Tuesday, 25 August 2015

दाऊद इब्राहिम के कराची में होने का पुख्ता सबूत

एक बार फिर इसकी पुष्टि हुई है कि अंडरवर्ल्ड डॉन और 1993 के मुंबई बम विस्फोटों का मास्टर माइंड दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान के कराची शहर में ही रह रहा है। भारतीय खुफिया एजेंसियों के पास इसके पुख्ता सबूत हैं। कराची में क्लिफटन रोड सहित अन्य इलाकों में उसके घरों के पते, उसकी बीवी महजबीन शेख का 2015, अप्रैल का टेलीफोन बिल, दुबई और  पाक के बीच यात्राओं का ब्यौरे के साथ ही भारतीय खुफिया एजेंसियों के पास 59 वर्षीय दाऊद की वर्ष 2012 की ताजा तस्वीर और पाकिस्तानी पासपोर्ट की भी प्रति है। मुंबई धमाको में 257 भारतीयों की मौत के जिम्मेदार दाऊद के पास तीन पासपोर्ट (पाकिस्तानी) हैं। दाऊद इब्राहिम की 22 साल बाद नई तस्वीर सामने आई है। साथ ही एक न्यूज चैनल ने दाऊद की  बीवी महजबीन से बातचीत का दावा भी किया है। इस बातचीत में महजबीन ने बताया कि वह कराची से बोल रही है। साथ ही दाऊद के बारे में पूछे जाने पर कहा कि वह अभी भी सो रहा है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने पाकिस्तानी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) को सौंपने के लिए जो सबूत जुटाए हैं, उनमें दाऊद के कराची स्थित घर के फोन का बिल भी है। इस फोन नम्बर पर एक अंग्रेजी चैनल ने शनिवार दोपहर को दो बार बातचीत की। सुरक्षा एजेंसियों को दाऊद के घर का जो फोन बिल मिला है, उसमें एड्रेस डी-13, ब्लॉक-4, कराची डेवलपमेंट अथारिटी स्कीम-5, क्लिफटन, कराची लिखा है। इस पर नम्बर +92213587... दर्ज है। इसमें कस्टमर आईडी नम्बर 1215871639 है। फोन नम्बर के आखिर पांच अंक अंग्रेजी चैनल व अंग्रेजी न्यूजपेपर ने सार्वजनिक नहीं किए हैं। दाऊद शेख इब्राहिम नाम से जारी पासपोर्ट के जरिए वह कई बार पाकिस्तान और दुबई के बीच यात्राओं पर जा चुका है। उसके परिजन भी पाकिस्तानी पासपोर्ट से ही सफर करते हैं। दाऊद कराची के पॉश क्लिफटन इलाके में पत्नी मजहबीन शेख, बेटे मोइन नवाज और तीन बेटियों महरुख, माहरीन और माजिया के साथ रहता है। दाऊद अकसर पाकिस्तान में अपनी जगह और पता बदलता रहता है। दाऊद की बेटी महरुख की शादी पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेटर जावेद मियांदाद के बेटे जुनैद से हुई है। भारतीय एजेंसियों के पास दाऊद की फैमिली के सभी लोगों के पासपोर्ट नम्बर और अन्य एयर टिकट्स की जानकारी भी है। साथ ही आईपीएल क्रिकेट मैच फिक्सिंग में डी कंपनी की बातचीत और कुछ भारतीय व्यापारियों के साथ दुबई और अन्य देशों में साठगांठ का सविस्तार ब्यौरा भी है। मजेदार बात यह है कि तमाम पुख्ता सबूतों के बावजूद पाकिस्तान पिछले दो दशकों से यही कहता आ रहा है कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आतंकी घोषित दाऊद पाकिस्तान में नहीं है। वैसे इस तरह के सबूत पिछली भारतीय सरकारें पाकिस्तान को कई बार सौंप चुकी है और इस ताजी जानकारी से शायद ही धरातल पर कुछ बदले। अब भारत के लिए एक दृढ़ निर्णय लेने का वक्त आ गया है। पिछले दिनों टाइगर मेमन की उसकी मां से फोन पर बातचीत होने की रिपोर्ट भारतीय मीडिया में छपी थी। बता दें कि एक अंग्रेजी अखबार ने छापा था कि टाइगर मेमन ने अपनी मां हनीफ मेमन को फोन किया और अपने भाई याकूब मेमन की फांसी का बदला लेने की बात कही थी। हालांकि इस बातचीत के दौरान हनीफ ने कहा था कि बस हो गया। इस अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक टाइगर ने 30 जुलाई को याकूब को फांसी पर लटकाए जाने से एक घंटा पहले फोन किया था। टाइगर ने यह फोन वाइस इंटरनेशनल प्रोटोकॉल से किया था, ताकि मुंबई पुलिस उसका फोन टेप न कर सके। हालांकि महाराष्ट्र के गृह विभाग ने इस बातचीत का खंडन करते हुए कहा था कि मुंबई पुलिस के पास ऐसी किसी बातचीत का ब्यौरा नहीं है और न ही मुंबई पुलिस ने इस तरह की बातचीत का कोई ब्यौरा ही जारी किया है। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने भी इसकी पुष्टि की है कि दाऊद पाकिस्तान में ही है। क्या मोदी सरकार दाऊद को भारत लाने के लिए अब अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर दबाव डालेगी?

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