जैसे-जैसे दिल्ली में मतदान की तारीख
करीब आती जा रही है वैसे-वैसे अरविन्द केजरीवाल और उनकी आप पार्टी की साख व ग्रॉफ
दोनों गिरते जा रहे हैं। आप पार्टी के खिलाफ एक के बाद एक फ्रंट खुलता जा रहा है।
पहले तो चुनावी फंड का मामला आया। विदेश से केजरीवाल ने जो चन्दा लिया वह कानूनों
का उल्लंघन है। कहा तो यहां तक जा रहा है कि बाहर से फंड ऐसे संगठनों से भी वसूला
जा रहा है जो एंटी-नेशनल हैं और आतंकवादियें तक की फंडिंग करते हैं। मामले की जांच
हो रही है, अगर इसमें सच्चाई निकलती है तो मामला अत्यंत गम्भीर हो जाता है पर जब
तक जांच एजेंसियां किसी निष्कर्ष पर नहीं पहुंचती तब तक दावे से कुछ नहीं कहा जा
सकता लेकिन हां इतना जरूर है कि जो 18 करोड़ रुपए विदेशों से आया है वह भारतीय
रिजर्व बैंक के तय कायदों के अनुसार नहीं। चुनाव के लिए फंड जुटाने के आरोपों को
झेल रही पार्टी अपना पक्ष पूरी तरह से भी नहीं रख पाई थी कि अन्ना ने उनके नाम
प्रयोग पर नाराजगी जाहिर कर दी। इस प्रकरण की एक सीडी भी आ गई है। इसमें अन्ना ने
खुलकर कहा है कि केजरीवाल और उनके लोगों ने उनके नाम का इस्तेमाल करके करोड़ों रुपए
बटोर लिए हैं जबकि उन्हें एक पैसा नहीं मिला। बताया जा रहा है कि सीडी पिछले साल
दिसम्बर में बनी थी। लेकिन इसे प्रसारित अब किया जा रहा है। रही-सही कसर आप के 9
उम्मीदवारों पर आए एक स्टिंग ऑपरेशन ने पूरी कर दी। यह स्टिंग ऑपरेशन वेबसाइट
मीडिया सरकार ने किया है। आप के 9 नेताओं का स्टिंग हुआ है। स्टिंग के अनुसार
अरविन्द केजरीवाल की खास सिपहसालार व आरके पुरम से आप पार्टी की उम्मीदवार शाजिया
इल्मी को बेनामी चन्दा एडजस्ट कराने में शामिल दिखाया गया है। स्टिंग में रिपोर्टर
ने उनसे एक काम करवाने के एवज में 15 लाख रुपए देने की पेशकश की। उन्हें अवैध
प्रॉपर्टी विवाद में मदद करनी थी जिस पर उन्होंने सहमति व्यक्त की। शाजिया ने तो
यहां तक कहा कि जरूरत पड़ने पर वह कई कार्यकर्ताओं के धरने-प्रदर्शन तक करवा
देंगी। मीडिया सरकार डॉट कॉम नाम की जिस वेबसाइट के द्वारा यह स्टिंग ऑपरेशन करवाए
गए उसके सीईओ अनुरंजन झा ने बताया कि यह सारे स्टिंग दीपावली के बाद कराए गए हैं
और शाजिया का स्टिंग तो अभी हफ्तेभर पहले ही किया गया। स्टिंग के जरिये एक बार फिर
पार्टी की फंडिंग को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। शुक्रवार को आप पार्टी ने स्टिंग
ऑपरेशन में फंसे सभी आप उम्मीदवारों को क्लीन चिट दे दी। आप के पालिटिकल अफेयर्स
कमेटी (पीएसी) के सदस्य योगेन्द्र यादव ने शुक्रवार को कहा कि स्टिंग की सीडी से
छेड़खानी की गई है। हर बात को उसके सन्दर्भ से काटकर दिखाया गया है। यादव ने आरोप
लगाया कि स्टिंग बनाने वाली वेबसाइट ने यह कहकर रॉ फुटेज देने से मना कर दिया कि
यह केवल किसी संवैधानिक संस्था को ही रॉ फुटेज देंगे, इसलिए हम इन आरोपों को खारिज
करते हैं और स्टिंग और सीडी बनाने वालों और इसे दिखाने वाले न्यूज चैनलों के खिलाफ
सोमवार को मानहानि का केस किया जाएगा। यह स्टिंग ऑपरेशन की प्रामाणिकता कोई
स्वतंत्र एजेंसी ही बता सकती है और जांच के बाद ही इस पर कोई टिप्पणी की जा सकती
है। कुल मिलाकर आप पार्टी और अरविन्द केजरीवाल की साख लगातार गिर रही है। सामाजिक
कार्यकर्ता अन्ना हजारे की वैचारिक कोख से जन्मे थे अरविन्द केजरीवाल। जन लोकपाल के
मुद्दे पर दिल्ली में जो ऐतिहासिक आंदोलन हुआ था, उसी से केजरीवाल लाइट में आए थे। बाद में वह अन्ना के साथ आमरण
अनशन करने वाले आंदोलनकारी भी बन गए पर दोनों के रास्ते तब अलग हो गए जब केजरीवाल
राजनीति में कूद पड़े। आम आदमी का जन्म भ्रष्टाचार मुक्त, साफ, स्वच्छ राजनीति का
सपना दिखाने से हुआ। केजरीवाल पर जो आरोप लग रही है उससे तो ऐसा लगता है कि उनकी
पार्टी और अन्य राजनीतिक दलों में कोई फर्प नहीं है। यह भी वह सब कुछ कर रहे हैं
जो आमतौर पर दूसरी पार्टियां करती हैं। फिर फर्प क्या रहा? अब किस मुंह से
केजरीवाल और उनकी पार्टी के उम्मीदवार जनता के बीच स्वच्छ राजनीति करने की बात
करेंगे। दिल्ली की जनता में आप पार्टी का मोह भंग हुआ है। मतदान में यह कितना
रिफ्लैक्ट करता है इसका तो पता चार दिसम्बर को ही लगेगा पर हां अरविन्द केजरीवाल
की साख और छवि दोनों को भारी धक्का जरूर लगा है।
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