Tuesday 8 July 2014

भारतीय रेलवे की दो शानदार उपलब्धियां जय माता दी

गत सप्ताह भारतीय रेल ने दो उपलब्धियां अपने नाम की हैं। पहली वर्षों से फाइलों में अटकी महत्वाकांक्षी बुलेट ट्रेन परियोजना को धरती पर उतारना वहीं दूसरी ओर दशकों से आश्वासनों और वादों में चल रही जम्मू-कटरा परियोजना को पूरा कर कश्मीर के लोगों के अलावा देश-दुनिया से आने वाले मां वैष्णो देवी के करोड़ों भक्तों को अप्रतिम भेंट देना। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार सुबह बहुप्रतीक्षित कटरा-उधमपुर रेल लाइन का उद्घाटन किया। वैष्णो देवी तीर्थस्थल के आधार शिविर कटरा से नई ट्रेन को हरी झंडी दिखाते हुए प्रधानमंत्री ने इस ट्रेन का नाम श्रीशक्ति एक्सप्रेस रखने का सुझाव दिया। मोदी ने ट्रेन का लोकार्पण करते हुए कहा कि मैं माता वैष्णो देवी के करोड़ों भक्तों को बधाई देता हूं। वह लोग जो देशभर से यहां तीर्थयात्रा के लिए आना चाहते हैं अब उनके लिए यह यात्रा आसान हो जाएगी। यह नया रेल लिंक जम्मू-कश्मीर की विकास की गति तेज करेगा। मोदी ने कहा कि अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा शुरू की गई यात्रा जारी रहेगी। हमारी प्राथमिकता विकास के जरिये इस राज्य के हर नागरिक का दिल जीतना है। 1132.75 किलोमीटर लम्बी उधमपुर-कटरा लाइन लम्बे इंतजार के बाद शुरू हुई है। उधमपुर-कटरा लाइन (25 किलोमीटर) में सात सुरंगें और 30 से अधिक छोटे-बड़े पुल हैं। 53 किलोमीटर लम्बी जम्मू-उधमपुर रेल परियोजना पहले ही परिचालन में आ चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से कटरा से उधमपुर के लिए ट्रेन को हरी झंडी दिखाने के साथ ही वैष्णो देवी के भक्तों का मां के दरबार ट्रेन से पहुंचने का वर्षों पुराना सपना पूरा हो गया है। करोड़ों तीर्थ यात्री अब देश के किसी भी कोने से सीधा कटरा तक पहुंच सकते हैं। कटरा रेलवे स्टेशन  पर चार नए प्लेटफार्म बनाए गए हैं जहां पर 26 बोगियों की ट्रेनें खड़ी हो सकती हैं। आठ रिटायरिंग रूम हैं, पूरी तरह से वातानुकूलित होटल और शॉपिंग लांज की भी व्यवस्था। तीन जोड़ी ट्रेनें जम्मू तवी और कटरा के बीच चलेंगी। 1898 में महाराजा प्रताप सिंह ने पहली बार श्रीनगर को रेल नेटवर्प से जोड़ने का सपना देखा था। 1905 में ब्रिटेन ने रावलपिंडी के रास्ते श्रीनगर को जोड़ने की योजना बनाई थी। 2002 में तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जम्मू-उधमपुर लाइन को दी थी मंजूरी और राष्ट्रीय परियोजना घोषित की थी। 2015 तक जम्मू-श्रीनगर रेल परियोजना को पूरा करने का लक्ष्य है। दिल्ली-आगरा के बीच बुलेट ट्रेन का सफल परीक्षण भी पर्यटन विकास की दृष्टि से उल्लेखनीय है। ताज महल विश्व में पर्यटन की दृष्टि से तीसरा सबसे लोकप्रिय स्थल है और उत्तर प्रदेश जैसे राज्य की 80 प्रतिशत पर्यटन आय केवल ताज के चलते आगरा से ही आती है। ऐसी सुविधायुक्त द्रुतगामी ट्रेनों से देशी-विदेशी सैलानियों का प्रभाव बढ़ेगा। हम भारतीय रेल को इन दोनों शानदार उपलब्धियों के लिए बधाई देते हैं। प्रधानमंत्री ने लोकार्पण समारोह में कहा है कि विकास का मतलब दूर से दूर बैठे अंतिम आदमी तक रोशनी का विस्तार है। यही ध्येय वाकई रेलवे का भी होना चाहिए।

-अनिल नरेन्द्र

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