Friday, 21 April 2017

माल्या के खिलाफ ब्रिटेन में कानूनी प्रक्रिया आरंभ

बैंकों का 9000 करोड़ रुपए का कर्ज नहीं चुकाने व धोखाधड़ी के आरोप में घिरे भगोड़े भारतीय कारोबारी विजय माल्या को लंदन में गिरफ्तार कर लिया गया। भारत सरकार के प्रत्यर्पण अनुरोध पर लंदन पुलिस स्काटलैंड यार्ड ने उन्हें मंगलवार को गिरफ्तार कर वेस्ट मिंस्टर की अदालत में पेश किया लेकिन इसके तीन घंटे बाद ही उन्हें जमानत मिल गई। अदालत में अब उनके प्रत्यर्पण मामले की सुनवाई होगी। भारतीय बैंकों की 9000 करोड़ रुपए से ज्यादा की देनदारी का सामना कर रहे माल्या भारत में वांछित अपराधी घोषित किए गए हैं और पिछले 2 मार्च से लंदन में रह रहे हैं। विजय माल्या को कड़ी शर्तों पर जमानत मिली है। अदालत ने उन्हें लगभग 5.36 करोड़ रुपए की जमानत पर रिहा किया। मामले की सुनवाई 17 मई को होनी है और तब तक माल्या को ब्रिटिश प्रत्यर्पण नियमों को सख्ती से पालन करना होगा। इसके तहत उन्हें उस समय तक उसी पते पर रहना होगा, जिसे उन्होंने अदालत में दर्ज कराया है। लंदन में माल्या के खिलाफ कार्रवाई भारत द्वारा कुटनीतिक दबाव का नतीजा है। विजय माल्या के प्रत्यर्पण मामले में ब्रिटिश सरकार ने अपने वादे पर अमल करना शुरू कर दिया है। दरअसल बीते साल नवंबर में भारत दौरे पर आए ब्रिटिश प्रधानमंत्री टेरिजा में ने इस मामले में सहयोग करने का भरोसा दिया था। इसी के बाद ब्रिटिश सरकार ने माल्या के प्रत्यपर्ण की मांग को स्वीकार करते हुए वहां के संविधान के मुताबिक मामले को स्थानीय कोर्ट में भेजा था। विजय माल्या को भारत वापस लाने के लिए भारत सरकार को लंबी जद्दोजहद करनी होगी। यह तो इस कड़ी का पहला कदम है। प्रत्यर्पण की प्रक्रिया काफी जटिल व लंबी है। ब्रिटेन ने भारत को प्रत्यर्पण के मामले में द्वितीय श्रेणी के देशों में रखा है। इसके तहत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया कठोर और लंबी है। ब्रिटेन के साथ भारत के करीब 10 भगोड़े अपराधियों का प्रत्यर्पण का मामला पहले ही पेडिंग है। भारत को सिर्फ विजय माल्या का ही इंतजार नहीं बल्कि ऐसे कई लोग हैं जो ब्रिटेन में रह रहे हैं। कई मामलों  को ब्रिटेन खारिज भी कर चुका है। वर्तमान में जो दस प्रत्यर्पण अनुरोध लंबित हैं उनमें प्रमुख है ः ललित मोदी, बीसीसीआई में वित्तीय गड़बड़ी के आरोपी हैं। 2009 से ब्रिटेन में रह रहे हैं। संगीतकार नदीम सैफी ः गुलशन कुमार की हत्या की साजिश का आरोपी भारत प्रत्यर्पण का केस हार चुका है। सट्टेबाज संजीव चावला ः मैच फिक्सिंग मामले में द. अफ्रीकी क्रिकेटर हैंसी क्रोन्ये से करोड़ों का लेद-देन। इसके अलावा राजेश कपूर, अतुल सिह, राज कुमार पटेल, जतिंदर कुमार  इत्यादि का मामला लंबित है। फिलहाल तो इतनी ही सफलता माना जाए कि ब्रिटेन में माल्या के खिलाफ कानूनी प्रक्रिया आरंभ हो गई है।

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