Sunday 26 June 2016

पाकिस्तान के जाने-माने कव्वाल अहमद साबरी की हत्या

पाकिस्तान के कराची शहर से चौंकाने वाली खबर बुधवार को आई। यह हैरान-परेशान और अत्यंत दुखद समाचार था। कव्वाली गायन क्षेत्र के मशहूर जोड़ी साबरी ब्रदर्स के अमजद साबरी की बुधवार को कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना में अमजद के एक साथी की भी मौत हो गई। पुलिस के अनुसार 45 वर्षीय अमजद अपने एक साथी के साथ कार से शहर के लियाकताबाद इलाके में पहुंचे थे। तभी बाइक सवार अज्ञात बंदूकधारियों ने उनकी कार पर अंधाधुंध गोलियां बरसानी शुरू कर दीं। गोली लगने से घायल अमजद और उनके साथी को गंभीर हालत में शहर के अब्बासी शहीद अस्पताल ले जाया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। अमजद को सिर में दो और कान के पास एक गोली लगी थी। ईशनिन्दा केस में फंसे साबरी की हत्या तालिबानी आतंकियों ने की होगी। हमले के वक्त साबरी खुद कार चला रहे थे और वह एक निजी टीवी चैनल के स्टूडियो जा रहे थे। तालिबान से अलग हुए हकीमुल्ला मेहसूद गुट ने साबरी की हत्या की जिम्मेदारी ली है। आतंकी संगठन के प्रवक्ता सैफुल्ला मेहसूद ने कहा कि हमने साबरी की हत्या की, क्योंकि उन्होंने ईशनिन्दा की थी। दरअसल साबरी ने धार्मिक व्यक्तियों से जुड़ी एक कव्वाली गाई थी, जिसको दो चैनलों ने सुबह के शो में प्रसारित किया था। एक वकील ने इस कव्वाली से धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था। ईशनिन्दा के केस में 2014 में इस्लामाबाद हाई कोर्ट ने अमजद साबरी और दो निजी टीवी चैनल के खिलाफ नोटिस जारी किए थे। पाकिस्तान में ईशनिन्दा को लेकर कानून बेहद सख्त है। इसमें फांसी की सजा का प्रावधान है। हालांकि ईशनिन्दा के मामलों में अकसर कट्टरपंथी खुद ही आरोपियों की हत्या कर देते हैं। अमजद साबरी पाक के मशहूर कव्वाल खानदान से थे। उनके पिता गुलाम फरीद साबरी और चाचा मकबूल साबरी मशहूर कव्वाल थे। अमजद साबरी ने हाल ही में फिल्म बजरंगी भाईजान में अपने पिता गुलाम फरीद साबरी की मशहूर कव्वाली `भर दो झोली मेरी' को बिना अनुमति के शामिल किए जाने का विरोध किया था। फिल्म में इस कव्वाली को अदनान सामी ने गाया है। साबरी बंधुओं की ताजदार--हरम और मेरा कोई नहीं है तेरे सिवाय जैसी मशहूर कव्वालियां हैं। साबरी की कव्वाली के दीवाने सिर्प पाकिस्तान में ही नहीं, बल्कि दुनियाभर में हैं। उन्होंने यूरोप, अमेरिका में भी अपने कार्यक्रमों में शानदार प्रस्तुति दी। उनको कव्वाली का रॉक स्टार भी कहा जाता था। रमजान के पवित्र महीने में खुदा के एक बंदे की निर्मम हत्या पर सभी को अफसोस है। साबरी परिवार खुद को संगीत सम्राट तानसेन का सीधा वंशज बताता है। हम उनकी हत्या की कड़ी निन्दा करते हैं और उनको अपनी श्रद्धांजलि पेश करते हैं।
-अनिल नरेन्द्र


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