 15 से 20 राज्यों में उम्मीदवार उतारेगी साथ ही हरियाणा की सभी सीटों पर भी चुनाव लड़ेगी। आप के निशाने पर मुख्यत लोकसभा की शहरी और अर्धशहरी लगभग 200 सीटें हैं। जाहिर है कि इसमें सबसे अधिक सिरदर्द भाजपा का बढ़ने वाला है जिसे शहरी मतदाताओं की पहली पसंद माना जाता है। ऐसे में भाजपा निश्चित तौर पर आप को कमतर आंकने की उस गलती को नहीं दोहराना चाहेगी जो उसने दिल्ली में की और सत्ता उसकी पहुंच से मामूली तौर पर दूर रह गई। आम आदमी पाटी द्वारा आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने की घोषणा किए जाने पर किसी ने कटाक्ष किया कि छह दिन मुख्यमंत्री रहने वाले के लिए पधानमंत्री बनने का सपना देखने पर कोई रोक नहीं है, सभी को सपना देखने का हक है। अरविंद केजरीवाल ने पधानमंत्री पद के उम्मीदवार बनने के संकेत भी दिए हैं। उन्होंने कहा पाटी जो आदेश करेगी वही मान्य होगा। कल को ऐसी नौबत आए कि आप केंद्र में सरकार बना सकती है तो केजरीवाल अपना ड्रामा शुरू कर देंगे और एसएमएस और नुक्कड़ सभाओं से रेफरेंडम द्वारा फैसला करवा लेंगे कि केजरीवाल तुम पीएम बनो और केजरीवाल कह देंगे हां, मैं आप (जनता) की इच्छाओं को स्वीकार करता हूं। आप को एक और वर्ग का समर्थन मिलने की उम्मीद है। यह है अल्पसंख्यक वर्ग। देश के पमुख मुस्लिम संगठन जमात--इस्लामी हिंद ने शनिवार को आम आदमी पाटी के उभार को बदलते राजनीतिक परिदृश्य का संकेत बताते हुए कहा कि अरविंद केजरीवाल की पाटी के उभरने के बाद मुसलमानों के बीच यह एहसास पैदा हुआ है कि कांग्रेस और दूसरे धर्मनिरपेक्ष दलों को समर्थन देने के बारे में फिर से विचार किया जाए। उन्होंने आप को एक नया विकल्प भी करार दिया। जमात के महासचिव नुसरत अली ने पत्रकारों से कहा कि दिल्ली में आम आदमी पाटी की सरकार बनना राष्ट्रीय राजनीति के बदलते परिदृश्य का संकेत है। मुस्लिम और समाज के दूसरे कमजोर तबके इस नई संभावना को लेकर बहुत आशावान हैं। सही मायनों में आप एक नए विकल्प के रूप में उभर कर सामने आई है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समुदाय में अब यह एहसास जोर पकड़ता जा रहा है कि उसकी उपेक्षा करने वाली कांग्रेस और दूसरे धर्मनिरपेक्ष दलों को लेकर फिर से विचार किया जाए और नए विकल्प के बारे में सोचा जाए। अरविंद केजरीवाल अपनी सादगी का ढिंढोरा पीटते नहीं थकते। हम उन्हें बताना चाहते हैं कि और भी देश में कई मुख्यमंत्री हैं जो सादगी में विश्वास करते हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पार्रिकर, पुंडुचेरी के मुख्यमंत्री एन रंगास्वामी व पश्चिम बंगाल की ममता बनजी जैसे कई मुख्यमंत्री ऐसे भी हैं जिनके पास न तो आलीशान बंगले-गाड़ियां हैं और न ही नौकरों की लंबी फौज। घर का राशन पानी और फल सब्जी लाने से लेकर कपड़े धोने तक का काम खुद करते हैं। इतना ही नहीं यह मुख्यमंत्री मीडिया में अपनी सादगी का गुणगान भी नहीं करते-फिरते। माणिक सरकार की कुल सम्पत्ति 2.5 लाख रुपए है। देश के अकेले मुख्यमंत्री हैं जिनके नाम पर न तो कोई मकान है और न ही कोई वाहन। मुख्यमंत्री के तौर पर मिलने वाला वेतन मात्र अपनी पाटी के संचालन के लिए दान करते हैं। गोवा के मनोहर पार्रिकर की कुल सम्पत्ति 7.4 करोड़ रुपए अनुमानित है। सरकार की ओर से मिले आवास में चलाते हैं दफ्तर,परिवार संग निजी मकान में रहते हैं। सरकारी खर्च कम करने के लिए न तो पुलिस सुरक्षा ली और न ही लाल बत्ती वाली गाड़ी। पुंडुचेरी के रंगास्वामी की कुल सम्पत्ति 0.5 करोड़ रुपए अनुमानित है। मॉर्निंग वाक पर जाते वक्त दोस्त की दुकान पर चाय की चुस्की लेते दिन की शुरुआत करते हैं। घर लौटकर जनता की समस्याएं जानने के लिए मोटर साइकिल से पुंडुचेरी की गलियों में निकल पड़ते हैं। ममता की कुल सम्पत्ति है 4.72 करोड़। दो कमरे के साधारण घर में रहने वाली ममता के पास नौकरों की लंबी फौज नहीं है। निजी सेंट्रो कार से करती हैं सफर। कफिले के गुजरते वक्त नहीं खाली कराई जाती सड़क। इसलिए अरविंद केजरीवाल अगर सादगी की बात करें तो यह कोई पहले मुख्यमंत्री नहीं होंगे। भाजपा ने नरेन्द्र मोदी को रोकने के लिए कांग्रेस और आम आदमी पाटी के बीच मैच फिक्सिंग का आरोप लगाते हुए कहा है कि केंद्र में सत्ता रूढ़ दल इसके लिए आप को अपनी बी टीम  के तौर पर इस्तेमाल कर रहा है।  हमें लगता है कि कांग्रेस के रणनीतिकारों ने यह सोचा कि आगामी लोकसभा चुनावों में कांग्रेस की हालत पतली है, अगर वह सौ के आंकड़े तक सिमट जाती है तो गठबंधन सरकार बनाने के लिए उसे बाहरी समर्थन लेना पड़ेगा। ऐसे में अगर आप 50 से 60 सीटें भी ले आती हैं तो उसके साथ मिलकर मोदी को रोका जा सकता है। भाजपा को 272 सीटों के जादुई आंकड़े से पहुंचने से रोकने के लिए कांग्रेस-आप की एक गुप्त डील हुई है पर आप का राष्ट्रीय परिपेक्ष्य में भविष्य बहुत हद तक इस बात पर निर्भर करेगा कि वह दिल्ली में कैसी सरकार दे सकती है। अगर वह जनता से किए वादे पूरे करती है तो निश्चित रूप से अगले लोकसभा चुनाव में सभी दलों के लिए खतरा बन सकती है।

öअनिल नरेन्द्र

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