गुजरात के मुख्यमंत्री और भाजपा के
पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी का दूसरा बिहार दौरा पहले से तो कहीं बेहतर
रहा। मोदी को इस बार बिहार दौरे पर प्रधानमंत्री की तरह सुरक्षा दी गई। मोदी जेड
प्लस सुरक्षा प्राप्त संभवत पहले ऐसे व्यक्ति हैं जिनकी सुरक्षा में इस बार
करीब-करीब उन सभी मापदंडों का पालन किया गया जो प्रधानमंत्री की सुरक्षा के लिए तय
है। मोदी के बिहार दौरे को लेकर आईबी (इंटेलीजेंस ब्यूरो) ने इस बार फिर से अलर्ट
जारी किया था। सूत्रों के अनुसार आईबी ने यह आशंका जताई थी कि मोदी को निशाना
बनाने के लिए इंडियन मुजाहिद्दीन फिदायिन हमले करा सकता है। यहां तक कहा गया कि
राकेट लांचर से हमले हो सकते हैं। नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड, गुजरात पुलिस, केंद्रीय
अर्धसैनिक बल, पीएमपी, एसटीएफ, बिहार पुलिस ने कई लेयर के सुरक्षा प्रबंध किए। हेलीपेड
से लेकर मोदी को जिस परिवार से मिलना था उस घर तक को अभेध किला बना दिया गया था।
शुक्रवार की रात से ही चप्पे-चप्पे की बम डिटेक्शन और बम डिस्पोजल स्क्वाड जांच कर
रही थी। घर के बाहर मेटल डिटेक्टर से जांच के बाद ही किसी को आने-जाने की इजाजत
थी। सुरक्षा घेरे का दायरा दो किलोमीटर के दायरे में था ताकि राकेट लांचर से भी
हमले की आशंका नहीं रहे। मोदी की यात्रा के लिए हर जिले में उनके हेलीकाप्टर को
उतरने के लिए विशेष हेलीपैड बनाए गए। हेलीपैड को नेशनल सिक्यूरिटी गार्ड ने अपने
सुरक्षा घेरे में ले रखा था। मोदी के उतरते ही एनएसजी ने उन्हें अपने घेरे में ले
लिया। इस बार के प्रबंधों की तारीफ करनी होगी। इससे यह भी पता चलता है कि पहली
यात्रा में सुरक्षा की कितनी बड़ी चूक रही थी। चाहे राहुल गांधी हों, सोनिया गांधी
हों या नरेन्द्र मोदी हों यह देश के किसी राज्य में भी जाएं इन सभी के पुख्ता
सुरक्षा प्रबंध इसी तरह के होने चाहिए। इन नेताओं की सुरक्षा में पार्टी सियासत
आड़े नहीं आनी चाहिए। चाहे वह कांग्रेस
सरकार हो या राज्य में भाजपा या किसी अन्य दल की सभी को ऐसे ही प्रबंध करने चाहिए।
मोदी से फोन पर बात करते हुए भावुक प्रिया श्रीवास्तव ने कहा कि तने मेरे बापू छो
(अब आप ही मेरे पिता हो)। मोदी ने प्रिया को अपनी बेटी मानते हुए भरोसा दिलाया कि
वे अब पूरी जिन्दगी उनके परिवार का ख्याल रखेंगे। मोदी खराब मौसम के कारण गोपालगंज
नहीं जा सके थे। उन्होंने पटना बम धमाके में मारे गए गोपालगंज के मुन्ना
श्रीवास्तव की पत्नी प्रिया श्रीवास्तव से फोन पर बात कर सांत्वना दी। मोदी ने
प्रिया को कहा कि यह बलिदान व्यर्थ नहीं
जाएगा, मेरी संवेदनाएं परिवार के साथ हैं। पटना जिले के गौरीचक में मोदी को
राजनारायण सिंह के परिजनों ने बताया कि उनके पिता मोदी का भाषण सुनने के लिए काफी
उत्साहित थे और खेत का काम छोड़ नदी में तैर कर गांधी मैदान गए थे। सिंह के पुत्र
ने सरकारी नौकरी की मांग करते हुए कहा कि उसके पिता ही परिवार का भरण-पोषण करते
थे। धमाकों में मारे गए विकास के परिजनों को सांत्वना देने कैमूर के निसिजा पहुंचे
नरेन्द्र मोदी ने विकास की पत्नी वीणा को पांच लाख रुपए का चेक दिया। मोदी ने
विकास के बेटे शिवम व बेटी साक्षी को गोद में बिठाकर प्यार-दुलार किया। इसी तरह
मोदी नालंदा के अहिचायक गांव पहुंचे और राजेश कुमार के परिजनों को सांत्वना देते
हुए परिजनों को पांच लाख का चेक भी दिया। इससे यह भी प्रश्न उठता है कि इतने दिन
बीतने के बाद भी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने धमाकों में घायल परिवारों से
मिलना जरूरी नहीं समझा।
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