Wednesday 1 January 2014

खट्टी-मीठी यादों से अलविदा 2013

अलविदा 2013 2013 का साल कई मायनों में महत्वपूर्ण रहा। कुछ खट्टी-मीठी यादों के साथ साल खत्म हुआ। पिछले कुछ दिनों से दिल्ली व उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड ने जनता को परेशान कर रखा है। राजधानी में ठंड का प्रकोप दिखने लगा है। पारा चार डिग्री से भी कम हो रहा है। यही हाल उत्तर भारत का भी है। हालत यह है कि पहाड़ों से ज्यादा ठंड मैदानों में दर्ज की जा रही है। रविवार को शिमला से ज्यादा ठंड हरियाणा के हिसार और नारनौल में थी जहां न्यूनतम तापमान 2.1 डिग्री रहा। नारनौल में तो 0.1 डिग्री तक खिसक गया। 2013 में इतनी घटनाएं घटी हैं कि सबका वर्णन करना मुश्किल है पर कुछ प्रमुख घटनाएं ऐसी हैं जिन्होंने देश को हिलाकर रख दिया और जिसका प्रभाव काफी दिन तक देखने को मिलेगा। उत्तराखंड की  प्राकृतिक आपदा इस साल की सबसे बड़ी त्रासदी रही। 16 और 17 जून को आए इस जल प्रलय ने उत्तराखंड में दर्द और आंसुओं के ऐसे निशान छोड़े हैं जिन्हें भुलाना आसाना नहीं होगा। इस घटना में कितने मरे यह शायद कभी नहीं पता चलेगा। इस साल कई महत्वपूर्ण हस्तियों ने हमारा साथ छोड़ दिया। नेल्सन मंडेला, प्राण साहब, वेनेजुएला के 14 साल तक देश का नेतृत्व करने वाले तेज-तर्रार नेता ऊगो चावेज का इस साल पांच मार्च को देहांत हो गया। मशहूर  ध्रुपद गायक उस्ताद जिया फरीदुद्दीन डागर हमें नौ मई को छोड़कर चले गए। पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता विद्याचरण शुक्ल का नक्सली हमले के उपरांत दिल्ली में देहांत हो गया। वयोवृद्ध अभिनेता प्राण का लम्बी बीमारी के बाद 12 जुलाई को मुंबई में देहांत हो गया। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी और रिश्तेदार अरुण नेहरू चले गए। प्रख्यात पार्श्व गायक मन्ना डे 24 अक्तूबर को इस दुनिया को छोड़ गए। दुनिया की आधुनिक राइफलों में शामिल एके-47 के डिजाइनर मिखाइल क्लाशनिकोव का 23 दिसम्बर को मास्को में निधन हो गया। गरम हवा, शतरंज इत्यादि कई यादगार फिल्मों में प्रभावशाली अभिनय करने वाले फारुख शेख का 28 दिसम्बर साल के जाते-जाते निधन हो गया। अगर यह कहा जाए कि 2013 का साल स्कैंडलों के नाम रहा तो गलत नहीं होगा। 16 दिसम्बर 2012 को निर्भया का दर्दनाक कांड पूरे वर्ष छाया रहा। 2013 में स्वयंभू धर्मगुरु, पत्रकार व राजनेता सभी शामिल रहे। इसकी आंच न्यायपालिका तक भी पहुंच गई। सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस एके गांगुली पर कानून की एक इंटर्न ने यौन उत्पीड़न का आरोप  लगाया तो उधर राजनीति के गलियारों में अप्राकृतिक यौन शोषण के आरोप में कई मंत्री धरे गए। एक दशक तक देश-विदेश के लाखों भक्तों के बीच स्वयंभू संत आसाराम बापू बलात्कार के आरोप में बुरी तरह फंस गए तो उनके बेटे नारायण साईं भी बलात्कार के आरोप में सलाखों के पीछे पहुंच गए। गोवा के एक पांच सितारा होटल में चल रहे एक कार्यक्रम के दौरान तहलका में ही काम करने वाली एक महिला पत्रकार ने प्रख्यात पत्रकार तरुण तेजपाल पर यौन शोषण के आरोप लगाए, जिससे उनको साल का अंत और नए साल की शुरुआत जेल की सलाखों के पीछे से करनी पड़ी। अगर हम कुछ अन्य घोटालों की बात करें तो 10 मई को रेलवे रिश्वत कांड में रेलमंत्री पवन कुमार बंसल को अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा। पोंजी स्कीम के जरिये पश्चिम बंगाल में निवेशकों की गाढ़ी कमाई की लूट का कांड सामने आने पर चिट फंड शारदा समूह के चेयरमैन धरे गए। मध्यप्रदेश के वित्तमंत्री रहे राघव जी पर उनके ही एक नौकर के साथ लम्बे समय तक लगातार दुराचार के आरोप लगने के बाद उनके खिलाफ अप्राकृतिक सेक्स करने का मुकदमा दर्ज हुआ और उन्हें भाजपा ने पार्टी से बाहर निकाल दिया। उच्चतम न्यायालय और अधीनस्थ अदालतों ने इस साल कई महत्वपूर्ण फैसले दिए और सार्थक टिप्पणियां कीं जो वैसे तो व्यवस्था को दुरुस्त करने की जद्दोजहद का हिस्सा थीं लेकिन उनसे कहीं न कहीं आम आदमी की पीड़ा भी जुड़ती नजर आई। 27 सितम्बर को व्यवस्था दी कि किसी भी निर्वाचन क्षेत्र में नकारात्मक मतदान ः इनमें से कोई नहीं (नोटा) का बटन दबाकर सभी उम्मीदवारों को अस्वीकार करने का मतदाताओं को ऐतिहासिक अधिकार दिया गया। कोयला खदान आवंटन घोटाला कांड की जांच रिपोर्ट का मूल तत्व बदलने के लिए आठ मई को सीबीआई, प्रधानमंत्री कार्यालय और कोयला मंत्रालय को कड़ी फटकार सुप्रीम कोर्ट ने लगाई और सीबीआई को बाहरी दबाव तथा दखल से मुक्त करने के निर्देश दिए। समलैंगिक संबंधों पर सुप्रीम कोर्ट ने महत्वपूर्ण फैसला दिया। अब बात सियासत की। यूपीए द्वारा हरी झंडी के बाद तेलंगाना को भारत का 29वां राज्य बनाने की प्रक्रिया आरम्भ हो गई। 13 सितम्बर को लाल कृष्ण आडवाणी की आपत्तियों के बावजूद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को पार्टी ने अपना पीएम पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया। संसद में हमले के दोषी अफजल गुरु को 19 फरवरी को तिहाड़ जेल में फांसी देकर दफनाया गया। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और उनके बेटे अजय चौटाला को शिक्षक भर्ती घोटाले में 10 साल की सजा हुई। बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त को 1993 के मुंबई धमाकों से जुड़े मामले में शस्त्र अधिनियम के तहत दोषी करार दिए जाने पर पांच साल की सजा मिली। पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों में एक में छोड़कर चार में कांग्रेस पार्टी को करारी हार का मुंह देखना पड़ा। मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ में शिवराज सिंह चौहान और रमन सिंह पुन मुख्यमंत्री बने। दिल्ली में त्रिशंकु विधानसभा के चलते कई दिनों की कशमकश के बाद अरविन्द केजरीवाल की आप पार्टी ने सत्ता सम्भाली और अरविन्द केजरीवाल 46 साल की उम्र में दिल्ली के सबसे युवा मुख्यमंत्री बने। आम आदमी पार्टी के सत्ता में आने से राजनीति में स्वच्छता का एक महत्वपूर्ण कदम उठा। क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर ने क्रिकेट से संन्यास लेने की घोषणा की। वाम मोर्चे ने चुनावों में त्रिपुरा में महत्वपूर्ण जीत दर्ज की और माणिक सरकार ने लगातार चौथे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। स्पॉट फिक्सिंग के आरोप में तीन क्रिकेटर श्री संत, अजीत चन्देला, अंकित चव्हाण सहित कई अन्य की गिरफ्तारी से आईपीएल विवादों के केंद्र में बना रहा। संसद के अन्दर अंतत लम्बे इंतजार के बाद लोकपाल विधेयक पारित हुआ। मई में कांग्रेस सात साल बाद कर्नाटक में सत्ता में लौटी और विधानसभा चुनावों में भाजपा दो अंकों पर सिमट गई। बहुप्रतिष्ठित और महत्वाकांक्षी विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रमादित्य को पांच साल के विलम्ब के बाद भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया जिससे भारत की समुद्री क्षमता में बड़ा इजाफा हुआ। इस साल 14 जुलाई को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को भेजे गए आखिरी टेलीग्राम के साथ ही 163 साल पुरानी टेलीग्राम सेवा भारतीय इतिहास के पन्नों में समा गई। कुल मिलाकर खट्टी-मीठी यादों से 2013 अलविदा। हम उम्मीद करते हैं कि वर्ष 2014 सभी पाठकों और देश के लिए मंगलमय होगा। मैं अपनी ओर से और दैनिक वीर अर्जुन, दैनिक प्रताप और सांध्य वीर अर्जुन की ओर से शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद करता हूं कि नव वर्ष मंगलमय हो। नए साल की बधाई।

-अनिल नरेन्द्र

No comments:

Post a Comment