Friday 21 August 2015

बैंकॉक के ब्रह्मा मंदिर पर आतंकी हमला?

थाइलैंड की राजधानी बैंकॉक अमूमन शांत रहने वाले इस शहर में सोमवार को एक जबरदस्त आतंकी हमला हुआ। बैंकॉक में ब्रह्मा मंदिर के सामने सोमवार शाम भीषण बम विस्फोट हुआ। इसमें 27 लोगों की मौत हो गई और 80 से ज्यादा लोग घायल हुए। विस्फोट ऐसे समय किया गया जब भीड़ सबसे ज्यादा थी। कहा जा रहा है कि बम बाइक में रखा गया था। पुलिस ने दो जिन्दा बम भी बरामद किए हैं। रक्षामंत्री प्रावित वांग सुवॉन ने बताया कि बम मंदिर के अंदर भी लगाए गए थे। मध्य बैंकॉक स्थित यह मंदिर भगवान ब्रह्मा का है। शाम के समय मंदिर के अंदर और बाहर लोगों की भीड़ थी। एकाएक पार्किंग में खड़ी एक मोटर बाइक में धमाका हुआ। यह विस्फोट रिमोट के माध्यम से किया गया था। धमाका इतना जोरदार था कि शवों के टुकड़े कई मीटर दूर तक बिखर गए। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार मृतकों में चार विदेशी भी शामिल थे। विस्फोट में घायल अधिकांश लोग पर्यटक हैं। मध्य बैंकॉक में इस तरह की पहली वारदात है। थाई अधिकारियों ने उस संदिग्ध बॉम्बर की तलाश शुरू कर दी है जिस पर उन्हें भगवान ब्रह्मा के बेहद लोकप्रिय मंदिर में बम रखने का संदेह है। प्रधानमंत्री प्रयुत चान--चा ने कहा कि विस्फोट स्थल के पास के सीसीटीवी कैमरे में एक संदिग्ध पुरुष नजर आया है। साजिशकर्ताओं ने इस घटना को अंजाम देने के लिए कई लोगों का इस्तेमाल किया। विस्फोट में जो तरीके अपनाए गए हैं वे देश के दक्षिण में मौजूद मुस्लिम अलगाववादी विद्रोहियों के तौर-तरीकों से मेल नहीं खाते। बम हमला थाई सरकार के हालिया अभियान का प्रतिशोध भी हो सकता है। जिस मंदिर के सामने विस्फोट हुआ वह एरावन श्राइन कहलाता है। हिन्दू और बौद्धों के अलावा अन्य धर्मों के लोग भी यहां जाते हैं। मरने वालों में ज्यादातर चीनी और ताइवानी लोग हैं। किसी भारतीय की इस धमाके में मौत नहीं हुई। रक्षामंत्री वांग सुवॉन ने कहा है कि हमले का लक्ष्य पर्यटन तथा अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने के लिए जानबूझ कर विदेशियों को निशाना बनाया था। उन्होंने पत्रकारों से कहा कि हमलावरों ने विदेशी नागरिकों को निशाना बनाया ताकि थाइलैंड की पर्यटन एवं अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाया जा सके। अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध हमलावर की फोटो जारी की गई है। थाइलैंड में मुस्लिम कट्टरपंथी गुट भी सक्रिय हैं। लेकिन फिलहाल उनकी कार्रवाई दक्षिण के मुस्लिम बहुल प्रांतों तक सीमित रहती है। ऐसे में परेशान करने वाला सवाल यह है कि क्या थाइलैंड में भी वैश्विक आतंकवाद से जुड़े किसी समूह का प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष प्रभाव तो नहीं बढ़ रहा है?

-अनिल नरेन्द्र

No comments:

Post a Comment